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खतरनाक AN-94 राइफल: सेकंड भर में छेद डाला सिद्धू मूसेवाला को, आइए जानें इस गन की क्षमता और ताकत

AN-94 Rifle Shoot Sidhu Moose Wala: सिद्धू मूसेवाला अक्सर अपने गानोम और सोशल मीडिया पर तरह-तरह की गन और राइफल के साथ देखे जाते रहे हैं।

Rajat Verma
Published on: 30 May 2022 11:25 AM IST (Updated on: 30 May 2022 11:47 AM IST)
Sidhu Moose Wala
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सिद्धू मूसेवाला (फोटो-सोशल मीडिया) 

Sidhu Moose Wala 's Murder: मशहूर पंजाबी गायक और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला(Sidhu Moose Wala) की बीते दिन रविवार 29 मई को मानसा जिले के जवाहरके गांव में अज्ञात हमलावरों ने एक के बाद एक कई राउंड गोली फायर कर हत्या कर दी। शुरुआती जांच के मद्देनज़र बरमाद गोलियों के आधार पर सिद्धू मूसेवाला की हत्या में 1994 की AN-94 रूसी असॉल्ट राइफल का इस्तेमाल किया गया है। सिद्धू मूसेवाला की मौत से उनके करोड़ों चाहनेवालों के साथ ही पूरी संगीत इंडस्ट्री स्तब्ध है।

सिद्धू मूसे वाला को AN-94 Rifle से शूट किया गया

सिद्धू मूसेवाला(Sidhu Moose Wala latest news) अक्सर अपने गानोम और सोशल मीडिया पर तरह-तरह की गन और राइफल के साथ देखे जाते रहे हैं, ऐसे में किसी में क्या ही सोचा होगा कि करोड़ो की फैन फॉलोइंग वाला बंदा एक दिन इस तरह एक बंदूक की ही मौत मरेगा। सिद्धू मूसेवाला पर उनके गानों में गन कल्चर को प्रमोट करने के चलते कई मामले भी दर्ज हुए थे।

ऐसे में हम आपको उस राइफल के बारे में बताने जा रहे हैं, जो सिद्धू मूसेवाला(Sidhu Moose Wala Murder Case) की हत्या का कारण बनी। हम आपको बताने जा रहे हैं AN-94 राइफल के बारे में-

AN-94 राइफल का निर्माण रूस ने अपनी सशस्त्र बलों के पास मौजूद AK-74 राइफलों के संभावित प्रतिस्थापन के रूप में किया था। हालांकि, बावजूद इसके AN-94 के निर्माण का असल मसकद तो पूर्ण नहीं हो सका लेकिन अभी भी इसका उपयोग जारी है।

यदि इस AN-94 राइफल की क्षमता की बात करें तो इसमें पहले दो राउंड के लिए रीकॉइल में देरी करने की विशेषता मौजूद है। साथ ही आपको बता दें कि यह AN-94 प्रति मिनट 1800 राउंड फायर करने की क्षमता रखता है जिसकी रेंज करीब 700 मीटर है।

यह राइफल आमतौर पर 3.85 किलो वजन की होती है।

भारत में ऐसे प्राप्त करें बंदूक का लाइसेंस

भारत में गन अथवा बंदूक का लाइसेंस प्राप्त करने के लिए आपको सबसे पहले अपने जिले के पुलिस अधीक्षक के पास एक आवेदन जमा करना होगा।

जिसके पश्चात पुलिस द्वारा आवेदन में दिया गया पता और आपके खिलाफ कोई आपराधिक या अन्य पुलिस रिकॉर्ड खंगाला जाएगा।

सभी मामलों की पड़ताल और लाइसेंस के लिए आवेदन करने वाले व्यक्ति से संतुष्ट होने के पश्चात ही व्यक्ति को बंदूक का लाइसेंस दिया जाता है। इसमें क्राइम रिकॉर्ड जांचने और मेडिकल परीक्षण भी शामिल है।




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Vidushi Mishra

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