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योगी ने दिखाए तीखे तेवर, 'चौटाला' वार से अखिलेश को जेल भेजने की चेतावनी
पिछली सरकार में हुए घोटाले से नाराज सीएम योगी आदित्यनाथ ने बिना नाम लिए अप्रत्यक्ष तौर से अखिलेश यादव को जेल भेजने तक की चेतावनी तक दे डाली।
लखनऊ: यूपी में सत्ता संभालने के बाद से ही सीएम योगी आदित्यनाथ के सामने तमाम चुनौतियां हैं। सीएम की कुर्सी पर विराजमान होने के बाद से ही योगी आदित्यनाथ पूर्व की अखिलेश सरकार के कार्यकाल में हुए तमाम कामों के घोटाले उजागर करने में जुटे हैं। योगी अखिलेश सरकार के कामों से खासा नाराज हैं। वह पहले ही कह चुके हैं कि अखिलेश सरकार में खूब भ्रष्टाचार हुआ। जिसे उनकी सरकार किसी भी कीमत पर बर्दाश्त करने के मूड में नहीं है। इसी कड़ी में सीएम योगी बुधवार (19 जुलाई) को विधानसभा सत्र के दौरान काफी आक्रामक नजर आए। यह पहली बार था जब योगी आदित्यनाथ सीएम बनने के बाद सदन में काफी गुस्से में नजर आए। इतना ही नहीं, पिछली सरकार में हुए घोटाले से नाराज सीएम योगी आदित्यनाथ ने बिना नाम लिए अप्रत्यक्ष तौर से अखिलेश यादव को जेल भेजने तक की चेतावनी तक दे डाली।
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कराएंगे सीबीआई जांच
सीएम योगी ने सदन में ऐलान किया कि वह अखिलेश सरकार में हुई भर्तियों की केंद्रीय एजेंसी (सीबीआई) से जांच कराएंगे। उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि पूर्व की सपा सरकार में भर्तियों में धांधली की सारी जांचें होगी और कोई दोषी किसी भी कीमत पर बच नहीं पाएगा।
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योगी का 'चौटाला' वार
विधानसभा में बजट चर्चा पर विपक्ष के सदस्यों का जवाब देते हुए सीएम योगी ने सदन में हरियाणा के पूर्व सीएम ओमप्रकाश चौटाला का नाम लिए बगैर यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि 'याद रखना केवल शिक्षक भर्ती घोटाले में हरियाणा के एक नेता दस सालों के लिए जेल में सड़ रहे हैं। कागज जलाने से कोई बच नहीं सकता।
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विश्वसनीयता पर उठ रहे सवाल
सीएम योगी ने साल 2012 के बाद उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) से हुई नियुक्तियों की जांच केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआई) कराने की बात कही। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने यूपीपीएससी की ऐसी हालत कर दी कि आज इसकी विश्वसनीयता पर सवाल उठ रहे हैं।
पूर्व उप प्रधानमंत्री का बेटा जेल की सलाखों के पीछे
अगर भारतीय राजनीति के इतिहास को देखें तो इंडियन नेशनल लोकदल (आईएनएलडी) के अध्यक्ष और हरियाणा के पूर्व सीएम ओम प्रकाश चौटाला ऐसे गिने चुने नेताओं में शामिल हैं जिन्हें किसी आरोप में दोषी करार दिया गया हो। ज्यादातर मामलों में यही देखा गया है कि भारतीय नेताओं पर आरोप तो लगते रहते हैं, लेकिन वह जेल की सलाखों के पीछे तक नहीं पहुंच पाते। अगर जेल चले भी जाते हैं तो उन पर आरोप सिद्ध नहीं हो पाता। मगर ओमप्रकाश चौटाला के साथ ऐसा न हुआ। उनपर दोष भी सिद्ध हुआ और वह जेल में हैं। बता दें, कि चौटाला देश के पूर्व उप प्रधानमंत्री चौधरी देवी लाल के बेटे हैं।
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बाप और बेटे दोनों को मिली 10-10 साल की सजा
दरअसल, ओम प्रकाश चौटाला और उनके बेटे अजय चौटाला समेत 55 लोगों को दिल्ली की एक अदालत ने जूनियर बेसिक ट्रेंड (जेबीटी) टीचर भर्ती घोटाले में साल 2013 में 10-10 साल की सजा सुनाई थी। वह इस समय तिहाड़ जेल में हैं। चौटाला देश के ऐसे पहले सीएम हैं जिनको किसी आरोप में दोषी पाया गया है। बिहार में लालू यादव से लेकर झारखंड के शिबू सोरेन और मधु कोड़ा तक जेल में रहे हैं। लेकिन उनपर अबतक केवल आरोप रहा है। वे अबतक किसी भी आरोप में दोषी नहीं पाए गए हैं।
किसी नागरिक को गिरवी नहीं रखेंगे
सीएम योगी ने कहा कि पुलिस विभाग में डेढ़ लाख पद खाली हैं और पिछले दस सालों में कोई नियुक्ति ऐसी नहीं हुई जिस पर अंगुली न उठी हो। योगी ने कहा कि हमें खाली खजाना मिला था, लेकिन हमें काम करना था। तय किया था प्रदेश के किसी नागरिक को गिरवी नहीं रखेंगे और ऐसा हम करके दिखाएंगे।
यूपी का चीरहरण
सीएम योगी ने कहा कि यूपी के इतिहास में पहली बार इतना बड़ा बजट पेश किया गया, लेकिन पिछली सरकारों में सिर्फ यूपी चीरहरण किया गया। योगी ने दावा किया कि अगले तीन साल में यूपी पुलिस में पारदर्शी तरीके से डेढ़ लाख भर्ती होगी। यह भर्ती धर्म, मजहब और जाति के आधार पर नहीं होगी।
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प्रदेश की दुर्दशा के पीछे 'विपक्ष' जिम्मेदार
सीएम योगी ने अपने करीब दो घंटे के भाषण में सपा, बसपा और कांग्रेस की सरकारों की खामियों को गिनाकर प्रदेश की बदहाली की गाथा सुनाई। उन्होंने कहा कि प्रदेश की दुर्दशा के पीछे विपक्ष जिम्मेदार है।
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जीना हराम कर देंगे
सदन में सीएम योगी के तेवर काफी तीव्र दिखे। प्रदेश की खराब कानून-व्यवस्था पर पिछली सरकार पर तंज कसते हुए सीएम ने कहा कि बहुत जल्द ही वह फिर सत्र बुलाएंगे। उन्होंने कहा कि हम कानून बनाने जा रहे हैं। प्रदेश में हर नागरिक को जीने का अधिकार है। जो अमन-चैन में खलल डालेगा, उसका जीना हराम कर देंगे।
सुधर जाएं भूमाफिया
सीएम ने जमीन कब्जा करने के 1.53 लाख मामलों का जिक्र करते हुए कहा कि अभी तो कब्जे की जानकारी हासिल की जा रही है लेकिन, दो महीने बाद जब भूमाफिया के खिलाफ अभियान चलेगा तो उनकी स्थिति क्या होगी, वह यह खुद सोच लें। सीएम योगी आतंकी मददगारों पर भी बरसे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार अब आतंकवाद को फाइनेंस करने वालों की कमर तोड़ देगी।