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निकाय चुनाव : अपनी ईवीएम की निगरानी कर सकेंगे उम्मीदवार

Rishi
Published on: 13 Nov 2017 6:48 PM IST
निकाय चुनाव : अपनी ईवीएम की निगरानी कर सकेंगे उम्मीदवार
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कानपुर : निकाय चुनाव के उम्मीदवारों के लिए खुशखबरी है। अब ये अपने वार्ड की ईवीएम की स्वयं निगरानी कर सकते हैं। नवीन गल्ला मंडी में बनाए गए स्ट्रांग रूम और मतगणना केंद्र का निरिक्षण करते हुए डीएम सुरेंद्र सिंह ने कहा कि जब वोटिंग के बाद ईवीएम यहां रखी जाएंगी तब उम्मीदवार या उसका एजेंट उनकी निगरानी के लिए रुक सकता है l यहीं से चुनाव के लिए 1736 ईवीएम पोलिंग स्टेशनों को रवाना किया जाएंगेl

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नौबस्ता स्थित नवीन गल्ला मंडी में ही लोक सभा और विधान सभा चुनाव में भी स्ट्रांग रूम और मतगणना का कार्य संपन्न हुआ था।

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डीएम के मुताबिक 21 नवंबर को पोलिंग पार्टी नवीन गल्ला मंडी से रवाना होगी। एक ईवीएम पार्षद की है और एक ईवीएम मेयर के लिए होगी। जिसे लेकर पोलिंग टीम सेक्टर मजिस्ट्रेट के साथ रवाना होगी। जब 22 नवंबर को निर्वाचन संपन्न हो जाएगा तो पोलिंग पार्टिया पूरा सामान यहीं जमा करेगी।

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डीएम ने बताया कि सभी ईवीएम यहां बने स्ट्रांग रूम में सील कर रखी जाएंगी जिनकी निगरानी उम्मीदवार स्वयं या अपने एजेंट द्वारा कर सकता हैं।

उन्होंने बताया सुरक्षा के लिए कई सीसीटीवी और पुलिस बल के साथ पीएसी को तैनात किया जाएगा। इसके साथ ही अधिकारी भी अपनी मौजूदगी बनाए रहेंगे, ताकि स्ट्रांग रूम के साथ कोई छेड़छाड़ न हो सके। हमने नक्शा बनाने को कहा है ताकि ट्राफिक प्लान, डिस्पेंसरी प्लान, पार्किंग प्लान और सड़कों का पैचवर्क, बिजली के खम्भों में लाइट लगाने का काम किया जायेगा। इस दौरान यहां 10 हजार कर्मी मौजूद रहेंगे। जिनके लिए पेयजल और शौचालय की व्यवस्था के निर्देश भी दिए गए हैं।



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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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