×

राजस्थान: मंत्रिमंडल के गठन में राहुल गांधी की होगी भूमिका, ये हो सकते है मंत्री

सीएम पद की शपथ लेने के बाद अशोक गहलोत के लिए सबसे बड़ी चुनौती मंत्रिमंडल के गठन को लेकर सामने आ रही है। सबसे ज्यादा मुश्किल तो डिप्टी सीएम सचिन पायलट के साथ तालमेल बनाकर चलने की होगी। जानकारी के मुताबिक मंत्रियों की संख्या भी दोनों के समर्थकों की बराबर –बराबर होगी।

Aditya Mishra
Published on: 23 Dec 2018 11:51 AM GMT
राजस्थान: मंत्रिमंडल के गठन में राहुल गांधी की होगी भूमिका, ये हो सकते है मंत्री
X

जयपुर: राजस्थान में कांग्रेस पार्टी की सरकार बनने के बाद अशोक गहलोत के लिए आगे की राह अभी आसान नजर नहीं आ रही है। यहां सीएम पद की शपथ लेने के बाद अशोक गहलोत के लिए सबसे बड़ी चुनौती मंत्रिमंडल के गठन को लेकर सामने आ रही है। सबसे ज्यादा मुश्किल तो डिप्टी सीएम सचिन पायलट के साथ तालमेल बनाकर चलने की होगी।

जानकारी के मुताबिक मंत्रियों की संख्या भी दोनों के समर्थकों की बराबर –बराबर होगी। कौन –मंत्री बनेगा और कौन नहीं इसका फैसला भी दोनों को मिलकर ही करना है। वहीं ख़बरें अब ये भी आ रही है कि राहुल गांधी से पूछकर ये दोनों नेता मंत्रिमंडल का निर्णय करेंगे।

ये भी पढ़ें...तीन राज्यों में CM पद की शपथ: कमलनाथ, गहलोत-भूपेश बघेल के सिर सजा ताज

लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर होगा मंत्रिमंडल का गठन

इस बार गहलोत के लिए मंत्रिमंडल का गठन इसलिए भी चुनौतीपूर्ण होगा, क्योंकि इसमें पार्टी के दोनों पावर सेंटर के लोगों का समायोजन करना होगा। वहीं फिर विधानसभा चुनावों के बाद लगे हाथ कुछ माह बाद लोकसभा के चुनाव भी होने है, लिहाजा लोकसभा चुनावों के मद्देनजर राजनीतिक, क्षेत्रीय और जातीय समीकरणों को पूरी तरह से साधकर मंत्रिमंडल का गठन करना किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है।

इस बार कांग्रेस ने अपने परपंरागत गढ़ शेखावाटी के अलावा भाजपा के गढ़ जयपुर और हाड़ौती (कोटा संभाग) में भी अपना परचम लहराया है, इन्हीं क्षेत्रों से मंत्रिपद के सबसे अधिक दावेदार है। वहीं पार्टी के कई पुराने और दिग्गज विधानसभा पहुंचे है तो कई नए और साधारण नेता भाजपा के दिग्गजों को हराकर जीते है।

दूसरी तरफ कुछ बड़े ऐसे नेता भी है, जिन्होंने टिकट नहीं मिलने से नाराज होकर बगावत कर दी और चुनाव मैदान में डट गए थे। इनमें से भी कुछ विधानसभा पहुंचने में सफल हुए है, हालांकि बागियों को पार्टी ने छह साल के लिए निष्कासित कर दिया था, लेकिन उनकी जीत का अंतर और लोकसभा चुनावों को देखते हुए उनकी वापसी की संभावनाओं से इनकार नहीं किया जा सकता।

ये भी पढ़ें...अशोक गहलोत ने राजस्थान के सीएम पद की शपथ ली, तीसरी बार बने सीएम

ये हो सकते है मंत्री

डॉ.सी.पी.जोशी, बी.डी.कल्ला, राजेन्द्र पारीक,रघु शर्मा,परसादी लाल मीणा,रमेश मीणा,गोविंद सिंह डोटासरा,नरेन्द्र बुडानिया,महेन्द्र मालवीय,विश्वेन्द्र सिंह,लालचंद कटारिया,महेश जोशी,शांति धारीवाल,भरत सिंह,प्रमोद जैन,सालेह मोहम्मद,जाहिदा,ममता भुपेश,भंवर लाल मेघवाल और टीकाराम जुली आदि को प्रथम चरण में मंत्री बनाया जा सकता है।

महादेव सिंह,बाबूलाल नागर,लक्ष्मण मीणा और संयम लोढ़ा कांग्रेस का टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय चुनाव लड़कर जीते है । लोकसभा चुनावों के मद्देनजर अगर इनकी पार्टी में वापसी होती है तो ये भी प्रबल दावेदारों की सूची में शामिल होंगें।

ये भी पढ़ें...हम प्रदेश में पात्र किसानों का 2 लाख रु. तक का ऋण माफ़ करेंगे : अशोक गहलोत

Aditya Mishra

Aditya Mishra

Next Story