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कैप्टन के रुख में नरमी नहीं, सिद्धू के माफी मांगे बिना नहीं करेंगे मुलाकात, दोनों नेताओं में बढ़ा टकराव

Captain Amarinder Singh vs Navjot Singh Sidhu : मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल ने साफ तौर पर कहा है कि मुख्यमंत्री तब तक नवनियुक्त अध्यक्ष सिद्धू से मुलाकात नहीं करेंगे जब तक सिद्धू कैप्टन विरोधी टिप्पणियों के लिए सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगेंगे।

Anshuman Tiwari
Written By Anshuman TiwariPublished By Shivani
Published on: 21 July 2021 4:30 AM GMT
Power crisis has become a big issue in Punjab
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डिजाईन फोटो- सोशल मीडिया 

Captain Amarinder Singh vs Navjot Singh Sidhu : पंजाब कांग्रेस (Punjab Congress) में प्रदेश अध्यक्ष पद पर नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) की ताजपोशी के बावजूद आंतरिक कलह थमने का नाम नहीं ले रही है। हाईकमान की ओर से सिद्धू की ताजपोशी को कई दिन बीत चुके हैं मगर अभी तक मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amarinder Singh) और सिद्धू (Amarinder Singh vs Sidhu) के बीच मतभेद खत्म होते नहीं दिख रहे हैं। कांग्रेस के पंजाब प्रभारी हरीश रावत (Harish Rawat) से मुलाकात के दौरान कैप्टन ने स्पष्ट कर दिया था कि वे सिद्धू से तभी मुलाकात करेंगे जब वे उनकी सरकार के खिलाफ की गई टिप्पणियों के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगेंगे।

ताजपोशी के बाद सिद्धू ने पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं समेत तमाम विधायकों से मुलाकात की है मगर अभी तक उनकी पंजाब में कांग्रेस का चेहरा माने जाने वाले कैप्टन से मुलाकात नहीं हो सकी है। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से एक बार फिर साफ किया गया है कि सिद्धू ने अभी तक कैप्टन से मुलाकात के लिए समय नहीं मांगा है मगर यदि वे समय मांगते भी हैं तो भी तब तक मुलाकात संभव नहीं है जब तक सिद्धू अपनी टिप्पणियों के लिए उनसे माफी नहीं मांगेंगे।

कैप्टन का अड़ियल रवैया बरकरार

सिद्धू को लेकर कैप्टन का अड़ियल रवैया बरकरार है। सिद्धू की ताजपोशी की सुगबुगाहट के बाद से ही वे लगातार अपने समर्थक मंत्रियों और विधायकों के साथ बैठक कर रहे हैं मगर उन्होंने अभी तक सिद्धू से मुलाकात नहीं की है। मुलाकात की तो बात दूर उन्होंने अभी तक न तो सिद्धू की ताजपोशी का स्वागत किया है और न तो उन्हें बधाई दी है। कैप्टन के रवैये से साफ है कि वे हाईकमान की ओर से की गई सिद्धू की ताजपोशी को अभी तक पचा नहीं पा रहे हैं।

कैप्टन के करीबी सूत्रों का कहना है कि वे लगातार अपनी भावी रणनीति को लेकर मंथन करने में जुटे हुए हैं। हालांकि अभी तक उन्होंने अपने सियासी पत्ते नहीं खोले हैं। कैप्टन के इस कड़े रुख से साफ है कि आने वाले दिनों में भी दोनों नेताओं के बीच तकरार समाप्त होने वाली नहीं है। अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी को इसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ सकती है।

मांगनी होगी सार्वजनिक रूप से माफी

मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल ने साफ तौर पर कहा है कि मुख्यमंत्री तब तक नवनियुक्त अध्यक्ष सिद्धू से मुलाकात नहीं करेंगे जब तक सिद्धू कैप्टन विरोधी टिप्पणियों के लिए सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगेंगे। उन्होंने कहा कि सिद्धू ने कैप्टन पर व्यक्तिगत रूप से अपमानजनक हमले किए हैं और उन्हें इसके लिए सार्वजनिक रूप से खेद जताना होगा। कैप्टन के मीडिया सलाहकार ने टि्वटर पर लिखा कि अभी तक कैप्टन के रुख में किसी भी प्रकार का बदलाव नहीं आया है। इससे पहले कैप्टन कांग्रेस के पंजाब प्रभारी हरीश रावत के सामने भी सिद्धू के माफी मांगने की शर्त रख चुके हैं।


उन्होंने कहा कि इन खबरों में भी कोई दम नहीं है कि सिद्धू ने कैप्टन से मुलाकात करने के लिए समय मांगा है। सोमवार को सिद्धू से मुलाकात के बाद एक कांग्रेसी विधायक ने दावा किया था कि सिद्धू ने कैप्टन से मुलाकात के लिए वक्त मांगा है और समय मिलते ही दोनों नेताओं की बहुप्रतीक्षित मुलाकात होगी।

किसानों ने किया सिद्धू का विरोध

प्रदेश अध्यक्ष पद पर ताजपोशी के बाद सिद्धू को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। मंगलवार को सिद्धू अपने दौरे के सिलसिले में खटकड़ कलां पहुंचे और शहीद भगत सिंह के स्मारक पर मत्था टेका। सिद्धू के दौरे की खबर पाकर किसान संगठनों से जुड़े लोग भी मौके पर पहुंच गए और सिद्धू का विरोध करने लगे। उन्होंने सिद्धू के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उन्हें काले झंडे भी दिखाए।

पुलिस प्रशासन पहले दोनों पक्षों के बीच बातचीत करना चाहता था मगर किसानों का गुस्सा देखते हुए पुलिस ने अपना इरादा रद्द कर दिया। प्रदर्शनकारी सिद्धू से सवाल पूछना चाहते थे मगर सिद्धू किसान संगठनों से किसी भी प्रकार के प्रकार टकराव से बचने की कोशिश में लगे हुए थे। बाद में पुलिस ने सिद्धू को दूसरे रास्ते से निकाल दिया जिससे नाराज होकर किसानों ने जाम लगा दिया।

आज स्वर्ण मंदिर में मत्था टेकेंगे सिद्धू

इसी बीच धक्का-मुक्की के कारण सिद्धू के दाहिने पैर के अंगूठे का नाखून भी उखड़ गया। अंगूठे से खून रिसने के बावजूद उन्होंने अमृतसर का सफर जारी रखा। वे लगातार कांग्रेस समर्थकों से मिलने में जुटे रहे। आज सिद्धू का एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है। आज वे अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में मत्था टेकने के लिए पहुंचेंगे। माना जा रहा है कि इस दौरान सिद्धू के साथ समर्थकों का लंबा चौड़ा हुजूम भी होगा।


सिद्धू मंगलवार को नवांशहर और जालंधर होते हुए अमृतसर पहुंचे और इस दौरान रास्ते में जगह-जगह समर्थकों ने उनका जोरदार स्वागत किया। इस दौरान सिद्धू के साथ कांग्रेस के कई बड़े नेता और विधायक थे।

Shivani

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