विधानसभा का बदला रूख: सचिन पायलट नहीं होंगे CM के बगल में, यहां होगी कुर्सी

देशभर में कोरोना का दौर चल रहा है, लेकिन राजस्थान में कोरोना के साथ सियासी उथल-पुथल का भी दौर चल रहा है। राज्य की कांग्रेस पार्टी में अब भले ही सब कुछ ठीक-ठाक दिखाई दे रहा हो, लेकिन आज पूर्व उप सीएम सचिन पायलट को कड़वी सच्चाई से रूबरू होना होगा।

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Published on: 14 Aug 2020 5:14 AM GMT
विधानसभा का बदला रूख: सचिन पायलट नहीं होंगे CM के बगल में, यहां होगी कुर्सी
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जयपुर। देशभर में कोरोना का दौर चल रहा है, लेकिन राजस्थान में कोरोना के साथ सियासी उथल-पुथल का भी दौर चल रहा है। राज्य की कांग्रेस पार्टी में अब भले ही सब कुछ ठीक-ठाक दिखाई दे रहा हो, लेकिन आज पूर्व उप सीएम सचिन पायलट को कड़वी सच्चाई से रूबरू होना होगा। जीं हां विधानसभा ने उप सीएम के पद से हटाए जाने के बाद सचिन पायलट अब अशोक गहलोत के बगल वाली कुर्सी पर नहीं बैठेंगे। जानकारी के अनुसार, सचिन पायलट को निर्दलीय विधायक संजय लोढ़ा के बगल वाली कुर्सी अलॉट हुई है।

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सचिन पायलट अब मंत्री नहीं

इसके साथ ही राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने विधानसभा में विधायकों के बैठने के लिए जो नए नियम जारी किए हैं, उनके अनुसार, सचिन पायलट की जगह संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल सीएम के बगल वाली कुर्सी पर बैठेंगे।

ऐसे में सचिन पायलट मंत्री अब नहीं हैं, जिसके चलते परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास और स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा के पीछे उन्हें 127 नंबर की सीट दी गई है, जोकि निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा के बगल में है।

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जानकारी के लिए बता दें, कि सचिन पायलट के साथ ही दो मंत्रियों विश्वेंद्र सिंह और रमेश मीणा को बर्खास्त किया गया था। जिसकी वजह से विश्वेंद्र सिंह सबसे आखिरी लाइन में 14वें नंबर सीट पर बैठेंगे, जबकि रमेश मीणा को दूसरे रूम में पांचवी लाइन के 54 नंबर सीट दी गई है।

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विधानसभा में पहली बार कुर्सियां

महामारी कोरोना के चलते सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए विधायकों को दूर-दूर बैठाया जाएगा। जहां विधानसभा में पहली बार कुर्सियां भी लगाई जाएंगी, जिन पर विधायक बैठेंगे।

इसके अलावा शुक्रवार को विधानसभा से जो एजेंडा जारी किया गया है, उसकी कार्य सूची में विश्वास मत हासिल करना नहीं लिखा हुआ है। वहीं काली सूची में कोरोना प्रबंधन, लॉकडाउन के कारण आर्थिक स्थिति पर चर्चा की बात लिखी गई है।

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