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शिवराज के नाम अजीबोगरीब रिकॉर्ड, अपनी ही पार्टी के येदियुरप्पा को पछाड़ा
मध्यप्रदेश की चौथी बार कमान संभालने वाले शिवराज सिंह चौहान ने एक अजीबोगरीब रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम सबसे लंबे समय तक बगैर कैबिनेट के मुख्यमंत्री रहने का रिकॉर्ड दर्ज हो गया है।
अंशुमान तिवारी
भोपाल। मध्यप्रदेश की चौथी बार कमान संभालने वाले शिवराज सिंह चौहान ने एक अजीबोगरीब रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम सबसे लंबे समय तक बगैर कैबिनेट के मुख्यमंत्री रहने का रिकॉर्ड दर्ज हो गया है। गुरुवार को शिवराज के चौथी बार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने के 25 दिन पूरे हो गए और इसी के साथ उन्होंने अपनी ही पार्टी के वरिष्ठ नेता और कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा का रिकॉर्ड तोड़ दिया।
चंद्रशेखर राव का यह कमाल
हालांकि यह रिकॉर्ड तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के नाम दर्ज हो सकता था, लेकिन अपने साथ एक मंत्री को शपथ दिला कर वे यह रिकॉर्ड काम करने से चूक गए। राव ने अपने एक साथी मंत्री के साथ मिलकर 68 दिनों तक तेलंगाना की कमान संभाली। लेकिन शिवराज सिंह चौहान अकेले अपने दम पर 25 दिनों से मध्य प्रदेश की कमान संभाले हुए हैं।
अब मंत्रिमंडल के गठन की कवायद
वैसे सियासी जानकारों का मानना है कि शिवराज इन दिनों में राज्य में मंत्रिमंडल के गठन की कोशिश में जुटे हुए हैं। माना जा रहा है कि उनका यह मंत्रिमंडल छोटा ही होगा। कोरोना संकट के दिनों में छोटे समारोह के जरिए मंत्रियों को कमान सौंपने की तैयारी है। अभी तक इस मामले में दिल्ली से ग्रीन सिग्नल मिलने का इंतजार कर रहा है।
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संकट की घड़ी में शिवराज अकेले डटे
शिवराज सिंह ने ऐसे समय में मध्य प्रदेश की कमान संभाली है जब कोरोना संकट काफी बढ़ चुका था। राज्य में अब तक 11 सौ से अधिक लोग इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं और यह वायरस 55 लोगों की जान ले चुका है। भोपाल और इंदौर में इस वायरस का व्यापक संक्रमण हो चुका है। संकट की इस घड़ी में शिवराज सिंह चौहान अकेले ही कमान संभाले हुए हैं।
लॉकडाउन ने खड़ी की बाधा
शिवराज सिंह चौहान ने 23 मार्च को मध्यप्रदेश की चौथी बार कमान संभाली थी और पीएम मोदी ने 24 मार्च से देश में लॉकडाउन का ऐलान कर दिया था। लॉकडाउन घोषित हो जाने के कारण शिवराज अपने मंत्रिमंडल का गठन नहीं कर पाए। उम्मीद जताई जा रही थी कि 14 अप्रैल को लॉकडाउन खत्म होने के बाद प्रदेश में मंत्रिमंडल का गठन होगा, लेकिन अब लॉकडाउन की समय सीमा 3 मई तक बढ़ाए जाने के बाद फिर मामला फंस गया है।
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येदियुरप्पा के नाम था रिकॉर्ड
शिवराज सिंह चौहान से पहले यह रिकॉर्ड कर्नाटक के मुख्यमंत्री येदियुरप्पा के नाम दर्ज था। येदियुरप्पा ने सीएम पद की शपथ लेने के 25वें दिन अपने मंत्रिमंडल का गठन किया था। उन्होंने 26 जुलाई 2019 को कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी और 25 दिन बाद 20 अगस्त 2019 को उन्होंने अपनी कैबिनेट का गठन किया। कर्नाटक के ही एक और मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने कुर्सी पर बैठने के 14 दिन बाद कैबिनेट का गठन किया था। मंत्रियों के नाम को लेकर खींचतान होने के कारण उन्हें मंत्रिमंडल का गठन करने में इतना ज्यादा समय लग गया था।
राव ने लिया सिर्फ एक मंत्री का सहारा
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव काम करने की अपनी अनूठी स्टाइल के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने तो लगातार 68 दिनों तक एक मंत्री के सहारे ही अपने राज्य को चलाया। झारखंड में हेमंत सोरेन के साथ भी मंत्रिमंडल को लेकर पेंच फंस गया था। उनके साथ ही मंत्रियों के नाम तय करने को लेकर दिक्कत खड़ी हो गई थी मगर उन्होंने अपने साथ ही तीन मंत्रियों को शपथ दिला दी थी। इसलिए उन्हें ज्यादा दिक्कतों का सामना नहीं करना
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