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राहुल का पीएम मोदी पर हमला, किसानों की जीत को बताया अहंकार की हार

मोदी सरकार को किसानों की मांगें माननी ही होंगी और काले कानून वापस लेने होंगे। ये तो बस शुरुआत है। किसानों के आंदोलन को राहुल गांधी ने ही पंजाब पहुंचकर शुरू कराया था।

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Published on: 27 Nov 2020 11:29 AM GMT
राहुल का पीएम मोदी पर हमला, किसानों की जीत को बताया अहंकार की हार
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राहुल का पीएम मोदी पर हमला, किसानों की जीत को बताया अहंकार की हार (Photo by social media)

लखनऊ: केंद्र सरकार के कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों को दिल्ली जाने की अनुमति मिलने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है। उन्होंने किसानों की जीत को अहंकार की पराजय करार दिया है और कहा कि किसानों को दुनिया की कोई सरकार नहीं रोक सकती है।

कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने किसानों को दिल्ली पहुंचने की अनुमति मिलने के बाद सोशल मीडिया पर बयान जारी कर केंद्र सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को याद रखना चाहिए था , जब जब अहंकार सच्चाई से टकराता है , पराजित होता है। सच्चाई की लड़ाई लड़ रहे किसानों को दुनिया की कोई सरकार नहीं रोक सकती।

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मोदी सरकार को किसानों की मांगें माननी ही होंगी और काले कानून वापस लेने होंगे

मोदी सरकार को किसानों की मांगें माननी ही होंगी और काले कानून वापस लेने होंगे। ये तो बस शुरुआत है। किसानों के आंदोलन को राहुल गांधी ने ही पंजाब पहुंचकर शुरू कराया था। उन्होंने किसानों की सभाओं को संबोधित भी किया था और पंजाब में किसानों की दिल्ली यात्रा में शामिल भी हुए थे। पंजाब और हरियाणा बार्डर पर किसान यात्रा पहुंचने के बाद ही राहुल दिल्ली लौटे थे ऐसे में किसानों का जत्था जब दिल्ली पहुँचने वाला है तो इसे राहुल गांधी की रणनीतिक जीत माना जा रहा है। यही वजह है कि राहुल ने सबसे पहले अपनी प्रतिक्रिया जारी कर केंद्र सरकार के रुख में आए बदलाव को किसानों की जीत करार दिया है।

उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी भाजपा सरकार को आड़े हाथों लिया

इससे पहले कांग्रेस कमेटी की महासचिव और उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी कृषि कानूनों का विरेाध कर रहे किसानों पर वाटर कैनन चलाए जाने पर भाजपा सरकार को आड़े हाथों लिया और भाजपा को किसान विरोधी करार दिया है। उन्होने ट्वीट कर कहा कि- ''किसानों से समर्थन मूल्य छीनने वाले कानून के विरोध में किसान की आवाज सुनने की बजाय भाजपा सरकार उन पर भारी ठंड में पानी की बौछार मारती है। किसानों से सबकुछ छीना जा रहा है और पूंजीपतियों को थाल में सजा कर बैंक, कर्जमाफी, एयरपोर्ट रेलवे स्टेशन बांटे जा रहे हैं।''

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प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने भी बयान जारी कर कहा है कि अन्नदाताओं के खिलाफ लाठी गोली चलाने वाली भाजपा सरकार मेहनतकश समुदाय का दर्द नहीं जानती है। कोरोना काल मे जहाँ अडानी अम्बानी की कमाई 150 गुना बढ़ी तो वहीं योगी सरकार में गन्ने के मूल्यों में कोई भी बढ़ोतरी नही हुई है जबकि उनकी उत्पादन लागत बिजली, उर्वरक, कीटनाशक, डीजल आदि की वजह से बढ़ी है। किसानों को गन्ने का पिछला भुगतान अभी तक नहीं हुआ है। इससे स्पष्ट होता है कि भाजपा सरकारों के एजेंडे में किसान मजदूर कभी था ही नहीं। किसानों का कर्ज माफ करने और बिजली मूल्य माफ करने का वादा किया था। नये कृषि कानून जो बनाये गये हैं वह सब किसानेां के हितों पर कुठाराघात है जिसके चलते किसान आन्दोलन करने के लिए विवश हुए हैं।

रिपोर्ट- अखिलेश तिवारी

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