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Dharmik Saza : 'अब साफ करेंगे जूठे बर्तन', अकाल तख्त ने सुखबीर सिंह बादल को सुनाई सजा, जानिए और क्या-क्या करना होगा?

Dharmik Saza : पंजाब की राजनीति से जुड़ी बड़ी खबर है। यहां शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल को अकाल तख्त साहिब ने धार्मिक सजा सुनाई है।

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Newstrack Network
Published on: 2 Dec 2024 5:13 PM IST (Updated on: 2 Dec 2024 5:52 PM IST)
Dharmik Saza : अब साफ करेंगे जूठे बर्तन, अकाल तख्त ने सुखबीर सिंह बादल को सुनाई सजा, जानिए और क्या-क्या करना होगा?
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Dharmik Saza : पंजाब की राजनीति से जुड़ी बड़ी खबर है। यहां शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल को अकाल तख्त साहिब ने धार्मिक सजा सुनाई है। अब सुखबीर सिंह बादल को सेवादारों की सेवा से लेकर जूठे बर्तन और बाथरूम तक साफ करना पड़ेगा। बता दें कि अकाल तख्त साहिब ने यह सजा सुखबीर सिंह बादल द्वारा अकाली सरकार में की गईं गलतियों को स्वीकार करने के बाद सुनाई है।

क्या-क्या करना होगा?

- सुखबीर सिंह बादल को तीन दिसंबर को 5 गुरु घरों के बाहर हाथ में भाले लेकर सेवादारों की सेवा करनी होगी। ये कार्य सुबह 9-10 बजे तक करना पड़ेगा।

- इसके बाद 12 से एक बजे तक बाथरूम को साफ करना होगा।

- नहाने के बाद एक घंटे तक लंगर में सेवा देनी होगी और इस दौरान जूठे बर्तनों को साफ करना होगा।

- कीर्तन सुनने के साथ ही सुखमनी साहिब का पाठ करना होगा।

- श्री दरबार साहिब में बरछा लेकर बैठना होगा।

- गले में एक तख्ती पहननी होगी, जिसमें तन्खैइया घोषित लिखा होना चाहिए।

ये भी कहा गया

इसके अलावा शिरोमणि अकाली दल के बागी नेताओं को भी फटकार लगाई गई है। उन्हें अकाली दल के साथ मिलकर काम करने के लिए कहा गया है। वहीं, जिन नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है, उन्हें तीन दिनों में स्वीकार किया जाए। इसके साथ ही अकाली दल को चुनावी प्रक्रिया का पालन करते हुए नई कमेटी बनाए जाने को लेकर चर्चा करनी होगी और नई नियुक्तियां की जाएं।

इन गलतियों को किया स्वीकार

शिरोमणि अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल सोमवार को पांच तख्तों के सामने पेश हुए। इस दौरान उनके साथ पार्टी के कई नेता भी मौजूद रहे। सुनवाई के दौरान सुखबीर बादल ने श्री अकाल तख्त साहिब के सामने अकाली सरकार के दौरान हुईं अपनी गलतियों को स्वीकार किया है।

- अकाली सरकार के दौरान सांप्रदायिक मुद्दों पर ध्यान नहीं दिया जाना।

- अधिकारियों द्वारा सिख युवाओं का अत्याचार किया जाना और सरकार द्वारा ऐसे अफसरों को पदोन्नति देना।

- डेरा प्रमुख राम रहीम के खिलाफ दर्ज केस वापस लिया जाना और जत्थेदारों को अपने आवास पर बुलाकर राम रहीम को माफ करने को कहना। इसके साथ राम रहीम को माफीनामों को अखबारों में छपवाना।

- पवित्र छवियों की चोरी किए जाने और अपमान होने के मामलों की जांच में लापरवाही बरतना।

- संगत पर लाठीचार्ज और फायरिंग किया जाना।

ये पुरस्कार लिया वापस

अकाल तख्त साहिब ने पूर्व सीएम स्व. प्रकाश सिंह बादल से फख्र ए कौम का पुरस्कार भी वापस ले लिया है। दरअसल, जब अकाली सरकार द्वारा ये गलतियां हुई हैं, उस दौरान वह मुख्यमंत्री थे। वहीं, श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने कहा कि शिरोमणि अकाली दल अपने मुद्दों से भटक गया है, जो शर्म की बात है।



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Rajnish Verma

Rajnish Verma

Content Writer

वर्तमान में न्यूज ट्रैक के साथ सफर जारी है। बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय से पत्रकारिता की पढ़ाई पूरी की। मैने अपने पत्रकारिता सफर की शुरुआत इंडिया एलाइव मैगजीन के साथ की। इसके बाद अमृत प्रभात, कैनविज टाइम्स, श्री टाइम्स अखबार में कई साल अपनी सेवाएं दी। इसके बाद न्यूज टाइम्स वेब पोर्टल, पाक्षिक मैगजीन के साथ सफर जारी रहा। विद्या भारती प्रचार विभाग के लिए मीडिया कोआर्डीनेटर के रूप में लगभग तीन साल सेवाएं दीं। पत्रकारिता में लगभग 12 साल का अनुभव है। राजनीति, क्राइम, हेल्थ और समाज से जुड़े मुद्दों पर खास दिलचस्पी है।

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