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Cabinet Minister Anil Rajbhar: कैबिनेट मंत्री बने अनिल राजभर, जानिए कैसे पहुंचे अर्श से फर्श पर

Cabinet Minister Anil Rajbhar: भाजपा ने ओमप्रकाश राजभर की भरपाई अनिल राजभर से की और इस बार अनिल राजभर ओमप्रकाश राजभर के बेटे के अरविंद राजभर के खिलाफ चुनाव जीत कर आए हैं।

Rahul Singh Rajpoot
Published on: 25 March 2022 5:02 PM IST (Updated on: 25 March 2022 8:42 PM IST)
Cabinet Minister Anil Rajbhar: कैबिनेट मंत्री बने अनिल राजभर, जानिए कैसे पहुंचे अर्श से फर्श पर
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Cabinet Minister Anil Rajbhar: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी की शिवपुरी से विधायक अनिल राजभर का कद योगी सरकार में बढ़ा है । क्योंकि 2017 के चुनाव में ओमप्रकाश राजभर ने बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था और जब सरकार बनी तो राजभर पिछड़ा कल्याण मंत्री बने। उनके द्वारा सरकार के खिलाफ ही खोले गए मोर्चे के बाद उन्हें बर्खास्त कर दिया गया।

उसके बाद अनिल राजभर का बीजेपी में और बड़ा कद हो गया भाजपा ने ओमप्रकाश राजभर की भरपाई अनिल राजभर से की और इस बार अनिल राजभर ओमप्रकाश राजभर के बेटे के अरविंद राजभर के खिलाफ चुनाव जीत कर आए हैं। यही वजह है कि उन्हें फिर से योगी कैबिनेट में शामिल किया गया है।

अनिल राजभर योगी सरकार के पहले मैं कार्यकाल में राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार और पिछला कल्याण मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई थी। राजभर के पिता रामजीत राजभर भी भाजपा के टिकट पर धानपुर और चिरईगांव से विधायक रह चुके हैं अनिल राजभर चंदौली के सकलडीहा पीजी कॉलेज से छात्र नेता के तौर पर अपना राजनीतिक सफर शुरू किया था।

1994 में छात्रसंघ अध्यक्ष बने उसके बाद जिला पंचायत सदस्य चुने गए 2003 में उनके पिता के निधन के बाद वह उप चुनाव लड़े लेकिन ने हार का सामना करना पड़ा था इसके बाद अनिल लगातार क्षेत्र में सक्रिय रहे और 2017 और 2022 के चुनाव में वाराणसी की शिवपुर से विधायक चुने गए वह राज्य योजना आयोग के सलाहकार के तौर पर भी कार्य कर चुके हैं।

वाराणसी की सभी सीटें इस बार भी भारतीय जनता पार्टी ने जीती है 2014 में पीएम मोदी के यहां से चुनाव लड़ने के बाद से बनारस भाजपा का गढ़ हो गया है और यहां की सभी सीटों पर उनके एक बार फिर सभी विधायक जीत कर आए हैं जिनमें शिवपुर से अनिल राजभर शामिल हैं।

योगी आदित्यनाथ सरकार में अनिल राजभर द्वारा दूसरी बार कैबिनेट मंत्री का शपथ ग्रहण करने पर उनके गृह नगर में जश्न का माहौल रहा। इस मौके पर भाजपा कार्यकर्ता व समर्थक झंडा बैनर के साथ मोदी योगी और अमित शाह का जयकारा लगाते रहे।

चंदौली जनपद के सकलडीहा कस्बा के नागेपुर निवासी कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर स्व. रामजीत राजभर पूर्व विधायक चिरईगांव और धानापुर के एकलौते पुत्र है। एमए से राजनीतिशास्त्र की शिक्षा लेने के बाद वर्ष 1994/ 95 में सकलडीहा पीजी कॉलेज से छात्र संघ अध्यक्ष चुने गये। 1996 में समाजवादी युवजन सभा के जिलाध्यक्ष बने।

वर्ष 2000 जिला पंचायंत सदस्य सकलडीहा से निर्वाचित हुए। पिता स्व. रामजीत राजभर के निधन के बाद वर्ष 2003 चिरईगांव से सपा से उपचुनाव में विधानसभा प्रत्याशी हुए। 32 सौ वोट से चुनाव हार गये। इसके बाद 2004 में समाजवादी युवजन सभा के प्रदेश महासचिव नियुक्त हुए। 2005 में समाजवादी युवजन सभा के प्रदेश अध्यक्ष चुने गये। 2006 समाजवादी पार्टी की ओर से राज्यमंत्री का दर्जा देते हुए राज्य योजनाआयोग का सलाहकार बनाया गया।

अखिलेश के करीबी होने के कारण वर्ष 2009 में चंदौली लोकसभा से प्रत्याशी घोषित किया गया। बाद में टिकट काट कर पूर्व सांसद रामकिशुन यादव को टिकट दे दिया गया।

इसके बाद से सपा से मोहभंग होने पर 2012 से राजभर वियार जाति को जोड़कर आरक्षण के मुद्दे पर संघर्ष शुरू किया। वर्ष 2017 में शिवपुर से भाजपा के प्रत्याशी के रूप में रिकार्ड मतो से चुनाव जीतने के बाद स्वतंत्र प्रभार मंत्री बने। फिर कैबिनेट मंत्री का दर्जा मिला। वर्ष 2022 में पुन: शिवपुर से सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविंद राजभर के बेटे को हराकर चुनाव जीतने पर योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाया गया। इनके दूसरी बार कैबिनेट मंत्री बनाये जाने पर गृह जनपद और गृह नगर में उत्साह का माहौल है।

परिजनों ने मिठाई और गुलाल अबीर लगाकर मोदी योगी को बधाई दी

अनिल राजभर को दूसरी बार कैबिनेट मंत्री बनाये जाने पर बडे़ भाई सरवन राजभर,भाभी आशा देवी, बडे़ पिता खरपत्तू राजभर, भतीजा शशी विशाल, चंदन, कैबिनेट मंत्री की पत्नी उषा राजभर, बेटी प्रज्ञा, श्रेया, बेटा अनिन्द्र राजभर बाबू, नीतू राजभर, डा. मनोज, गोपाल राजभर, शंभू राजभर, भोला नाथ राजभर आदि परिजनों ने मोदी योगी को बधाई देते हुए एक दूसरे को गुलाल अबीर लगाकर बधाई दी। सकलडीहा कस्बा में भाजपा के मिशन गीत अनिल राजभर के समर्थक नाचते गाते हुए अभी गुलाब को उड़ा कर खुशी जाहिर किया और कैबिनेट मंत्री के तैल चित्र पर मिठाई खिलाकर जश्न मनाया।

Rakesh Mishra

Rakesh Mishra

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