TRENDING TAGS :
मध्य प्रदेश में Oath Ceremony: कमलनाथ कैबिनेट में 28 मंत्री, 22 बने हैं पहली बार
मध्य प्रदेश की राज्यपाल आंनदीबेन पटेल भोपाल के राजभवन में 28 मंत्रियों को शपथ दिलवा रही हैं। शपथ लेने वालों में पमुख रूप से सज्जन वर्मा ने मंत्री पद की शपथ ली, सोनकच्छ सीट से विधायक चुने गए हैं।शाजापुर सीट से विधायक हुकुम सिंह कराड़ा ने भी कैबिनेट पद की शपथ ली, लगातार पांचवी बार विधायक चुन कर आए हैं।
भोपाल: मध्य प्रदेश की राज्यपाल आंनदीबेन पटेल भोपाल के राजभवन में 28 मंत्रियों को शपथ दिलवा रही हैं। शपथ लेने वालों में पमुख रूप से सज्जन वर्मा ने मंत्री पद की शपथ ली, सोनकच्छ सीट से विधायक चुने गए हैं।शाजापुर सीट से विधायक हुकुम सिंह कराड़ा ने भी कैबिनेट पद की शपथ ली, लगातार पांचवी बार विधायक चुन कर आए हैं। दिग्विजय सिंह के करीबी डॉक्टर गोविंद सिंह ने भी मंत्री पद की शपथ ली।कमलनाथ के करीबी बाला बच्चन भी मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री बन गए हैं।भोपाल उत्तर से विधायक आरिफ अकील भी मंत्री बने।
कमलनाथ ने 17 दिसंबर को मुख्यमंत्री पथ की शपथ ली थी और उसके बाद से ही मंत्रिमंडल के गठन की कोशिश लगातार जारी थी। मंत्रिमंडल में सभी समीकरणों को साधने के लिए कमलाथ ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सहित पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ भी बैठक भी की थी। इसे मिशन 2019 की तैयारी के रूप में देखा जा रहा है। मालवा-निमाड़ अंचल को सबसे ज्यादा 9 मंत्री मिले हैं। मध्यक्षेत्र से 6 और ग्वालियर-चंबल से 5 मंत्री बनाए जा रहे हैं।
1- डॉ. गोविंद सिंह- लहार से सातवीं बार निर्वाचित। पहले कांग्रेस सरकार में गृह और सहकारिता मंत्री रहे।
यह भी पढ़ें........मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में जनता को समझने में नादानी भाजपा को पड़ी भारी
2- आरिफ अकील- भोपाल उत्तर से छठवीं बार जीते। अल्पसंख्यक कल्याण एवं गैस राहत एवं पुनर्वास मंत्री रह चुके हैं।
3- सज्जन सिंह वर्मा- सोनकच्छ से चौथी बार विधायक बने। नगरीय प्रशासन मंत्री रह चुके हैं। अजा का बड़ा चेहरा।
4- बाला बच्चन- राजपुर से पांचवीं बार विधायक बने। पहले खेल एवं युवा कल्याण और स्वास्थ्य मंत्री रहे।
5- विजयलक्ष्मी साधौ – महेश्वर से तीन बार विधायक रहीं। एक बार राज्यसभा सदस्य और मंत्री रहीं।
6- हुकुम सिंह कराड़ा- शाजापुर से पांचवीं बार के विधायक, पहले उर्जा मंत्री रहे, मालवा का बड़ा चेहरा।
यह भी पढ़ें......मध्य प्रदेश: कांग्रेस के आए दिन राजतिलक के, वोटशेयर में 8.5% का इजाफा
ये बनेंगे पहली बार मंत्री
7- तरूण भनोट- जबलपुर पश्चिम से दूसरी बार विधायक। कमलनाथ के करीबी। ब्राह्मण चेहरा।
8- लखन घनघोरिया– जबलपुर पूर्व से दूसरी बार विधायक। कमलनाथ के करीबी। अनुसूचित जाति का प्रतिनिधित्व।
9- ब्रजेंद्र सिंह राठौर-पृथ्वीपुर से पांचवीं बार के विधायक। दिग्विजय गुट के माने जाते हैं। बुंदेलखंड का बड़ा चेहरा।
10- लाखन सिंह यादव- भितरवार विधानसभा से लगातार चौथी बार विधायक बने। सिंधिया गुट में माने जाते हैं।
11- तुलसी सिलावट– सांवेर से चौथी बार के विधायक। मालवा का एससी चेहरा, सिंधिया गुट में माने जाते हैं।
12- गोविंद सिंह राजपूत- सुरखी से तीसरी बार के विधायक। बुंदेलखंड के युवा नेता। सिंधिया गुट में माने जाते हैं।
13- ओमकार मरकाम- डिंडौरी से लगातार तीसरी बार विधायक। आदिवासियों में अच्छी पकड़। कमलनाथ समर्थक।
यह भी पढ़ें........मध्य प्रदेश में कमलनाथ को सीएम बनाने के पीछे ये है बड़ी वजह
14- सुखदेव पांसे-मुलताई से तीसरी बार विधायक बने। युवा चेहरा। कमलनाथ के करीबी माने जाते हैं।
15- प्रभुराम चौधरी- सांची से तीसरी बार के विधायक, अनुसूचित जाति से प्रतिनिधित्व। सिंधिया समर्थक।
16- जयवर्धन सिंह-राधौगढ़ से लगातार दूसरी बार विधायक। दिग्विजय सिंह के पुत्र। युवा चेहरा।
17- हर्ष यादव- देवरी से दूसरी बार विधायक बने। यादव समाज का प्रतिनिधित्व। दिग्विजय समर्थक।
18- कमलेश्वर पटेल- सिंहावल से लगातार दूसरी बार विधायक। विंध्य से ओबीसी चेहरा। कमलनाथ करीबी।
19- सचिन यादव- कसरावद से दूसरी बार विधायक। दिग्गज नेता रहे सुभाष यादव के पुत्र और अरूण यादव के भाई
20- पीसी शर्मा- भोपाल दक्षिण-पश्चिम से जीते। दो बार विधायक रहे। ब्राह्मण चेहरा। दिग्विजय सिंह के करीबी।
21- सुरेंद्र सिंह बघेल- कुक्षी से दूसरी बार जीते। एसटी युवा चेहरा। पूर्व मंत्री प्रताप सिंह के पुत्र। कमलनाथ समर्थक।
यह भी पढ़ें........मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव, 4 हजार 337 वोट ने शिवराज को किया सत्ता से दूर
22- जीतू पटवारी- राउ से दूसरी बार विधायक। मालवा का तेज तर्रार चेहरा। राहुल गांधी के नजदीकी।
23- उमंग सिंघार- गंधवानी से तीसरी बार जीते। पूर्व उपमुख्यमंत्री जमुनादेवी के भतीजे। दिग्विजय के समर्थक।
24- प्रद्युम्न सिंह- ग्वालियर से दूसरी बार विधायक। मंत्री जयभान सिंह पवैया को हराया। सिंधिया समर्थक।
यह भी पढ़ें........मध्य प्रदेश में ये है कांग्रेस का सत्ता पर काबिज होने का रास्ता
25- प्रदीप जायसवाल- वारासिवनी से चौथी बार विधायक। कांग्रेस से बागी होकर निर्दलीय जीते। कमलनाथ समर्थक।
26- महेंद्र सिसोदिया- बमौरी से दूसरी बार विधायक। ग्वालियर क्षेत्र का क्षत्रिय चेहरा। सिंधिया समर्थक।
27- इमरती देवी- डबरा से तीसरी बार विधायक। एससी का महिला चेहरा। सिंधिया गुट की मानी जाती हैं।
28- प्रियव्रत सिंह- खिलचीपुर से दूसरी बार विधायक बने। क्षत्रिय युवा चेहरा। दिग्विजय सिंह के करीबी रिश्तेदार हैं।
�
�