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पुलवामा हमले को लेकर कांग्रेस के इस कद्दावर नेता ने कही ऐसी बात, खौल उठेगा खून
उदित राज ने ट्वीट कर कहा, 'जो लोग सत्ता पाने के लिये गुजरात में नरसंहार करवा सकते हैं, वो सत्ता बनाये रखने के लिये 40 जवानों की जान का सौदा भी कर सकते हैं। इनके लिये देशभक्ति और राष्ट्रवाद जनता को भरमाने का एक टूल भर है।'
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता उदित राज ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। ये बयान पुलवामा हमले को लेकर दिया गया है, जिस पर बवाल मचना तय है।
उदित राज ने ट्वीट कर कहा, 'जो लोग सत्ता पाने के लिये गुजरात में नरसंहार करवा सकते हैं, वो सत्ता बनाये रखने के लिये 40 जवानों की जान का सौदा भी कर सकते हैं। इनके लिये देशभक्ति और राष्ट्रवाद जनता को भरमाने का एक टूल भर है।'-
राहुल गांधी के बयान का किया समर्थन
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान का समर्थन करते हुए उदित राज ने कहा कि भाजपा ने 2019 का चुनाव पुलवामा को चुनावी मुद्दा बनाकर जीता था और 2014 लोकसभा चुनाव से पहले इसी तरह का हमला फिर हो सकता है। ऐसे में राहुल गांधी द्वारा पूछे सवाल बिलकुल सही हैं। पुलवामा हमले की अच्छे से जांच होनी चाहिए।
'सत्ता के लिए किया 40 जवानों की जान का सौदा'
पुलवामा में उन्होंने सरकार का हाथ बताते हुए ट्वीट किया, 'जो लोग सत्ता पाने के लिए गुजरात में नरसंहार करवा सकते हैं, वो सत्ता बनाए रखने के लिए 40 जवानों की जान का सौदा भी कर सकते हैं। इनके लिए देशभक्ति और राष्ट्रवाद जनता को भरमाने का एक टूल भर है।'
हाशिए पर खड़े समुदायों को सवर्णों की देशभक्ति की कीमत चुकानी पड़ती है: उदित
एक अन्य ट्वीट में उदित राज ने कहा, 'सोशल मीडिया पर राष्ट्रवाद का प्रचार करने वाले लोग अक्सर उच्च जाति के होते हैं और जिन सैनिकों ने मुख्य रूप से हमले में अपनी जान गंवाई वे SC/ST/OBC समुदायों से आते हैं। हाशिए पर खड़े समुदायों को सत्ताधारी सवर्णों की देशभक्ति की कीमत चुकानी पड़ती है।
उदित राज ने एक इंटरव्यू मे कहा, 'राहुल जी ने बहुत ही माकूल सवाल किया है। पूरे देश को पूछना चाहिए इनसे कि पुलवामा हमले में क्या सच्चाई है। जब 14 फरवरी 2019 को ये हुआ तो बीजेपी के कार्यकर्ता पूरे देश में कैंडल मार्च निकालने लगे। ये विपक्ष का काम है।
पक्ष का काम है तुरंत पता लगाइए। पक्ष-विपक्ष दोनों के काम को बीजेपी ने अपने ऊपर ले लिया और उससे चुनाव जीते जो राहुल जी ने उठाया है। हम पूरा समर्थन करते हैं। जांच होनी चाहिए वरना 2024 से पहले भी ऐसा कुछ होगा इस देश में।'