TRENDING TAGS :
शाहजहांपुर : चुनाव जीता लेकिन हावी हो गई उम्र, जानिए क्यों
शाहजहांपुर : यूपी के शाहजहांपुर मे शहर नगरपालिका सीट से सपा प्रत्याशी जहांआरा बेगम ने जीत हासिल की है। सपा प्रत्याशी ने बीजेपी प्रत्याशी नीलिमा प्रसाद को 5361 मतों से हराया है। ये नगरपालिका सीट वीआईपी सीटों मे गिनी जा रही थी। यहां दो बीजेपी मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी थी। यहां तक कि बीजेपी प्रत्याशी को जिताने के लिए दोनो मंत्रियों ने कई किलोमीटर पैदल चलकर जनता से वोट मांगे थे। लेकिन दोनों मंत्रियों का जादू जनता पर नही चल सका। फिलहाल शहर की नगरपालिका सीट पर सपा ने लगतार चौथी बार कब्जा किया है।
ये भी देखें: अपनो ने हमें लूटा गैरों में कहां दम था- CM और Deputy CM के गढ़ में हारी भाजपा
नगर पालिका अध्यक्ष का चुनाव शहर में चर्चा का विषय बना हुआ था। यहां से सपा प्रत्याशी जहांआरा बेगम निवर्तमान अध्यक्ष तनवीर खान की मां की है। सपा प्रत्याशी ने बीजेपी प्रत्याशी नीलिमा प्रसाद को भारी मतों से पराजित कर जीत का परचम लहरा दिया। सपा प्रत्याशी को 63300 वोट मिले। तो बीजेपी प्रत्याशी नीलिमा प्रसाद को 57939 वोट मिले। सपा प्रत्याशी ने 5361 वोट से बीजेपी प्रत्याशी को हराया है। पहले राउंड से लेकर आखिरी राउंड तक सपा प्रत्याशी ही बढ़त बनाए रही और आखिर मे जीत भी हासिल कर ली।
ये भी देखें : निकाय चुनाव- महका कमल, योगी पास, साइकिल जाम,कांग्रेस फिर नाकाम
हालांकि सपा प्रत्याशी की उम्र अधिक होने के कारण वो मतगणना स्थल तक नहीं आ सकी। जीत का प्रमाण पत्र उनके बेटे व निवर्तमान अध्यक्ष तनवीर खान ने लिया।
ये भी देखें :राहुल के खास बोले- नहीं लड़ाया कांग्रेस ने प्रत्याशी, संगठन ने जो समझा वो निर्णय लिया
तनवीर खान के साथ मतगणना स्थल पर पूर्व राज्यमंत्री राममूर्ति सिंह वर्मा, पूर्व सपा विधायक राजेश यादव और पूर्व सपा एमएलसी मिथलेश कुमार के साथ भारी तादाद मे कार्यकर्ता मोजूद रहे।
ये भी देखें :CM के वार्ड में जीती निर्दल नादरा खातून, जाएंगी सीएम से आशिर्वाद लेने मंदिर
आपको बता दें, इस सीट से बीजेपी ने के पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद की भाभी नीलिमा प्रसाद को प्रत्याशी बनाया था। हालांकि चुनाव से पहले बीजेपी के कैबिनेट मंत्री सुरेश कुमार खन्ना और केंद्रीय मंत्री कृष्णाराज ने घर-घर जाकर बीजेपी प्रत्याशी के समर्थन में वोट मांगे थे। खास बात ये है कि कैबिनेट मंत्री इस विधानसभा से विधायक हैं। शहर नगरपालिका सीट के ही रहने वाले है। लेकिन दोनो मंत्रियों की इतनी मेहनत भी बीजेपी प्रत्याशी को जिताने मे कामयाब नही हो सकी।