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अखिलेश के ट्वीट पर भड़के योगी के मंत्री, गन्ना किसानों के भुगतान पर बोलने का अधिकार नहीं

Rishi
Published on: 13 Sept 2018 7:24 PM IST
अखिलेश के ट्वीट पर भड़के योगी के मंत्री, गन्ना किसानों के भुगतान पर बोलने का अधिकार नहीं
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बाराबंकी : उत्तर प्रदेश में गन्ना किसानों के भुगतान को लेकर राजनीतिक बयानबाजी थमने का नाम नहीं ले रही है। बीते दिनों सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर प्रदेश की योगी सरकार पर निशाना साधा था। अब अखिलेश यादव के इस ट्वीट का जवाब योगी सरकार के मंत्री सुरेश राणा ने दिया है। उन्होंने कहा कि गन्ना किसानों के भुगतान को लेकर अखिलेश यादव को बोलने का कोई हक नहीं है।



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बीते दिनों गन्ना किसानों के भुगतान को लेकर अखिलेश यादव ने ट्वीट किया था कि बीजेपी सरकार गन्ना बकाया न चुकाने से जिस तरह किसानों का विरोध झेल रही है। उस आग में अब सीएम योगी आदित्यनाथ ने यह कहकर घी डाल दिया कि वह गन्ना न उगाएं, इससे डायबीटीज बढ़ती है। अखिलेश के इस ट्वीट पर योगी आदित्यनाथ सरकार के मंत्री सुरेश राणा ने पलटवार किया है।



मंत्री सुरेश राणा ने कहा कि अखिलेश यादव को गन्ना किसानों के भुगतान पर बोलने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि सपा सरकार में चार सालों तक गन्ना किसानों का भुगतान नहीं किया गया था। जिसके चलते अखिलेश सरकार के समय कई गन्ना किसानों ने आत्महत्या भी कर ली। सुरेश राणा ने दावा किया कि उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार बनते ही सबसे पहले गन्ना किसानों के त्वरित भुगतान के निर्देश दिए गए थे।

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मंत्री राणा ने कहा कि हमारी सरकार ने आते ही गन्ना किसानों का साढ़े चार हजार करोड़ रुपए का भुगतान किया। गन्ना किसानों का यह बकाया सपा की अखिलेश यादव सरकार के समय का था। इसके अवाला सीएम योगी ने साल 2015-16 का कुल सोलह हजार करोड रुपए का गन्ना किसानों के बकाया भुगतान किया।

सुरेश राणा ने बताया कि इस साल योगी सरकार ने गन्ना किसानों का साढ़े पच्चीस हजार करोड़ रुपए का गन्ना किसानों के बकाये का भुगतान अब तक कर दिया गया है। सुरेश राणा के मुताबिक योगी सरकार अब तक गन्ना किसानों का करीब 36 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का भुगतान कर चुकी है। अखिलेश सरकार में गन्ना भुगतान काफी कम हो गया था। इसका मुख्य कारण उनकी सरकार में गन्ना किसानों के बकाये का भुगतान न होना था।



इसके साथ ही अखिलेश यादव ने सीएम योगी के गन्ना न उगाने वाले बयान पर ट्वीट करके निशाना साधते हुए कहा था कि उन्हें अपने समर्थकों को सलाह देनी चाहिए कि वो समाज में हिंसा-नफरत की कड़वाहट न घोलें। इसके जवाब में मंत्री सुरेश राणा ने कहा कि अखलिश यादव इस बात को बेहतर जानते हैं कि देश में अगर किसी के बास दंगा कराने का एक्सपर्टाइज है तो वह समाजवादी पार्टी के पास है। सपा सरकार के पांच साल में 200 से ज्यादा दंगे उत्तर प्रदेश में हुए थे। मुजफ्फरनगर की हालत क्या थी, पूरे देश नहीं बल्कि दुनिया में उत्तर प्रदेश की बदनामी उनके कारण हुई थी। सुरेश राणा ने कहा कि योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था पर फोकस किया है। डेढ़ साल में यहां की कानून व्यवस्था को दूसरे राज्यों के लिए रोल मॉडल बनाया है। इसी के चलते यूपी में किसी भी धर्म का त्योहार हो, वह शांति के साथ मनता है। आज किसी की भी हिम्मत नहीं है कि वह उत्तर प्रदेश में दंगा कराने के बारे में सोचे।

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विपक्षी दलों के गठबंधन के सवाल पर मंत्री सुरेश राणा ने कहा कि देश की मोदी और प्रदेश की योगी सरकार के विकास कार्यों से घबराकर तात्कालिक गठबंधन करने की कोशिश हो रही है। लेकिन विकास की राजनीति की उम्र लंबी होती है। देश और उत्तर प्रदेश की जनता विकास के साथ खड़ी हुई है। उन्होंने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में बड़े बहुमत के साथ नरेंद्र मोदी दोबारा देश के प्रधानमंत्री बनेंगे।

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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