प्रशांत किशोर ने पंजाब सीएम के प्रधान सलाहकार पद से दिया इस्तीफा, चुनावों से पहले मची हलचल

बड़ी खबर आ रही है। चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने पंजाब सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के सलाहकार पद से इस्तीफा दे दिया है।

Vidushi Mishra
Published on: 5 Aug 2021 5:05 AM GMT
prashant kishor press conference in patna says will not make political party
X

प्रशांत किशोर (फोटो-सोशल मीडिया)

Punjab: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर को लेकर बड़ी खबर है। प्रशांत किशोर ने पंजाब सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के सलाहकार पद से इस्तीफा दे दिया है। सीएम को इस्तीफा देते हुए उन्होंने कहा कि सार्वजनिक जीवन में सक्रिय भूमिका से अस्थायी अवकाश लेने के अपने निर्णय के मद्देनजर वे सीएम के प्रधान सलाहकार के रूप में जिम्मेदारियों को संभालने में सक्षम नहीं हैं। इसके साथ ही उन्होंने सीएम से अनुरोध किया कि उन्हें इस जिम्मेदारी से मुक्त किया जाए।

इस बारे में प्रशांत किशोर ने सीएम अमरिंदर को एक पत्र लिखते हुए कहा कि मैं सार्वजनिक जीवन में सक्रिय राजनीति से अस्थायी तौर पर ब्रेक चाहता हूं। इसलिए मैं आपके प्रधान सलाहकार पद की जिम्मेदारी नहीं उठा सकता। भविष्य में मुझे क्या करना है यह मुझे अभी तय करना बाकी है। इसलिए मैं आपसे दरख्वास्त करता हूं कि मुझे इस पद से मुक्त कर दिया जाए। मुझे इस पद के लिए चुनने के लिए आपका शुक्रिया।

इसी साल बने थे प्रधान सलाहकार

बता दें, इसी साल 2021 मार्च में सीएम अमरिंदर सिंह ने प्रशांत किशोर को अपना प्रधान सलाहकार बनाया था। इस बारे में जानकारी देते हुए सीएम ने ट्वीट किया था। जिसमें उन्होंने लिखा था- प्रशांत किशोर ने मेरे प्रधान सलाहकार के तौर पर जॉइन किया है। उनके साथ पंजाब के लोगों की बेहतरी के लिए काम करेंगे।


ऐसे में देखा जाए तो अब पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव दूर नहीं है। और इस दौरान प्रशांत किशोर के इस्तीफे उथल-पुथल मच गई है।

पिछले कई दिनों में प्रशांत किशोर काफी सक्रिय नजर आ रहे थे। उस दौरान उनकी मुलाकात कांग्रेस नेता राहुल गांधी से भी हुई थी। फिर इसके बाद कांग्रेस की एक बैठक हुई। जिसमें राहुल और पीके की मुलाकात का जिक्र किया गया था। तभी प्रशांत किशोर की कांग्रेस में दखल होने पर चर्चा हुई थी।

राहुल गांधी के साथ ये बैठक 22 जुलाई को हुई थी। इस बैठक में कमलनाथ, मल्लिकार्जुन खड़गे, आनंद शर्मा, अजय माकन, केसी वेणुगोपाल, अंबिका सोनी जैसे बड़े नेता शामिल हुए थे। इस बैठक में जितने भी परिणाम सामने आए थे, उनके हिसाब से पीके का पार्टी में आना काफी लाभप्रद साबित हो सकता है लेकिन उनका रोल तय होना चाहिए। इस बारे में चर्चा काफी बुलंद रही।


Vidushi Mishra

Vidushi Mishra

Next Story