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गांवों में पांव पसार रहा कोरोना, दिग्विजय सिंह बोले- जिला स्‍तर पर हों आपात इंतजाम

मध्‍य प्रदेश के भूतपूर्व मुख्‍यमंत्री व कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा है कि केंद्र व राज्‍य सरकार को ग्रामीण क्षेत्रों में स्‍वास्‍थ्य सुविधाओं पर ध्‍यान देना चाहिए।

Akhilesh Tiwari
Written By Akhilesh TiwariPublished By Roshni Khan
Published on: 30 April 2021 11:49 AM IST (Updated on: 30 April 2021 11:53 AM IST)
गांवों में पांव पसार रहा कोरोना, दिग्विजय सिंह बोले- जिला स्‍तर पर हों आपात इंतजाम
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नई दिल्‍ली: उत्‍तर प्रदेश व मध्‍य प्रदेश के गांवों में भी कोरोना संक्रमण बढ़ने लगा है। सोशल मीडिया पर इस तरह की सूचनाएं मिलने के बाद मध्‍य प्रदेश के भूतपूर्व मुख्‍यमंत्री व कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा है कि केंद्र व राज्‍य सरकार को ग्रामीण क्षेत्रों में स्‍वास्‍थ्य सुविधाओं पर ध्‍यान देना चाहिए। कोरोना टेस्टिंग सुविधा का प्रबंध प्रा‍थमिक स्‍वास्‍थ्‍य केंद्रों पर किया जाए और हर जिले में वेंटीलेटर उपलब्‍ध कराए जाएं।

कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कोरोना संक्रमित रोगियों को बेहतर इलाज नहीं मिलने पर तंज भी किया है। उन्‍होंने कहा कि सरकार ने पूरी तरह से हमें आत्‍म निर्भर बना दिया है। अब तो राम जी का ही सहारा है। उन्‍होंने कहा कि जिस तरह से मध्‍य प्रदेश और उत्‍तर प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में कोरोना तेजी से फैलने के समाचार मिल रहे हैं वह बेहद चिंताजनक हैं। केंद्र और राज्‍य सरकार को आपात प्रबंधन पर जुटना होगा। उन्‍होंने सोशल मीडिया पर अपनी बात साझा की है और कहा कि जब तक ग्रामीण स्‍तर पर स्‍वास्‍थ्‍य सुविधाओं का विकास कोरोना को ध्‍यान में रखकर नहीं किया जाएगा तब तक कोरोना पर जीत मिलना मुश्किल है। अपने संदेश के अंत में उन्‍होंने जय सियाराम लिखकर भाजपा के जयश्रीराम नारे की याद दिलाई है।


दिग्विजय सिंह के सरकार को सुझाव

यदि जैसा लग रहा है यदि यह ग्रामों में फैल गया तो भगवान ही मालिक है। शासन को मेरे निम्न सुझाव हैं

१- थोड़े से लक्षण होते ही पेशेंट को prescribed दवाई को standardise कर तत्काल इलाज चालू कर दें।

२- CT scan की व्यवस्था हर जिलों के शासकीय अस्पतालों में उपलब्ध कराएँ।

३- निजी अस्पताल के CT scan के रेट तय करें जैसा राजस्थान ने किया है।

४- टेस्टिंग किट की व्यवस्था हर PHC पर उपलब्ध हो। रिपोर्ट कम से कम ४८ घंटों में आ जाए।

५- हर ज़िला अस्पताल में कम से कम ५० बेड पर ऑक्सीजन की व्यवस्था हो।

६- मेडिकल आयुष छात्रों व नर्सिंग छात्राओं की सेवाएँ लें।

अभी तो कोरोना पीक पर आया नहीं है। सरकार ने हमें पूरा आत्म निर्भर बना कर राम जी के भरोसे पर छोड़ दिया है।

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