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UP Election 2022 News: राजनीतिक टकराव के बीच योगी अखिलेश के गढ़ में, अखिलेश योगी के गढ में

UP Election 2022 News: केन्द्रीय गृह मंत्री और अमित षाह के आज पूर्वांचल क्षेत्र के दौरे पर हैं। वह शनिवार को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के संसदीय क्षेत्र आजमगढ जाएगें तो अखिलेश यादव मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह नगर और उनके पूर्व संसदीय क्षेत्र गोरखपुर जाएगें। जहां से वह कुशीनगर तक अपनी रथयात्रा शुरू करेंगे।

Shreedhar Agnihotri
Published on: 13 Nov 2021 12:09 AM IST
Up Politics
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अखिलेश यादव और योगी आदित्यनाथ की तस्वीर (फोटो:सोशल मीडिया)

UP Politics: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradseh) का पूर्वांचल क्षेत्र इस बार चुनावी महासंग्राम का सबसे बड़ा केन्द्र बनने को तैयार है। जहां सत्ताधारी दल भाजपा (BJP) अपने विकास कार्यो के बल पर इस क्षेत्र में अपनी ताकत दिखाना चाह रही हैं। वहीं मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी सत्ता पक्ष की कमियों को उजागर करने को लेकर एंडी चोटी का जोर लगाने को तैयार हैं। भले ही अभी विधानसभा चुनाव की घोषणा न हुई हो लेकिन दोनो दल एक दूसरे के गढों पर कब्जा करने को तैयार है।

केन्द्रीय गृह मंत्री और अमित षाह के आज पूर्वांचल क्षेत्र के दौरे पर हैं। वह शनिवार को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के संसदीय क्षेत्र आजमगढ जाएगें तो अखिलेश यादव मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह नगर और उनके पूर्व संसदीय क्षेत्र गोरखपुर जाएगें। जहां से वह कुशीनगर तक अपनी रथयात्रा शुरू करेंगे।

उधर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का लोकार्पण करने 16 नवम्बर को आ रहे हैं। जो अगले चुनाव में भाजपा के र्पक्ष में माहौल बनाने का काम करेगा। हांलाकि इस बारे में अखिलेश यादव राजनीतिक टकराव के बीच योगी अखिलेश के गढ में, अखिलेश योगी के गढ में

का कहना है कि भाजपा सरकार के चंद दिन ही बचे हैं आधा-अधूरा तैयार पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन के बहाने भाजपा सरकार नया तमाशा करने जा रही है। समाजवादी सरकार ने ही विकास के लिए नई दिशा दी है। भाजपा सरकार ने प्रदेश को बर्बाद करने के सिवाय और कुछ नहीं किया है।

उधर भाजपा ने भी पूर्वांचल को अपने पक्ष में करने के लिए ही अपने मंत्रिमंडल में पूर्वी यूपी से पंकज चौधरी, महेंद्रनाथ पाण्डेय, मंत्री हैं। इसके अलावा सहयोगी अपना दल से अनुप्रिया पटेल (अपना दल) भी मंत्री हैं।

योगी आदित्यनाथ और अखिलेश यादव की तस्वीर (फोटो:सोशल मीडिया)

यहां यह बताना जरूरी है कि भाजपा ने 2017 के विधानसभा चुनाव में यहां की करीब 156 सीटों में से 106 पर कब्जा किया था। इस चुनाव में बसपा की जीती हुई 19 सीटों में 12 पूर्वांचल से ही आई थी। इसी तरह से सपा की 47 सीटों में 18, अपना दल को 8, सुभासपा को 4, कांग्रेस को 4 और निषाद पार्टी को 1 सीट पर जीत मिली थी, जबकि 3 निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की थी।

वैसे पूर्वांचल इन बड़ी पार्टियों ही नहीं कई छोटे दलों की भी प्रयोगशाला मानी जाती है। इनमें अपना दल (एस), निषाद पार्टी, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी और जनवादी पार्टी शामिल हैं।

हाल ही में निषाद पार्टी के नेता संजय निषाद ने भाजपा के साथ गठबन्धन करने की घोषणा की थी। पिछले चुनाव में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी भाजपा के साथ में थी। पर इस बार वह समाजवादी पार्टी के साथ है। जबकि बसपा के लालजी वर्मा, राम अचल राजभर, राम प्रसाद चौधरी, रमाकान्त यादव, बालेश्वर यादव, इंद्रजीत सरोज, त्रिभुवन दत्त, अंबिका चौधरी आदि कई नेता समाजवादी पार्टी में जा चुके हैं।



Divyanshu Rao

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