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मुस्लिम धर्मगुरुओं पर साध्वी का प्रहार, महिलाओं के उत्पीडन में आगे नहीं आना चाहिए

Rishi
Published on: 12 Dec 2016 6:48 PM GMT
मुस्लिम धर्मगुरुओं पर साध्वी का प्रहार, महिलाओं के उत्पीडन में आगे नहीं आना चाहिए
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कासगंज : उत्तर प्रदेश के कासगंज में बीजेपी की फायरब्रांड नेता व केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने तीन तलाक के मुद्दे पर कहा कि धर्म गुरुओ को महिलाओं के उत्पीडन में आगे नहीं आना चाहिए। वहीँ बसपा सुप्रीमों मायावती पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा दलितों का विरोधी या दुश्मन यदि कोई हैं, तो वो मायावती हैं और पिछडो का सबसे बड़ा कोई विरोधी हैं तो वो मुलायम सिंह हैं।

निरंजन ज्योति ने कहा कि तीन तलाक का निर्णय भाजपा का नहीं है, यह कोर्ट का निर्णय है। मुस्लिम महिलाएं ही कोर्ट गयी थी और उन्हीं के पक्ष में कोर्ट ने निर्णय दिया हैं। हम चाहते हैं कि महिलाओ की इज्जत हो।

उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि क्या फोन पर तलाक कहने से महिला की जिंदगी और इज्जत नहीं बर्बाद हो गयी ? क्या उस महिला के साथ नहीं खड़ा होना चाहिए? उन्होंने कहा कि धर्म ग्रन्थ पूजा पद्धति के लिये होते हैं, संविधान से बड़ा कोई कानून नहीं होता हैं। तीन तलाक पर निर्णय भाजपा ने नहीं न्यायलय ने दिया है। उन्होंने कहा कि धर्म गुरुओ को पूजा पद्धति में नमाज अदा करने में रखना चाहिए। महिलाओ के उत्पीडन में धर्म को आगे नहीं लाना चाहिए।

बसपा सुप्रीमो मायावती पर प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि मायावती को स्वयं अपने गिरेबान में झांककर देखना चाहिए। मायावती से पूँछिये कि यदि भाजपा दलित विरोधी है, तो मायावती को शुरुआत में मुख्यमंत्री बनाने वाला कौन हैं ? मायावती को अपना चित्र लगाने के बजाय दलित महापुरुषों के चित्र लगाने चाहिए थे। जीवित रहते अपनी प्रतिमा लगाना, हाथी बनाना कहा तक सही है।

सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा पिछडो का यदि कोई विरोधी है, तो वो मुलायम सिंह हैं।

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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