TRENDING TAGS :
विजयदशमी के दिन मुख्यमंत्री योगी दिखे राजा की भूमिका में, ऐसे निकली यात्रा
गोरखपुर: विजयदशमी के दिन शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक अलग ही भूमिका में नजर आ रहे हैं। योगी आदित्यनाथ आज एक मुख्यमंत्री नहीं बल्कि गोरक्षपीठ के पीठाधीश्वर की भूमिका में नजर आ रहे हैं। एक विशेष तरह का परिवेश धारण किए हुए योगी आदित्यनाथ आज गोरक्षपीठ के गुरु गोरखनाथ मंदिर में विशेष पूजा कर रहे हैं। माना जाता है कि जो गोरक्षपीठ का महंत होता है, वह विजयदशमी के दिन एक राजा की भूमिका में होता है और योगी आदित्यनाथ उसी भूमिका का निर्वहन कर रहे हैं।
राजा रूपी योगी के साथ दिखाई दी सेना
मान्यता के अनुरूप जैसे राजा के साथ सेना होती है। ठीक उसी तरह से आज गोरक्षपीठ में भी कई लोग हाथों में तलवार, भाला और फरसा लेकर अपने राजा योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा में खड़े हैं। आज गुरु गोरखनाथ की पूजा अर्चना के बाद योगी आदित्यनाथ परिसर में बने सभी मंदिरों में जाकर वहां पर पूजा करेंगे और 9 दिन तक जो कलश स्थापित किया जाता है, आज उसका विसर्जन करेंगे। यहां से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक बार फिर से अपने कक्ष में जाएंगे और दोपहर 1:00 बजे से उनका तिलक पूजन का कार्यक्रम होगा।
आज प्रातः 9.00 गोरखनाथ मन्दिर में गोरक्षपीठाधीश्वर महन्त योगी आदित्यनाथ महाराज अपने योगियों, सन्तों की टोली के साथ गये तथा गुरु गोरक्षनाथ बाबा का विशेष अनुष्ठान व पूजन सम्पन्न किया। शोभा-यात्रा में सबसे आगे अखाड़ा के लोग और उसके पीछे स्थानीय श्रद्धालुजन का समूह चल रहा था। माइक से विजय शोभा-यात्रा से गोरक्षपीठ एवं नाथ सम्प्रदाय सम्बन्धी भक्तिमय नारे लगाये जा रहे थे, जो पूरे वातावरण को भक्तिमयी एवं रोमांचकारी बना रहे थे।
महंत की रथ यात्रा भी निकली
इसके बाद गोरक्षपीठाधीश्वर महन्त योगी आदित्यनाथ जी महाराज का रथ, रथ के पीछे दो पंक्तियों में सन्त, भक्तगण एवं अन्य श्रद्धालुजन चल रहे थे। विजय शोभा-यात्रा में सन्तों, कार्यकत्र्ताओं एवं श्रद्धालुओं के हाथ में नाद, ध्वज, दण्ड, परम्परागत अस्त्र-शस्त्र भी मौजूद थे। शोभा-यात्रा शान्तिमय तरीके से नारे लगते हुए पुराना गोरखपुर स्थित मानसरोवर मन्दिर पहुँची, वहाँ पर भगवान शंकर सहित सभी विग्रहों का पूजन एवं आरती सम्पन्न हुयी। तदुपरान्त शोभा-यात्रा रामलीला मैदान पहुँची।