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बाई गॉड की कसम माया बुआ और टीपू भैया बड़े फिल्मी निकले
आशीष शर्मा 'ऋषि'
होली निपट गई थी। श्रीदेवी का भी अंतिम संस्कार पूरे श्रद्धा भाव से न्यूज़ चैनल निपटा चुके थे। घर पर खलिहर बैठे छुट्टी का बचा हुआ दिन निपटा रहा था। तभी एक न्यूज़ चैनल पर झूम-झूम झपाक करते हुए दलितों की स्वघोषित देवी मां और यूपी के टीपू सुल्तान प्रकट हो गए। ठीक वैसे ही जैसे बचपन से सुनते आ रहे थे ‘भए प्रगट कृपाला दीनदयाला कौसल्या हितकारी। हरषित महतारी मुनि मन हारी अद्भुत रूप बिचारी।। लोचन अभिरामा तनु घनश्याम निज आयुध भुज चारी। टाइप से।
बने होंगे राहुल अध्यक्ष ! तुमको मिलेगा बाबा जी का ठुल्लू, जैसे तुमने हमें दिया
पहले तो लगा कि चैनल वाले नई भसड फैला रहे हैं। दूसरे तीसरे चैनल पर गया तो वहां भी यही भसड मची हुई थी। सोचा देख ही लें क्या नया माल आया है मार्केट में। 10 मिनट में पता चल गया कि बुआ भतीजे ने गठबंधन कर लिया है। अब गोरखपुर में हाथी साइकल पर बैठेगा। हमें एक चैनल से पता चला कि कल अम्बेडकर पार्क में माया-अखिलेश की मुलाकात हुई थी। यहां उन्होंने अनिल कपूर वाली नायक 5 बार देखी और उसके बाद इस गठबंधन की शर्ते और नियमों की फाइल तैयार की। ये वही चैनल था, जिसके पास सभी खबरे सबसे पहले आती हैं।
इसके बाद दिमाग में माया जी के वो सभी पुराने बोल बचन गूंजने लगे कि मुलायम के साथ कोई गठबंधन नहीं करूंगी। लेकिन ये राजनीति भी ससुरी बहुते बेरहम चीज है। दोस्तों को दुश्मन और दुश्मनों को दोस्त बना देती है। वैसे भी दुश्मन का दुश्मन दोस्त ही होता है और उससे निपटने के लिए एक होने में कोई बुराई नहीं है। हमने तो फिलहाल साऊथ की फिल्मों से यही सीखा है। वैसे भी दुश्मनी मुलायम से थी बेचारे अखिलेश की इसमें क्या गलती थी। बुआ का भी दिल ये देख पिघल गया कि बच्चा आजकल कितना परेशान है राहुल भी उसे अकेला छोड़ निकल लिया अब मुझे दिल बड़ा करना चाहिए।
गजब किए हो मालिक! राहुल की जैकेट पर दिल आ गया है तो बताओ ?
खैर मोदी चचा को एक अवार्ड तो बनता ही है। वो भी राष्ट्र एकता के नाम पर। आखिर उन्हीं के चलते ही तो सभी नेता आपसी मनभेद-मतभेद मिटा एक छतरी के नीचे आने लगे हैं।
अब इस बेमेल बंधन का भविष्य क्या होगा ये तो भविष्य ही जाने। हमने तो टाइम पास कर लिया। ऑफिस से कॉल आ गई है। तो आपसे फिर कभी मुलाकात होगी। क्योंकि अब अगले लोकसभा चुनाव से पहले ऐसे कई बेमेल गठबंधन देखने जो हैं। तब तक के लिए जय भीम, जय समाजवाद।