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समर्थक कराएंगे शिवपाल के वजूद का एहसास, जन्मदिन पर उमड़ी भीड़

Rishi
Published on: 22 Jan 2018 12:17 PM GMT
समर्थक कराएंगे शिवपाल के वजूद का एहसास, जन्मदिन पर उमड़ी भीड़
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लखनऊ : कभी समाजवादी पार्टी के सिरमौर की हैसियत रखने वाले शिवपाल सिंह यादव काफी समय से पार्टी में साइडलाइन हैं। बावजूद इसके शिवपाल के समर्थकों का हौसला जरा भी कुंद पड़ता दिखाई नहीं दिया है। सोमवार को उनके 63वें जन्मदिन पर शनिदेव मंदिर परिसर में विनोद पाण्डेय एडवोकेट ने हर वर्ष की भांति इस बार भी शिवपाल के जन्मदिन पर केक काटा। वहीं एक विशाल भंडारे का आयोजन भी किया गया।

मंदिर परिसर में जन्मदिन की पूर्व संध्या पर यर्थाथ गीता पाठ का आयोजन किया गया। जिसकी शुरूआत खुद शिवपाल सिंह यादव ने की। उनके समर्थक व कार्यक्रम के आयोजक विनोद पाण्डेय ने बताया कि जन्मदिन के उपलक्ष्य में शिवपाल सिंह यादव ने आज यथार्थ गीता पाठ का समापन कराया। वहीं अपने समर्थकों के बीच शिवपाल ने मंदिर परिसर में ही केक काट कर जन्मदिन मनाया।

इस अवसर पर शिवपाल यादव ने कार्यकर्ताओं को बंसत पंचमी की शुभकामनाएं देते हुये कहा कि आज का दिन बहुत शुभ है। शिवपाल ने कहा कि यह संघर्ष करने का समय है। उन्होंने किसानों और युवाओं के लिए नए विकल्प की बात भी कही।

उन्होंने कहा कि इस बारे में बहुत जल्द बड़ा फैसला लिया जाएगा। जो सभी समाजवादियों को एकजुट करने का काम करेगा। हलांकि पत्रकारों द्वारा किसी राजनैतिक पार्टी को ज्वाइन करने की बात को उन्होंने मात्र अफवाह करार दिया। वहीं विनोद ने कहा कि शिवपाल ने भले ही अभी तक कोई निर्णायक कदम नहीं उठाया हो लेकिन उनके समर्थक आसानी से हार मानने को तैयार नहीं हैं।

इस बार राजधानी लखनऊ में शिवपाल सिंह यादव के जन्मदिन पर सैकडों की संख्या में लगे होर्डिग-पोस्टर व बैनर से सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव व अखिलेश यादव गायब रहे। जिसको लेकर भी राजनीतिक हलकों में तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं।

पाण्डेय ने कहा कि वह शिवपालव का जन्मदिन बीते कई सालों से सतत् संघर्ष दिवस के रूप में मनाते चले आ रहे हैं। जो हर साल जारी रहेगा। कार्यक्रम के अवसर पर विश्व गुरू स्वामी श्री अड़गड़ानन्द जी महाराज द्वारा रचित यर्थाथ गीता की हिन्दी, उर्दू व अग्रंजी का निःशुल्क वितरण किया गया। तो वहीं विशाल भण्डारे का आयोजन भी किया गया। पार्टी में पूरी तरह अखिलेश यादव का अधिपत्य हो जाने के बाद से शिवपाल समर्थक पहली बार अपने नेता को केंद्र में रखकर सक्रिय हुए हैं। इसे शिवपाल के उन बयानों से जोड़कर भी देखा जा रहा है। जिसमें उन्होंने कहा था कि जल्द ही नेताजी से निर्देश लेकर वह कोई निर्णायक कदम उठाएंगे।

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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