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Punjab By Election: लोकसभा में जीरो हुई आम आदमी पार्टी, संगरूर सीट पर हार से लगा बड़ा झटका
Punjab By Election: मुख्यमंत्री भगवंत मान के इस्तीफे के बाद खाली हुई इस लोकसभा सीट पर शिरोमणि अकाली दल अमृतसर के अध्यक्ष सिमरनजीत सिंह मान ने करीब 7000 मतों से जीत हासिल की है।
New Delhi: पंजाब में हाल में हुए विधानसभा चुनाव (assembly elections) में प्रचंड जीत हासिल करने वाली आम आदमी पार्टी (आप) (Aam Aadmi Party) को संगरूर लोकसभा क्षेत्र में हुए उपचुनाव में भारी झटका लगा है। मुख्यमंत्री भगवंत मान (Chief Minister Bhagwant Mann) के इस्तीफे के बाद खाली हुई इस लोकसभा सीट पर शिरोमणि अकाली दल अमृतसर के अध्यक्ष सिमरनजीत सिंह मान (Simranjit Singh Mann) ने करीब 7000 मतों से जीत हासिल की है।
मशहूर गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या (Sidhu Musewala murder) के बाद हुए इस उपचुनाव पर सभी की निगाहें लगी हुई थीं। मुख्यमंत्री बनने के बाद भगवंत मान ने भ्रष्टाचार (Corruption) के खिलाफ मुहिम छेड़ रखी है मगर फिर भी उनकी ही सीट पर आप को हार का मुंह देखना पड़ा है। सिमरनजीत सिंह मान की इस जीत के पीछे मुस्लिम बहुल इलाके मलेरकोटला की बड़ी भूमिका मानी जा रही है। दिल्ली में एक विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव (by-election) में तो आप को जीत हासिल हुई मगर पंजाब की लोकसभा सीट पर हार के कारण पार्टी को भारी झटका लगा है।
2019 में आप को मिली थी बड़ी जीत
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने 2019 में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान संगरूर लोकसभा सीट पर एक लाख से अधिक मतों से जीत हासिल की थी। 2019 के चुनाव में आप सिर्फ इसी सीट पर जीत हासिल करने में कामयाब हुई थी। हाल में हुए विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 92 सीटों पर जीत हासिल करके सियासी पंडितों को भी चौंका दिया था। पार्टी की ओर से भगवंत मान को मुख्यमंत्री बनाए जाने के बाद यह लोकसभा सीट खाली हो गई थी।
आप को जीत दिलाने के लिए भगवंत मान ने इस बार भी काफी मेहनत की थी और उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ संगरूर का दौरा करके मतदाताओं का समर्थन हासिल करने की भी कोशिश की थी। आप की ओर से पूरी ताकत लगाए जाने के बावजूद पार्टी यह सीट जीतने में कामयाब नहीं हो सकी। इस सीट पर आप उम्मीदवार की हार के साथ ही लोकसभा में आप का प्रतिनिधित्व शून्य हो गया है। पिछले आम चुनावों में भगवंत मान ने अकेले इस सीट पर जीत हासिल की थी मगर अब यह सीट भी आप के हाथ से निकल गई है।
इस बार मतदान के प्रति उत्साह नहीं
संगरूर लोकसभा सीट पर इस बार काफी कम मतदान हुआ था। 2014 के लोकसभा चुनाव में इस सीट पर 76.7 फ़ीसदी मतदान हुआ था। 2019 के लोकसभा चुनाव में इस सीट पर करीब 72 फ़ीसदी मतदान हुआ था मगर इस बार के उपचुनाव में यहां सिर्फ 45.3 फ़ीसदी मतदान हुआ था। इससे साफ होता है कि उपचुनाव में मतदान के प्रति लोगों में उत्साह नहीं दिखा।
विवादों में घिरे रहे हैं मान
संगरूर के उपचुनाव में शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) और आम आदमी पार्टी के बीच कांटे का मुकाबला दिखा। इस सीट पर आखिरकार मान आप के गुरमेल सिंह को हराने में कामयाब रहे। मुख्यमंत्री भगवंत मान के गांव में भी आप पिछड़ गई है।
जीत हासिल करने के बाद सिमरनजीत सिंह मान ने मतदाताओं के प्रति आभार जताया है। मान आईपीएस अधिकारी रहे हैं और 1984 में इंदिरा गांधी की हत्या (assassination of indira gandhi) के बाद हुए सिख विरोधी दंगों से नाराज होकर उन्होंने इस्तीफा दे दिया था। बाद में उनके खिलाफ इंदिरा गांधी की हत्या की साजिश में शामिल होने से लेकर देशद्रोह तक के मुकदमे चल चुके हैं। पंजाब की सियासत में वे काफी विवादों में घिरे रहे हैं।
जीत में मलेरकोटला की बड़ी भूमिका
मान की जीत में मुस्लिम बहुल इलाके मलेरकोटला की बड़ी भूमिका मानी जा रही है। भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा की ओर से पैगंबर मुहम्मद पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के खिलाफ इस क्षेत्र में 10 जून को बड़ा प्रदर्शन हुआ था। मान ने इस प्रदर्शन का समर्थन किया था।
मलेरकोटला में मान को 30,503 मत हासिल हुए हैं जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी आप के गुरमेल सिंह को 22,402 मत मिले हैं। दोनों प्रत्याशियों के बीच कड़ा मुकाबला था मगर मलेरकोटला में मिली इस बढ़त के बाद मान ने जीत हासिल की है। इस चुनाव क्षेत्र में लड़ने वाले कांग्रेस, भाजपा और शिरोमणि अकाली दल (बादल) के प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई है।