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बागी शरद यादव गुजरात चुनाव में कांग्रेस के साथ मिलकर लिख देंगे 'क्रांति' !

Rishi
Published on: 18 Sep 2017 1:25 PM GMT
बागी शरद यादव गुजरात चुनाव में कांग्रेस के साथ मिलकर लिख देंगे क्रांति !
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नई दिल्ली : जनतादल यू का शरद यादव खेमा गुजरात के आगामी विधानसभा चुनावों में कांग्रेस से गठजोड़ करेगा। इस खेमे की दिल्ली में दो दिन तब चली राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में तय किया गया कि गुजरात में सभी सेकुलर दलों के साथ गठबंधन होगा जिससे भाजपा को इस चुनाव में करारी शिकस्त दी जा सके।

पार्टी के नव नियुक्त कार्यकारी अध्यक्ष व गुजरात के विधायक छोटू भाई वासवा ने बताया कि गुजरात में नोटबंदी के बाद आम आदमी पर आर्थिक मंदी की जो मार पड़ी है, उसे गुजरात चुनाव में बड़ा मुद्दा बनाया जाएगा। गुजरात में जदयू का वजूद बहुत ही सीमित है लेकिन इससे राज्य में भाजपा विरोधी ताकतों को लामबंद करने में मदद मिलेगी।

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राज्यों में बहुमत का दावा

शरद खेमे ने खुद को असली जनतादल यू बताते हुए दावा किया कि 24 राज्यों की ईकाइयां उनके साथ हैं। तथा कुल 125 राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्यों में 72 ने नीतीश कुमार विरोधी खेमे की इस बैठक में हिस्सा लिया। पार्टी महासचिव अरुण श्रीवास्तव के मुताबिक चुनाव आयोग को इस बैठक की कार्रवाई से अवगत करा दिया गया।

गौरतलब है कि चुनाव आयोग ने पिछले सप्ताह नीतीश कुमार खेमे को असली जनतादल यू व पार्टी का चुनाव चिन्ह तीर को अपने पास रखने के लिए अधिकृत किया था। आयोग ने बिहार में सभी विधायकों के नीतीश कुमार के साथ बने रहने और तीन राज्यसभा सांसदों को छोड़ 9 राज्यसभा व दो लोकसभा सांसदों के नीतीश कुमार के साथ बने रहने पर उन्हें ही असली जदयू माना है।

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शरद खेमे का कहना है, कि उनके साथ पार्टी संगठन का बहुमत प्राप्त है इसलिए उन्होंने आयोग को दोबारा जदयू के स्वामित्व पर सुनवाई की मांग की है। शरद गुट की कार्यकारिणी ने नीतीश कुमार को पार्टी की स्थापित नीतियों के खिलाफ काम करके भाजपा से गठबंधन के आरोप में पार्टी राज्यसभा महासचिव से मुलाकात की जनतादल यू के विद्रोही नेता शरद यादव व दूसरे सांसद अली अनवर की राज्यसभा सदस्यता समाप्त करने के बारे में नीतीश कुमार के पत्र पर राज्यसभा सचिवालय की अति सक्रियता पर विरोधी खेमे ने सवाल उठाए हैं।

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ज्ञात रहे, कि शरद यादव को अभी नीतीश कुमार ने सिर्फ राज्यसभा में नेता पद से हटाया है। केरल के सांसद एमपी विरेंद्र कुमार पर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है। केवल अली अनवर को पार्टी की सदस्यता से निलंबित किया है।

दूसरी ओर अली अनवर के मुताबिक उन्होंने राज्यसभा उपसभापति के कार्यालय से नोटिसों के बाबत राज्यसभा के नए महासचिव से मुलाकात की है तथा उनसे नोटिस के दस्तावेजों पर कानूनी सलाह के लिए एक माह का वक्त मांगा है।

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शरद खेमे को इस बात पर ऐतराज है, कि राज्यसभा की आचरण समिति अभी अस्तित्व में नहीं है। ऐसी सूरत में उनसे स्पष्टीकरण मांगने की जल्दबाजी पूरी तरह अनुचित व एकतरफा है। अली अनवर का कहना है कि जो दस्तावेज दिए गये हैं वे भी प्रमाणित नहीं हैं तथा कानूनी तौर पर गलत हैं। उनके मुताबिक हम इनका अध्ययन करेंगे और राज्यसभा की सदस्यता से निष्कासित करने की नीतीश कुमार खेमे की कोशिशों को चुनौती देंगे।

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नीतीश कुमार को हटाया, वासवा नए कार्यकारी अध्यक्ष

जदयू ने पिछले साल 23 अप्रैल को पटना में हुई पार्टी बैठक में पारित प्रस्ताव की अवहेलना करने के आरोप में नीतीश कुमार को निष्कासित करते हुए गुजरात के विधायक छोटू भाई वासवा को कार्यकारी अध्यक्ष घोषित कर दिया। 6 बार से विधायक रह चुके वासवा ने पिछले माह गुजरात में हुए विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार के निर्देशों की अवहेलना करते हुए कांग्रेस के अहमद पटेल को वोट दिया और कांटे की टक्कर में अहमद पटेल एक वोट की बढ़त से जीतने में कामयाब रहे।

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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