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ऑक्सीजन पर भी राजनीति, एक दूसरे पर संकट के दोषारोपण में जुटे राज्य
देश ऑक्सीजन के लिए त्राहि त्राहि कर रहा है और राज्यों के बीच ऑक्सीजन को लेकर राजनीति शुरू हो गई है।
दिल्ली: देश ऑक्सीजन के लिए त्राहि त्राहि कर रहा है और राज्यों के बीच ऑक्सीजन (Oxygen) को लेकर राजनीति शुरू हो गई है। ऑक्सीजन के संकट से निपटने में एक दूसरे पर दोषारोपण हमें कहीं अधिक गहरे संकट की ओर ले जा रहा है। देश में बढ़ते ऑक्सीजन संकट को लेकर तमाम राज्यों में जहां मरीज दम तोड़ रहे हैं वहीं सबसे पहले हरियाणा ने दिल्ली सरकार पर ऑक्सीजन की लूट का आरोप लगाया।
हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य के लिए आ रहे ऑक्सीजन के टैंकर को दिल्ली सरकार (Delhi government) ने बीच रास्ते में लूट लिया। इसके बाद उत्तर प्रदेश सरकार (Government of Uttar Pradesh) के अधिकारियों ने भी दिल्ली सरकार पर ऑक्सीजन की चोरी का आरोप लगाया।
कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कही यह बात
उत्तर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने ऑक्सीजन आपूर्ति के मुद्दे पर अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसौदिया के बयानों पर सख्त एतराज जताया है। उन्होंने कहा है कि केंद्र सरकार ने सभी राज्यों का कोटा तय कर रखा है और उसमें भी यूपी का कोटा कम करके दिल्ली को ऑक्सीजन दी जा रही है। दिल्ली सरकार अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए झूठे आरोप लगा रही है।
दिल्ली ने ऑक्सीजन की कमी पर हरियाणा पर लगाया आरोप
आपको बता दें कि इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने अलग अलग दिल्ली में ऑक्सीजन की किल्लत के लिए हरियाणा और उत्तर प्रदेश सरकार को जिम्मेदार ठहराया था। सिसोदिया ने कहा था कि, ऑक्सीजन को लेकर दिल्ली में और देश के कई हिस्सों में अफरा-तफरी का माहौल है। इसकी वजह है कि केंद्र द्वारा कोटा बढ़ाने के बावजूद कई राज्यों द्वारा ऑक्सीजन पर कंट्रोल करने की कोशिश हो रही है।
सिसोदिया ने कहा था कि जब केंद्र ने राज्यों का कोटा तय किया है तो खासकर हरियाणा और यूपी क्यों ऑक्सीजन आपूर्ति में बाधक बन रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया था कि यूपी के प्रशासनिक अधिकारी मोदीनगर से ऑक्सीजन की आपूर्ति नहीं होने दे रहे थे और हरियाणा और यूपी के प्रशासनिक अधिकारियों और पुलिस की दादागिरी की वजह से बुधवार को 378 टन की जगह सिर्फ 177 टन ऑक्सीजन ही दिल्ली को मिल पाई।