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योग गुरू रामदेव के बदले सुर, कहा- न मैं किसी का समर्थन करता हूं और न ही किसी का विरोध
पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद बदले राजनीतिक माहौल में योग गुरु बाबा रामदेव ने देश के राजनीतिक हालात पर चिंता जतायी है। उन्होंन कहा ने कहा है कि देश के राजनीतिक हालात बेहद मुश्किल हैं। तमिलनाडु के मदुरै में मीडिया के सवाल पर बाबा रामदेव ने कहा कि अगला प्रधानमंत्री कौन होगा यह कहा नहीं जा सकता, उनका लक्ष्य देश और दुनिया को आध्यात्मिक बनाना है।
मदुरै: पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद बदले राजनीतिक माहौल में योग गुरु बाबा रामदेव ने देश के राजनीतिक हालात पर चिंता जतायी है। उन्होंन कहा ने कहा है कि देश के राजनीतिक हालात बेहद मुश्किल हैं। तमिलनाडु के मदुरै में मीडिया के सवाल पर बाबा रामदेव ने कहा कि अगला प्रधानमंत्री कौन होगा यह कहा नहीं जा सकता, उनका लक्ष्य देश और दुनिया को आध्यात्मिक बनाना है।
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बाबा रामदेव ने कहा मैं राजनीति पर ध्यान केंद्रित नहीं कर रहा हूं, न मैं किसी का समर्थन करता हूं और न ही किसी का विरोध।'
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योग गुरु ने कहा कि हमारा लक्ष्य सांप्रदायिक या हिंदू भारत बनाने का नहीं है, हम भारत और दुनिया को आध्यात्मिक बनाना चाहते हैं।
योग गुरू के बयान को मौजूदा राजनीतिक स्थिति से जोड़कर देखा जा रहा है, जिसमें विपक्षी दल कांग्रेस ने राहुल गांधी के नेतृत्व में हिंदी पट्टी के राज्य मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को मात देते हुए सत्ता में वापसी की है।
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योगगुरु बाबा रामदेव राजनीतिक,आर्थिक और सामाजिक मुद्दों पर अपनी बेबाक राय रखने के लिए जाने जाते हैं।कुछ दिनों पहले उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि आज रुपया ही नहीं गिर रहा, देश की साख भी गिर रही है।
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उन्होंने कहा था कि डॉलर मजबूत होने के चलते विदेशी कंपनियां भारत में पैसा कमाकर सारा धन अपने देश ले जाती हैं। अगर यही हाल रहा तो जल्द ही एक डॉलर की कीमत 80 रुपये के बराबर भी हो जाएगी।
इसी के साथ भगवान हनुमान की जाति को लेकर चल रही बयानबाजी पर उन्होंने कहा था कि हनुमान जी को जाति से जोड़ना महापुरुषों का अनादर है।