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Maharashtra Politics: अब उद्धव के परिवार में भी लगी सेंध, बाल ठाकरे की बहू स्मिता ने की शिंदे से मुलाकात
Maharashtra Politics: शिवसेना में हुई बगावत के बाद संकट में फंसे उद्धव ठाकरे की मुश्किलों का अंत होता नहीं दिख रहा है। अब बाल ठाकरे की बहू स्मिता ठाकरे ने राज्य के मुख्यमंत्री और शिवसेना के बागी गुट के नेता एकनाथ शिंदे से मुलाकात की है।
Eknath Shinde and Smita Thackeray (image social media)
Maharashtra Politics: शिवसेना में हुई बगावत के बाद संकट में फंसे उद्धव ठाकरे की मुश्किलों का अंत होता नहीं दिख रहा है। अब उनके परिवार में भी सेंध लगती दिख रही है। शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे की बहू स्मिता ठाकरे ने राज्य के मुख्यमंत्री और शिवसेना के बागी गुट के नेता एकनाथ शिंदे से मुलाकात की है। सियासी हलकों में स्मिता ठाकरे की शिंदे से यह मुलाकात खासी चर्चाओं में है।
ठाकरे परिवार के किसी सदस्य ने पहली बार शिंदे से मुलाकात की है। शिंदे गुट की बगावत के कारण ही उद्धव ठाकरे को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद से हाथ धोना पड़ा था। पिछले महीने हुई बगावत के बाद उद्धव और शिंदे खेमे के बीच जबर्दस्त खींचतान चल रही है।
मुख्यमंत्री को बधाई देने पहुंचीं स्मिता
बाल ठाकरे की बहू स्मिता ने मुख्यमंत्री शिंदे से दक्षिण मुंबई में स्थित सरकारी अतिथिगृह सहयाद्री में मुलाकात की। मुलाकात के बाद उन्होंने इसे शिष्टाचार भेंट बताया। उन्होंने कहा कि शिंदे पुराने शिवसैनिक हैं और मैं उन्हें लंबे समय से जानती हूं। एक शिव सैनिक से उन्होंने मुख्यमंत्री पद से तक का सफर तय किया है। सियासी क्षेत्र में सक्रिय होने के बाद उन्होंने काफी काम किए हैं। हम दोनों एक-दूसरे को लंबे समय से जानते हैं और मैं मुख्यमंत्री पद पर उनकी ताजपोशी के बाद उन्हें बधाई देने गई थी।
शिवसेना में हुई बगावत के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने किसी भी प्रकार की टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। बाल ठाकरे के बेटे जयदेव की पत्नी स्मिता ने कहा कि वे सामाजिक क्षेत्र में कार्य करती हैं और सियासत से उनका कोई नाता नहीं है। इसलिए शिवसेना में क्या कुछ चल रहा है,इसके बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है।
ठाकरे परिवार की पहली सदस्य
स्मिता ठाकरे एक दौर में बाल ठाकरे के काफी करीबी रही हैं। हालांकि वे सियासी मैदान में सक्रिय नहीं हैं। वे फिलहाल फिल्म प्रोडक्शन कंपनी चलाती हैं। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात करने वाली बाल ठाकरे परिवार की वे पहली सदस्य हैं। यही कारण है कि महाराष्ट्र के सियासी हलकों में इस मुलाकात की खूब चर्चा हो रही है।
उद्धव ठाकरे का आज जन्मदिन भी है और उनके जन्मदिन के दिन ठाकरे परिवार की एक सदस्य के शिंदे से मुलाकात की बात उजागर हुई है। हालांकि उद्धव खेमे की ओर से स्मिता की शिंदे से हुई इस मुलाकात पर कोई टिप्पणी नहीं की गई है।
शिंदे के बेटे ने बोला उद्धव पर हमला
इस बीच उद्धव ठाकरे सरकार के पतन के बाद मुख्यमंत्री शिंदे के बेटे और सांसद एकनाथ शिंदे ने पहली बार उद्धव ठाकरे को लेकर खुलकर प्रतिक्रिया जताई है। उन्होंने कहा कि अगर उन्होंने सांसदों, विधायकों और कार्यकर्ताओं की बात सुनी होती तो आज उन्हें यह बुरा दिन नहीं देखना पड़ता।
उन्होंने कहा कि अब उद्धव कार्यकर्ताओं से मिलकर उन्हें मनाने की कोशिश कर रहा है मगर कोई भी कार्यकर्ता उनकी बात सुनने के लिए तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को पूरे राज्य के लोगों का समर्थन मिल रहा है।
कार्यकर्ताओं में थी भारी नाराजगी
शिंदे के बेटे ने कहा कि महाराष्ट्र में किसी ने भी शिवसेना के कांग्रेस और एनसीपी से गठबंधन के बारे में नहीं सोचा था। उद्धव ठाकरे ने सिर्फ मुख्यमंत्री बनने के लिए यह गठबंधन किया था जिसे लेकर कार्यकर्ताओं में भारी नाराजगी थी। अब शिंदे गुट के भाजपा के साथ प्राकृतिक गठबंधन से शिवसेना के कार्यकर्ता खुश नजर आ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस और एनसीपी से गठबंधन करने के बाद शिवसेना लगातार कमजोर हो रही थी। एनसीपी की ओर से शिवसेना को कमजोर करने के संबंध में शिकायत किए जाने के बावजूद उद्धव ने किसी की बात नहीं सुनी। इसीलिए आखिरकार पार्टी में बगावत हुई और उद्धव को सत्ता से बेदखल होना पड़ा।