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उपचुनाव इफेक्ट : अतीक अहमद को अदालत से झटका, योगी सरकार ने दी राहत

Rishi
Published on: 27 Feb 2018 4:32 PM GMT
उपचुनाव इफेक्ट : अतीक अहमद को अदालत से झटका, योगी सरकार ने दी राहत
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लखनऊ : फूलपुर लोकसभा सीट से उपचुनाव में जेल से ही नामांकन दाखिल करने वाले बाहुबली नेता अतीक अहमद को देवरिया जेल से शिफ्ट किया जा रहा है। कोर्ट से पेरोल पर रिहा किये जाने की अर्ज़ी खारिज होने से पहले ही सरकार ने अतीक को देवरिया जेल से नैनी जेल शिफ्ट करने का निर्णय ले लिया है। समाजवादी पार्टी में अलग थलग पड़ चुके अतीक अहमद निर्दल चुनावी मैदान में हैं। अतीक के चुनावी मैदान में उतरने से भाजपा को फायदा होगा। अब अतीक अहमद की जेल बदले जाने की खबर से उस खुफिया रिपोर्ट्स की पुष्टि होती नज़र आ रही है। जिस में अतीक अहमद को भाजपा समर्थित उम्मीदवार बताया जा रहा है।

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उपचुनाव के बीच अतीक अहमद पर सरकार मेहरबान

पूर्व सांसद अतीक अहमद देवरिया जेल से नैनी जेल इलाहाबाद शिफ्ट किये जा रहे हैं। फूलपुर लोकसभा सीट के उपचुनाव में निर्दल उम्मीदवार के तौर पर नामांकन करने के बाद सरकार अतीक अहमद पर मेहरबान हैं। जेल विभाग अदालत की आड़ में अतीक की जेल शिफ्ट करने के लिए ज़रूरी कागजी कार्रवाई पूरी कर रही है। बाहुबली नेता अतीक अहमद ने फूलपुर लोकसभा के उपचुनाव में जेल के अंदर से ही नामांकन किया है और अपने समर्थकों से अपील जारी की है कि कार्यकर्ता और समर्थक चुनाव में पूरी ताकत झोंक दें। जिस के बाद अतीक अहमद के समर्थक गांव-गांव में पहुंचने लगे हैं, और जुलूस के साथ ही अपनी ताक़त भी दिखाने की कोशिश में लगे है।

हाईकोर्ट के सवाल पर सरकार हरकत में

दरअसल जेल में बंद अतीक ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर नैनी जेल इलाहाबाद शिफ्ट किये जाने की गुहार लगाईं थी। लेकिन अदालत ने अतीक को राहत देने से इंकार कर दिया था। अब एक आपराधिक मामले की सुनवाई के दौरान अतीक अहमद कोर्ट में नहीं पेश हुए। अतीक के हाजिर न होने पर सख्त हुई कोर्ट ने कड़े शब्दों में अतीक के देवरिया जेल में होने पर सवाल किया और सरकारी वकील से जवाब तलब किया कि जब इलाहाबाद और आसपास के जिले में बड़ी जेल हैं, उन्हें देवरिया क्यों भेजा गया है। अब कोर्ट के इसी रुख की आड़ लेते हुए उच्च स्तर पर अतीक अहमद की जेल बदले जाने का निर्णय हो गया है। अतीक अहमद की जेल बदले जाने की खुशी में उन के समर्थकों ने लक्ज़री गाड़ियों के साथ जुलूस निकाला। इस दौरान इलाहाबाद पुलिस मूक दर्शक बनी रही।

यह वजह बनी अतीक अहमद की घर वापसी

दरअसल फूलपुर उपचुनाव में विपक्षी दल भाजपा को घेरने की कोशिश में थे। इसी बीच भाजपा के एक वरिष्ठ नेता से अतीक अहमद की डील हो गई इस डील में अतीक अहमद को चुनावी रण में उतरने पर देवरिया से नैनी जेल शिफ्ट करने का भरोसा दिलाया गया जिस पर अब अमल हो रहा है। अतीक के चुनाव लड़ने से मुस्लिम वोट बैंक का बड़ा शेयर उन के पक्ष में जाने की संभावना है। अतीक अहमद समाजवादी पार्टी से एक बार लोकसभा सांसद व चार बार विधायक चुने जा चुके हैं।

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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