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हिंदू और मुसलमान रहें ऐसे, बढ़ती सांप्रदायिक घटनाओं पर बोले पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा

Karnatka: पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा ने राज्य में बढ़ रही सांप्रदायिक नफरत पर चिंता जताते हुए कहा कि मेरी इच्छा है कि हिंदू और मुसलमान ऐसे रहें जैसे एक मां के दो बच्चे रहते हैं।

Krishna Chaudhary
Published on: 14 April 2022 3:57 PM IST
Karnatka: Hindus and Muslims should be like two children of a mother, former CM BS Yediyurappa said on rising communal incidents
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पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा: Photo - Social Media

Yediyurappa Statement: भारत का आईटी हब (IT Hub of India) कहे जाने वाला दक्षिणी राज्य कर्नाटक (Karnataka) इन दिनों सांप्रदायिक घटनाओं को लेकर लगातार सुर्खियों में है। हिजाब विवाद (hijab controversy) के बाद से अब तक कई ऐसी घटनाएं सामने आ चुकीं है जिसने राज्य की छवि पर बट्टा लगाया है। दक्षिण भारत का एकमात्र भाजपा (BJP) शासित राज्य कर्नाटक में हो रही ऐसी घटनाओं पर विपक्ष के अलावा सिविल सोसाइटी और बिजनेस जगत के कई बड़े नाम सवाल खड़े कर चुके हैं। राज्य में बढ़ती सांप्रदायिकता पर पहली बार किसी बड़े भाजपा नेता का बयान आया है।

कर्नाटक में बीजेपी की जड़ें मजबूत करने वाले कद्दावर लिंगायत नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा (Former Chief Minister BS Yediyurappa) ने राज्य में बढ़ती सांप्रदायिकता पर बड़ा बयान दिया है। येदियुरप्पा ने राज्य में बढ़ रही सांप्रदायिक नफरत पर चिंता जताते हुए कहा कि मेरी इच्छा है कि हिंदू और मुसलमान ऐसे रहें जैसे एक मां के दो बच्चे रहते हैं।

ऐसे में अगर कुछ शराराती तत्व उसमें बाधा डाल रहे हैं तो मुख्यमंत्री ने पहले ही आश्वासन दे दिया है कि उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री ने हिंदू संगठनों द्वारा मुसलमानों और उनके व्यवसायों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियानों पर नाखुशी प्रकट करते हुए हिंदू संगठनों से आग्रह किया है कि वे ऐसी हरकतें न करें।

कर्नाटक में बढ़ती सांप्रदायिकता

उडुपी जिले से सामने आया हिजाब विवाद धीरे-धीरे पूरे देश में फैल गया था। इसको लेकर अंतराष्ट्रीय मीडिया तक में चर्चा हुई थी। इस मामले में कर्नाटक हाईकोर्ट का फैसला आने के बाद अचानक राज्य में सांप्रदायिक मामलों की बाढ़ आ गई। हिजाब विवाद से शुरू हुआ मामला हलाल विवाद, मदरसा, लाउडस्पीकर और मुस्लिम व्यापारियों के बहिष्कार करने तक पहुंच गया।

धारवाड़ जिले के एक मंदिर में श्रीराम सेना के कार्यकर्ताओं की ओर से मुस्लिम फल विक्रेताओं के साथ तोड़फोड़ करने के साथ उनके फल सड़क पर फेंक दिए गए थे। इस घटना को लेकर भाजपा सरकार को काफी फजीहत झेलनी पड़ी थी। इसके अलावा राज्य के कुछ बीजेपी नेता और हिंदू संगठन लगातार कभी मदरसों पर प्रतिबंध लगाने की बात करते हैं तो कभी मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने की मांग करते हैं। इस सब घटनाओं ने राज्य की फिजा को विषाक्त बना दिया है।

कर्नाटक में लव जिहाद (love jihad) के मुकाबले में श्री राम सेना ने लव केसरी का नारा दिया है। श्री राम सेना के नेता राजचंद्र रामनगौड़ा ने हिंदू युवकों से आह्वान करते हुए कहा कि लव जिहाद से मुकाबले करने के लिए लव केसरी में शामिल हो जाएं। हालांकि इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए उनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। लेकिन राज्य में ऐसे बयान और घटनाएं रूकने का नाम नहीं ले रही हैं।

भाजपा के अंदर से भी उठ चुकी है आवाज

कर्नाटक में बढ़ती सांप्रदायिकता पर पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा से पहले भी कुछ मंत्री और विधायक सवाल उठा चुके हैं। कर्नाटक के मंदिरों में लगने वाले सलाना मेले में मुस्लिम व्यापारियों को अनुमति ने देने के फैसले से असहमित जताते हुए भाजपा विधायक अनिल बेबाके ने कहा था कि हर व्यक्ति अपना कारोबार कर सकता है, ये तय करना लोगों का काम है कि वो कहां से क्या खरीदते हैं।

इसके अलावा कई कुछ भाजपा नेता तो इन घटनाओं के लिए संघ तक की आलोचना कर चुके हैं। ऐसे में पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के बयान के बाद निश्चित तौर पर ऐसी आवाजों को और बल मिलेगा और कर्नाटक सरकार (Government of Karnataka) पर ऐसे उग्र हिंदू तत्वों पर कार्रवाई करने का दवाब भी बढ़ेगा।



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Shashi kant gautam

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