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अयोध्या- धर्म के मामलों का गलत व राजनीतिक इस्तेमाल का आखिरी हथकण्डा- मायावती
अयोध्या मामले पर केन्द्र सरकार की कल की ताजा कार्रवाई पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये बी.एस.पी. की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने कहा कि देश में जबर्दस्त गरीबी, महंगाई, बेरोजगारी 'विकास' के मामले में भी बुरी तरह से केन्द्र सरकार की विफलताओं के साथ-साथ इनकी घोर चुनावी वादाखिलाफी के कारण देश की सवा सौ करोड़ आमजनता का विश्वास खोकर इनमें बदनाम भी हो चुकी बीजेपी सरकार के पास अब इनका अयोध्या व धर्म के अन्य मामलों का गलत व राजनीतिक इस्तेमाल का आखिरी हथकण्डा बाकी रह गया था जो बीजेपी अब पूरी तरह से इस्तेमाल करने में लग गई है।
लखनऊ: अयोध्या मामले पर केन्द्र सरकार की कल की ताजा कार्रवाई पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये बी.एस.पी. की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने कहा कि देश में जबर्दस्त गरीबी, महंगाई, बेरोजगारी 'विकास' के मामले में भी बुरी तरह से केन्द्र सरकार की विफलताओं के साथ-साथ इनकी घोर चुनावी वादाखिलाफी के कारण देश की सवा सौ करोड़ आमजनता का विश्वास खोकर इनमें बदनाम भी हो चुकी बीजेपी सरकार के पास अब इनका अयोध्या व धर्म के अन्य मामलों का गलत व राजनीतिक इस्तेमाल का आखिरी हथकण्डा बाकी रह गया था जो बीजेपी अब पूरी तरह से इस्तेमाल करने में लग गई है।
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इनके इसी प्रकार की राजनीति से देश की जनता बुरी तरह से पीड़ित, प्रताड़ित व त्रस्त है, लेकिन बीजेपी को अभी भी लगता है कि यही अब इनके पास आखिरी हथकण्डा मात्र बचा है और वह इस प्रकरण में तरह-तरह से हांथ-पाँव मारने में लगी हुई है, जिसमें आमजनहित व देशहित बिल्कुल भी निहित नहीं है।
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बी.एस.पी. की राष्ट्रीय अध्यक्ष नें कहा केन्द्र में बीजेपी की वर्तमान सरकार को केवल जातिवादी, साम्प्रदायिक व धार्मिक उन्माद, तनाव व हिंसा आदि के साथ-साथ संकीर्ण राष्ट्रवाद की नकारात्मक व घातक नीति व कार्यकलापों के आधार पर संविधान मंशा विरोधी तरीके से सरकार चलाने का आरोप लगाते हुये बी.एस.पी. की राष्ट्रीय अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री व पूर्व मायावती ने कहा कि इनका अयोध्या भूमि विवाद के सम्बंध में अधिग्रहित भूमि का भूभाग रामजन्म भूमि न्यास को वापस लौटाने हेतु माननीय सुप्रीम कोर्ट में अर्जी देने की कल की कार्रवाई भी जबर्दस्ती सरकारी हस्तक्षेप के साथ-साथ लोकसभा आमचुनाव से पूर्व चुनाव को प्रभावित करने की नीयत वाला ऐसा ही संकीर्ण सोच का विवादित कदम है जिससे देश की आमजनता को बहुत ही सावधान रहने की ज़रूरत है।
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उन्होंने कहा वैसे भी मा. सुप्रीम कोर्ट की मल्कियत वाली अधिगृहित भूमि में यथा-स्थिति को बिगाड़ने का सरकारी प्रयास अनुचित व भड़काऊ भी है। घोर चुनावी स्वार्थ की राजनीति के तहत यह बीजेपी सरकार का यह नया चुनावी हथकण्डा है।
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वैसे बीजेपी को अब यह भी लग गया है कि उत्तर प्रदेश में बी.एस.पी. व समाजवादी पार्टी के गठबंधन के कारण वह केन्द्र की सत्ता में दोबारा वापस आने वाली नहीं है। इससे भी घबराकर व बौखलाहट में केन्द्र व उत्तर प्रदेश में बीजेपी की सरकार अब वह सभी हथकण्डे इस्तेमाल करने में लग गई है।