बिहार : राजग में दरार, चिराग पासवान को अब याद आ रहा सम्मान

कुछ राज्य क्या बीजेपी के हाथ से क्या निकले राजग के सदस्य दलों में भगदड़ मच गई है। राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के अलग होने के बाद अब लोक जनशक्ति पार्टी के नेता चिराग पासवान भी मुक्ति का रास्ता तलाशने लगे हैं। चिराग ने ट्वीट कर अपनी मंशा जाहिर कर दी है।

Rishi
Published on: 19 Dec 2018 5:25 AM GMT
बिहार : राजग में दरार, चिराग पासवान को अब याद आ रहा सम्मान
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पटना : कुछ राज्य क्या बीजेपी के हाथ से क्या निकले राजग के सदस्य दलों में भगदड़ मच गई है। राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के अलग होने के बाद अब लोक जनशक्ति पार्टी के नेता चिराग पासवान भी मुक्ति का रास्ता तलाशने लगे हैं। चिराग ने ट्वीट कर अपनी मंशा जाहिर कर दी है। मजे की बात ये है कि दलों को पिछले 4 वर्षों से राजग से बीजेपी से पीएम नरेंद्र मोदी से कोई दिक्कत नहीं रही, लेकिन चुनाव नजदीक आते ही मान सम्मान और विचारों में खोट नजर आने लगा।

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आपको बता दें, वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में राज्य में बीजेपी, लोक जनशक्ति पार्टी और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के साथ उतारी थी। एलजेपी ने 7 सीटों पर उम्मीदवार उतारे और छह सांसद बने। वहीं आरएलएसपी 3 पर चुनाव लड़ी थी और तीनों पर विजय हासिल की थी। अब इन दोनों दलों को लगने लग कि इन्हें सीटें कम मिली वरना ये और भी सांसद जिता लेते। इसीलिए इस बार ये और सीटों की मांग करने लगे लेकिन बीजेपी के अंदर इसपर सहमती नहीं बनी ऐसे में उपेंद्र कुशवाहा ने एनडीए का साथ छोड़ दिया। अब एलजेपी भी कुछ ऐसा ही करने की सोच रही है।

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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