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Punjab Assembly Elections 2022: पंजाब में कांग्रेस प्रत्याशियों की पहली सूची आज, CM चन्नी को दो सीटों से चुनाव लड़ाने की तैयारी
Punjab Assembly Elections 2022: पंजाब में सत्तारूढ़ कांग्रेस के लिए इस बार का विधानसभा चुनाव काफी अहम है। यही कारण है कि प्रत्याशियों की सूची पर गहराई से मंथन किया जा रहा है।
Punjab Assembly Elections 2022: पंजाब में सत्तारूढ़ कांग्रेस के लिए इस बार का विधानसभा चुनाव काफी अहम है। यही कारण है कि प्रत्याशियों की सूची पर गहराई से मंथन किया जा रहा है। पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की गुरुवार को हुई बैठक में पंजाब में टिकट के दावेदारों के नाम पर लंबी चर्चा की गई। चर्चा के बाद पहली सूची को अंतिम रूप दे दिया गया है और माना जा रहा है कि आज कांग्रेस की ओर से प्रत्याशियों की पहली सूची जारी की जा सकती है। इस सूची में 70 से ज्यादा प्रत्याशियों के नाम में शामिल हो सकते हैं।
कांग्रेस से जुड़े सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को दो विधानसभा क्षेत्रों से चुनाव मैदान में उतारा जा सकता है। राज्य में विधानसभा की 117 सीटों पर एक ही चरण में 14 फरवरी को मतदान होना है। इसलिए कांग्रेस नेतृत्व प्रत्याशियों की सूची को जल्द से जल्द अंतिम रूप देने की कोशिश में जुटा हुआ है। पार्टी की राज्य इकाई की ओर से पहले ही दावेदारों के नाम केंद्रीय चुनाव समिति को भेजे जा चुके हैं।
पहली सूची को दिया अंतिम रूप
जानकार सूत्रों के मुताबिक पहली सूची में मुख्यमंत्री चन्नी सहित कई प्रमुख नेताओं के नाम शामिल होंगे। पार्टी की ओर से चन्नी को 2 सीटों से चुनाव लड़ने की तैयारी है। चमकौर साहिब मुख्यमंत्री की सीट रही है मगर इस सीट के अलावा उन्हें आदमपुर सीट से भी चुनाव मैदान में उतारा जा सकता है। आदमपुर में दलित वोट काफी ज्यादा संख्या में है और इसी कारण मुख्यमंत्री के लिए इस सीट का चयन किया गया है।
कांग्रेस की ओर से उत्तर प्रदेश के 125 प्रत्याशियों की सूची गुरुवार को जारी की गई थी और अब पार्टी आज पंजाब के प्रत्याशियों की सूची जारी करने में जुटी हुई है। सूची के संबंध में मुख्यमंत्री चन्नी के अलावा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की भी राय ली गई है। दोनों की रजामंदी के बाद सूची को अंतिम रूप दिया गया है। पहली सूची में 70 से ज्यादा सीटों पर पार्टी की ओर से प्रत्याशी घोषित किए जा सकते हैं।
इस बार सियासी तस्वीर बदली
पंजाब में विधानसभा की 117 सीटें हैं और इनमें से 34 सीटें आरक्षित हैं। 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस कैप्टन अमरिंदर सिंह की अगुवाई में 77 सीटों पर जीत हासिल करने में कामयाब हुई थी मगर इस बार राज्य में सियासी हालात पूरी तरह बदले हुए हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन करने की घोषणा की है। उधर आम आदमी पार्टी ने भी चुनाव में पूरी ताकत झोंक रखी है। पूर्व के चुनावों में भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ने वाले शिरोमणि अकाली दल ने इस बार के विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी के साथ गठजोड़ किया है।
युवा प्रत्याशियों को मिलेगी तरजीह
पंजाब कांग्रेस की सूची में इस बार युवा प्रत्याशियों को महत्व दिए जाने की संभावना है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सिद्धू ने भी पिछले दिनों कहा था कि इस बार पार्टी की ओर से डेढ़ गुना अधिक युवा प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारे जाएंगे। माना जा रहा है कि पार्टी ने मौजूदा विधायकों का टिकट काटने से परहेज किया है।
जानकारों का कहना है कि पार्टी नेतृत्व किसी भी असंतोष या गुटबाजी से बचना चाहता है। इसलिए इस बार ज्यादा टिकट काटे जाने की ज्यादा संभावना नहीं है। पार्टी के कुछ मौजूदा सांसदों को भी चुनाव मैदान में उतारा जा सकता है।