×

स्थापना के बाद पहली बार समाजवादी पार्टी के पोस्टर पर आखिर क्यों आए बड़े चौधरी ?

Rishi
Published on: 5 Nov 2016 1:24 PM GMT
स्थापना के बाद पहली बार समाजवादी पार्टी के पोस्टर पर आखिर क्यों आए बड़े चौधरी ?
X

vinod kapoor vinod kapoor

लखनऊ: समाजवादी पार्टी के स्वर्ण जयंती समारोह में देश के पूर्व पीएम चौधरी चरण सिंह को याद किया गया। संभवत: यह पहला मौका था जब समाजवादी पार्टी के किसी कार्यक्रम में चौधरी चरण सिंह तस्वीरों के साथ याद किए गए। चरण सिंह ने अपने बेटे के रहते हुए ही मुलायम सिंह यादव को अपना राजनीतिक उत्तराधिकारी घोषित कर दिया था। हालांकि उनके पुत्र अजित सिंह उस वक्त राजनीति में नहीं आए थे।

मुलायम सिंह ने भी आज अपने संबोधन में चरण सिंह को याद करते हुए कहा कि उन्होंने जितना मेरे लिए किया, माना उतना और किसी ने नहीं माना। अपने पूरे संबोधन में उन्होंने कई बार चौधरी चरण सिंह को याद किया। आखिर क्या कारण था कि इतने साल बाद उत्तराधिकारी को जाट नेता चरण सिंह याद आ गए। क्या इसका कारण अजित सिंह थे ? जिन्हें स्वर्ण जयंती समारोह में बुलाया गया था। क्या बुलाने का कारण आने वाले विधानसभा चुनाव में होने वाला महागठबंधन है। समारोह में अजित सिंह ने भी मुलायम की तारीफ में कोई कसर नहीं छोड़ी।

कुछ बातें पुरानी हैं जो अब धुंधली हो गई हैं। बात 1989 की है। जब अजित सिंह कांग्रेस के समर्थन से यूपी के सीएम हो सकते थे। तत्कालीन पीएम राजीव गांधी इसके लिए तैयार भी हो गए थे, लेकिन उनके सामने वो बातें आ गई जब उनकी मां इंदिरा गांधी की राह में चौधरी चरण सिंह ने कांटे बो दिए थे। राजीव गांधी ने अजित सिंह को समर्थन देने से मना कर दिया और मुलायम सिंह यादव पहली बार यूपी के सीएम बन गए। तब से अजित सिंह और मुलायम सिंह के बीच चली राजनीतिक दुश्मनी खत्म होने का नाम नहीं ले रही। आज पहला मोका था जब अजित सिंह सपा के मंच पर आए और मुलायम की भरपूर तारीफ की।

Rishi

Rishi

आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

Next Story