TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

तीसरे मोर्चे के गठन के लिए आज ममता से मिलेंगे तेलंगाना के CM के. चंद्रशेखर राव

लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा और कांग्रेस के विकल्प के लिए संभावना तलाशने में अब तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव भी सक्रिय हो गए हैं। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव क्षेत्रीय दलों को मिलाकर तीसरे मोर्चे के गठन पर जोर दिया है।

Anoop Ojha
Published on: 24 Dec 2018 10:16 AM IST
तीसरे मोर्चे के गठन के लिए आज ममता से मिलेंगे तेलंगाना के CM के. चंद्रशेखर राव
X

नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा और कांग्रेस के विकल्प के लिए संभावना तलाशने में अब तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव भी सक्रिय हो गए हैं। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव क्षेत्रीय दलों को मिलाकर तीसरे मोर्चे के गठन पर जोर दिया है। इन कोशिशों के बीच वह नवीन पटनायक से भी मिल चुके है।ऐसी संभावना जतायी जा रही है कि केसीआर केसीआर सोमवार को कोलकाता में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी से भी मिलेंगे।

यह भी पढ़ें ....... ओडिशा के CM नवीन पटनायक पर अपने ही चला रहे तलवार, पार्टी में आई दरार

इसके पहले भी वह ममता से मिल चुके हैं। इसके पहले नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख और जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला ने शुक्रवार को कोलकाता में राज्य सचिवालय में ममता से मुलाकात की थी।

यह भी पढ़ें ....... फारूक अब्दुल्ला- अगर कांग्रेस के कुछ लोग गलत बातें नहीं कहते तो गुजरात में पार्टी जीत जाती

तीसरे मोर्चे की ताकत दिखने के लिए विभिन्न क्षेत्रीय दलों के नेताओं की परस्पर मुलाकातों के साथ ही अगले महीने की 19 तारीख को कोलकाता में ब्रिगेड परेड ग्राउंड में तृणमूल कांग्रेस की ओर से विपक्षी दलों की रैली भी प्रस्तावित है।

यह भी पढ़ें ....... आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू से मिलीं ममता बनर्जी

पटनायक से अनी मुलाकात करने के बाद केसीआर ने कहा, कि अभी तक कुछ ठोस नहीं उभरा है। हम परस्पर बातचीत कर रहे हैं।हम लोग फिर मिलेंगे और विचार-विमर्श करेंगे कि कैसे ‘गैर भाजपा-कांग्रेस’ तीसरे मोर्चे को साकार किया जा सकता है।

यह भी पढ़ें ....... तेलंगाना में टीआरएस का गढ़ भेदने में जुटे कांग्रेस, भाजपा और ओवैसी

सूत्रों के अनुसार प्रस्तावित मोर्चे में शामिल होने वाले दलों को लेकर फारूक और राव में सहमति नहीं बन पा रही हैं। अब्दुल्ला को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को साथ लेने में कोई दिक्कत नहीं है, वहीं राव कांग्रेस से भी दूरी बना कर मोर्चा बनाने के पक्षधर हैं।

यह भी पढ़ें ....... पीएम मोदी का राहुल गांधी पर वार, बोले- ईवीएम का रोना रोती है कांग्रेस

दरअसल ममता बनर्जी भाजपा के खिलाफ लड़ाई में कांग्रेस समेत तमाम क्षेत्रीय दलों को साथ लेना चाहती हैं।बन रहे इस गठजोड़ में राहुल को लेकर कई तरह के मतभेद उपज रहे है। राहुल के सामने आने पर कुछ क्षेत्रीय दल प्रस्तावित गठजोड़ से दूर हो सकते हैं।प्रस्तावित गठजोड़ के नेता के तौर पर राहुल गांधी को स्वीकार करने में कुछ नेताओं को का रूख् अभी स्पष्ट नहीं हो पा रहा है ।



\
Anoop Ojha

Anoop Ojha

Excellent communication and writing skills on various topics. Presently working as Sub-editor at newstrack.com. Ability to work in team and as well as individual.

Next Story