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Meerut: जयंत चौधरी और चंद्रशेखर आजाद में दोस्ती, पश्चिमी यूपी के दोनों लड़कों की राजस्थान चुनाव पर नजर

Meerut News: राष्ट्रीय लोकदल मुखिया चौधरी जयंत सिंह और आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद की जोड़ी राजनीति में नया गुल खिलाने की तैयारी में है।

Sushil Kumar
Report Sushil KumarPublished By Deepak Kumar
Published on: 3 April 2022 10:12 PM IST
jayant chaudhary and chandrashekhar azad pair for rajasthan election
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जयंत चौधरी और चंद्रशेखर आजाद।

Meerut New: पश्चिमी उत्तर प्रदेश के दो लड़कों राष्ट्रीय लोकदल (RLD) मुखिया चौधरी जयंत सिंह (Chief Choudhary Jayant Singh) और आजाद समाज पार्टी (Azad Samaj Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद (National President Chandrashekhar Azad) की जोड़ी राजनीति में नया गुल खिलाने की तैयारी में है। फिलहाल इस जोड़ी की नजरें राजस्थान पर हैं जहां विधानसभा चुनाव होने हैं। दरअसल, 23 मार्च को जयंत चौधरी के बुलावे पर चंद्रशेखर दिल्ली में उनके घर मिलने गए थे। जिसके बाद आज चौधरी जयंत सिंह (Choudhary Jayant Singh) के बुलावे और चंद्रशेखर आजाद (Chandrashekhar Azad) दोनो एक साथ राजस्थान पहुंचे थे।

चंद्रशेखर आजाद औऱ जयंत चौधरी को पुलिस ने एयरपोर्ट पर रोका

रालोद मुखिया चौधरी जयंत सिंह (Choudhary Jayant Singh) ने दूरभाष पर न्यूजट्रैक को बताया कि हमने जितेन्द्र मेघवाल के परिवार से मुलाकात करने के बाद न्याय की व्यावहारिक मांग और राजस्थान में भाईचारा बनाए रखने के लिए मुख्यमंत्री राजस्थान को संबोधित एक ज्ञापन के माध्यम से कुछ सुझाव स्थानीय प्रशासन को सौंपे हैं। इससे पहले जितेन्द्र मेघवाल हत्याकांड में न्याय की मांग को लेकर पाली जा रहे भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद (Chandrashekhar Azad) और आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी (Choudhary Jayant Singh) को पुलिस ने डबोक एयरपोर्ट पर रोका लिया। इस तरह रोके जाने के विरोध में चंद्रशेखर आजाद ने ट्वीट कर प्रदेश की गहलोत सरकार पर हमला बोला और मेघवाल हत्याकांड को लेकर सवाल किया है।


चंद्रशेखर आजाद (Chandrashekhar Azad) ने एक ट्वीट कर राजस्थान सरकार पर उन्हें और चौधरी जयंत सिंह को उदयपुर एयरपोर्ट पर रोकने का आरोप लगाया था। अपने ट्वीट में उन्होंने कहा था कि ,जी वाह ! उदयपुर एयरपोर्ट पर हमें रोकने के लिये जितनी पुलिस लगाई है उतनी अगर सामंतवाद खत्म करने में लगाई होती तो मूंछ रखने के कारण किसी जितेंद्र मेघवाल की हत्या ना होती। कितनी भी तानाशाही दिखा लो मांगे पूरी हुए बिना हम यहां से हिलने वाले नहीं। जय भीम, जय मंडल।


राजस्थान चुनाव में नया सियासी समीकरण पर यूपी की सियासत गरमाई

दोनों के साथ चलने को राजस्थान चुनाव में नया सियासी समीकरण बनाने के तौर पर तो देखा ही जा रहा है साथ ही यूपी की भी सियासत गरमा गई है। राजनीतिक विश्लेषक इसको 2024 में नई सियासी पहल के रुप में भी देख रहे हैं। गौरतलब है कि यूपी में विधानसभा चुनाव से पहले आरएलडी-सपा गठबंधन में शामिल होने की कोशिशें आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर (Chandrashekhar Azad) द्वारा खूब की गई थी। लेकिन, सपा मुखिया अखिलेश यादव (SP Chief Akhilesh Yadav) से उनकी बात नही बन सकी थी। जिसके बाद चंद्रशेखर (Chandrashekhar Azad) ने अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) पर आरोप लगाया था कि उनको दलितों की जरूरत नहीं हैं। दलित को साथ उन्हें नहीं चाहिए।

आजाद समाज पार्टी ने अलग चुनाव लड़ा, लेकिन चुनाव में उन्हें शिकस्त का सामना करना पड़ा। जिसके बाद चंद्रशेखर ने इस बार रालोद मुखिया जयंत सिंह (Choudhary Jayant Singh) से दोस्ती की है। उधर,जयंत सिंह (Choudhary Jayant Singh) को भी चुनाव में अपेक्षित कामयाबी नहीं मिल सकी है। ऐसे में जयंत सिंह (Choudhary Jayant Singh) को भी चंद्रशेखर (Chandrashekhar Azad) की जरुरत है। दरअसल, जयंत सिंह को लगता है कि जिस तरह मायावती यूपी में कमजोर हो रही हैं ऐसे में चन्द्रशेखर आजाद दलितों के लिए नई आशा की किरण हो सकते हैं। गौरतलब है कि इस बार बीजेपी की जीत की बड़ी वजह दलितों वोटरों का बिखराव रहा है जो कि मायावती के अलावा भाजपा की तरफ गया है।


राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव में आजमाना चाह रहे अपनी जोड़ी

फिलहाल, पश्चियमी यूपी के दोंनो लड़कों राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव में अपनी जोड़ी को आजमाना चाह रहे हैं। यहां बता दें कि पिछले चुनाव में भी आरएलडी ने वहां खासी मजबूती दिखाई थी। उनके एक विधायक सुभाष चौधरी भरतपुर से जीते थे। इस बार चंद्रशेखर (Chandrashekhar Azad) की दोस्ती के बल पर दलितों का साथ हासिल कर बड़ी सियासी ताकत बनने की रणनीति मानी जा रही है। चंद्रशेखर आजाद का यह कहना उनकी आगे की राजनीति की चुगली करने के लिए काफी है कि नफरत पैदा करने वाली भाजपा जैसी पार्टी को बहुजन समाज को साथ मिलाए बिना नहीं हटाया जा सकता। अब देखना यही होगा कि राजस्थान में पश्चिमी यूपी के दो लड़कों की डोड़ी क्या खुल खिलाती है।

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Deepak Kumar

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