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Lucknow News: सपा ने दिया 'खेला होई' का नारा, ममता ने इसी नारे से लहराया था बंगाल में परचम

Lucknow News: पांच राज्यों में हाल में हुए विधानसभा चुनाव में सबसे बड़ी सियासी जंग पश्चिम बंगाल में लड़ी गई थी और इस चुनाव में तृणमूल कांग्रेस की मुखिया ममता बनर्जी का सबसे बड़ा नारा था

Anshuman Tiwari
Written By Anshuman TiwariPublished By Shweta
Published on: 26 Jun 2021 1:35 PM IST
कॉन्सेप्ट फोटो
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कॉन्सेप्ट फोटो ( फोटो सौजन्य से सोशल मीडिया)

Lucknow News: पांच राज्यों में हाल में हुए विधानसभा चुनाव में सबसे बड़ी सियासी जंग पश्चिम बंगाल में लड़ी गई थी और इस चुनाव में तृणमूल कांग्रेस की मुखिया ममता बनर्जी का सबसे बड़ा नारा था खेला होबे। ममता बनर्जी अपनी हर चुनावी सभा में खेला होबे का नारा जरूर दोहराया करती थीं। जानकारों का मानना है कि इस नारे के जरिए उन्हें चुनावी फिजा बनाने और भाजपा को हराने में काफी मदद मिली। अब यूपी की सियासी जंग में भी भाजपा को खेला होबे जैसे नारे का सामना करना पड़ेगा।

दरअसल उत्तर प्रदेश में अगले साल होने होने वाले विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी को भाजपा का सबसे बड़ा प्रतिद्वंद्वी माना जा रहा है। सपा की ओर से खेला होबे का भोजपुरी वर्जन लॉन्च कर दिया गया है। सपा नेताओं की ओर से भाजपा के खिलाफ चुनाव में खेला होई का नारा बुलंद किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी और कानपुर समेत कुछ शहरों की दीवारों और पोस्टरों पर खेला होई का नारा प्रमुखता से दिखने लगा है।

पश्चिम बंगाल की तरह ही उत्तर प्रदेश की सियासी जंग को भी भाजपा के लिए काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। पश्चिम बंगाल की चुनावी जंग को जीतने के लिए भाजपा ने पूरी ताकत लगा दी थी और शीर्ष नेताओं ने लगातार राज्य का दौरा किया था मगर पूरी ताकत लगाने के बावजूद भाजपा तृणमूल कांग्रेस की मुखिया ममता बनर्जी को एक बार फिर सत्ता पर काबिज होने से नहीं रोक सकी।

अब भाजपा ने उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं। यूपी का सियासी दंगल जीतने के लिए सरकार और संगठन के स्तर पर तैयारियों का दौर चल रहा है तो दूसरी ओर समाजवादी पार्टी भी भाजपा को कड़ी चुनौती देने के लिए तैयारियों में जुटी है।

सपा के मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर लगातार हमले कर रहे हैं। सपा की ओर से की जा रही चुनावी तैयारियों का असर अब दीवारों और पोस्टरों पर दिखने लगा है। दीवारों पर सपा के चुनाव चिह्न साइकिल के साथ 2022 में खेला होई का नारा भी खूब लोकप्रिय हो रहा है और इसे लेकर खूब चर्चा हो रही है।

पीएम के संसदीय क्षेत्र की दीवारों पर नया नारा

सपा की ओर से दिया गया नया नारा खेला होई सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में दिखा है। शहर उत्तरी से समाजवादी पार्टी के विधायक रह चुके अब्दुल समद अंसारी ने अपने घर की दीवार पर बड़े-बड़े अक्षरों में सपा के चुनाव चिह्न साइकिल के साथ खेला होई का नारा लिखवाया है। अंसारी ने मकबूल आलम रोड स्थित अपने घर की दीवार पर बड़े अक्षरों में लिखवाया है- उम्मीद की साइकिल 2022 में खेला होई।

सपा के पूर्व विधायक अंसारी का कहना है कि पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में इस नारे का जबर्दस्त असर दिखा है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने खेला होबे के नारे के दम पर भाजपा को चुनावी दंगल में चित कर दिया। उन्होंने कहा कि अब इसी तर्ज पर सपा की ओर से खेला होई का नारा दिया गया है और इस नारे को लोग काफी पसंद कर रहे हैं।

कानपुर में भी लगाए गए पोस्टर

उन्होंने कहा कि भाजपा शासनकाल में प्रदेश के हर वर्ग में निराशा दिख रही है और यही कारण है कि हमें 2022 में सपा की सरकार बनने का पक्का यकीन है उन्होंने कहा कि महंगाई ने लोगों का जीना दूभर कर दिया है और अस्पतालों में मरीजों को इलाज और दवा उपलब्ध नहीं है। कोरोना महामारी के दौरान सरकार का कुप्रबंधन पूरी तरह उजागर हो चुका है। किसानों, जवानों और युवाओं को उनका वाजिब हक नहीं मिल रहा है। उल्टे सरकार उनके साथ ज्यादती करने में लगी हुई है। समाजवादी पार्टी की ओर से खेला होई के नारे वाले पोस्टर कानपुर महानगर में भी लगाए गए हैं। इन पोस्टरों पर भी यूपी में 2022 में खेला होई की बात बड़े-बड़े अक्षरों में लिखी गई है।

बंगाल मॉडल अपनाने का स्वागत

सपा की ओर से दिए गए इस नारे का तृणमूल कांग्रेस की ओर से स्वागत किया गया है। तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद शुभेंदु शेखर राय ने कहा कि पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में खेला होबे का नारा दम दिखा चुका है। यही कारण है कि सपा ने बंगाल मॉडल को अपनाते हुए इसी से मिलता-जुलता नारा दिया है। उन्होंने कहा कि सपा की ओर से दिया गया यह नारा स्वागत योग्य कदम है क्योंकि पार्टी ने बंगाल मॉडल को अब यूपी में आजमाने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि अभी तृणमूल कांग्रेस की उत्तर प्रदेश में भूमिका तय नहीं है। इस मामले में अंतिम फैसला हमारी नेता ममता बनर्जी को करना है और ममता के फैसले के मुताबिक ही तृणमूल कांग्रेस उत्तर प्रदेश में भूमिका निभाएगी



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