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समधी ने किया मुलायम का काम, अखिलेश ने छुए पैर, शिवपाल ने कहा- विजयी भव:

Rishi
Published on: 5 Nov 2016 6:25 AM GMT
समधी ने किया मुलायम का काम, अखिलेश ने छुए पैर, शिवपाल ने कहा- विजयी भव:
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लखनऊ: समाजवादी पार्टी के रजत जयंती समारोह में मंच पर वो नजारा दिखा, जिसका इंतजार कई महीनों से था। चाचा-भतीजा एक साथ मंच पर मुस्कुराते दिखे। दोनों के बीच कई दिनों बाद इतनी गर्मजोशी देखने को मिली। आंखों की चमक और बातों की मिठास बता रही थी कि कुछ-कुछ सही होने लगा है। इतना ही नहीं, सीएम अखिलेश ने सारे गिले-शिकवे भुलाकर इस खास मौके पर चाचा शिवपाल के पैर छूकर उनका आर्शीवाद भी लिया। उन्होंने मंच पर सीएम के साथ-साथ भतीजे का भी फर्ज अदा किया और रिश्तों की गीली जमीन पर फिर साथ खड़ा होने की कोशिश की।

उधर भतीजे का प्यार और सम्मान देखकर शिवपाल भी पिघल गए। उन्होंने अखिलेश के सिर पर अपना हाथ रखा और आने वाले चुनाव के अग्निपथ पर विजयी भव: होने का आर्शीवाद दिया। पैर छूने से पहले मुलायम के समधी लालू प्रसाद यादव ने आगे आकर अखिलेश और शिवपाल दोनों के एकसाथ हाथ उठाए और दिलों में पड़ी दरार को भरने की कोशिश की। चाचा-भतीजे ने भी एक साथ हाथ में तलवार लेकर हवा में लहराई और विरोधी पार्टियों को इशारों-इशारों में कह दिया कि चुनाव की रणभूमि में गृहयुद्ध अब कर्मयुद्ध में बदल गया है।

सौजन्य: ANI



आगे की स्लाइड्स में पढ़िए, जब चाचा शिवपाल की जुबां पर आया दिल का दर्द...

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अब भी कहीं कुछ बाकी है

मंच पर चाचा शिवपाल ने भतीजे अखिलेश के कामों की जमकर तारीफ की, लेकिन दिल का दर्द ज्यादा देर तक जुबान पर आने से नहीं रोक पाए और पार्टी के लिए अपनी वफादारी फिर बता गए। उन्होंने कहा कि अगर अखिलेश ने बतौर सीएम अच्छा काम किया है तो उन्होंने भी सीएम की ओर से दी गई हर जिम्मेदारी को जी-जान से पूरा किया है। सीएम बनने का उनका कोई सपना नहीं है। अगर अखिलेश उनसे खून मांगेंगे तो वो भी दे दूंगा। उनका चाहे जितना भी अपमान कर लेना, बर्खास्त कर लेना, वो उफ्फ तक नहीं करेंगे। उन्होंने ने भी चार साल तक बहुत सहयोग किया है। कुछ लोगों को कुछ चीजें विरासत में मिल जाती हैं और कुछ को मेहनत से मिलती हैं। वहीं, कभी-कभी सबकुछ त्याग देने वाले भी कुछ नहीं मिलता है। पार्टी में कुछ ऐसे लोग हैं जो माहौल को गंदा कर रहे हैं, उनसे सावधान रहना होगा। नेताजी का अपमान किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करूंगा। शिवपाल यादव के यह अल्फाज बताने के लिए काफी हैं कि दिल में अब भी कहीं कुछ बाकी है और यह मिलन अभी आधा-अधूरा है।

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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