TRENDING TAGS :
Punjab News : पंजाब में कांग्रेस के CM चेहरे की जंग और तीखी, चन्नी और सिद्धू के बाद अब बाजवा भी कूदे, राहुल की मुश्किलें बढ़ीं
Punjab News : मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (cm Charanjit Singh Channi) और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (State Congress President Navjot Singh Sidhu) की दावेदारी के बीच अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रताप सिंह बाजवा (Senior Congress leader Pratap Singh Bajwa) भी इस जंग में कूद पड़े हैं।
Punjab News : पंजाब (Punjab) में कांग्रेस (Congress)! की ओर से सीएम चेहरे (Who is the CM face in Punjab) की घोषणा से पहले नेताओं के बीच जंग लगातार तेज होती जा रही है। मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (cm Charanjit Singh Channi) और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (State Congress President Navjot Singh Sidhu) की दावेदारी के बीच अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रताप सिंह बाजवा (Senior Congress leader Pratap Singh Bajwa) भी इस जंग में कूद पड़े हैं। बाजवा प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष रह चुके हैं और मौजूदा समय में सांसद हैं। पार्टी ने उन्हें विधानसभा चुनाव के लिए मैदान में भी उतारा है। चन्नी और सिद्धू की मुश्किलें बढ़ाते हुए बाजवा ने भी सीएम पद के लिए दावा ठोकते हुए साफ कहा है कि दूसरे नेताओं की अपेक्षा मुझमें क्या कमी है।
गुरुवार को कांग्रेस की लुधियाना रैली में राहुल गांधी ने जल्द ही कांग्रेस के सीएम चेहरे का ऐलान करने की बात कही थी। पार्टी पिछले विधानसभा चुनाव में कैप्टन अमरिंदर सिंह के चेहरे के साथ चुनाव मैदान में उतरी थी मगर इस बार अभी तक पार्टी ने किसी सीएम फेस का ऐलान नहीं किया है। वैसे कांग्रेस के जानकारों का मानना है कि अभी तक चन्नी दूसरे दावेदारों से रेस में आगे चल रहे हैं।
बाजवा बोले-मैं किसी से कम नहीं
पंजाब में कांग्रेस के सांसदों में से प्रताप सिंह बाजवा अकेले ऐसे चेहरे हैं जिन्हें पार्टी हाईकमान की ओर से विधानसभा चुनाव में उतरने के लिए मंजूरी दी गई है। इसी का उल्लेख करते हुए बाजवा का कहना है कि पार्टी के 11 सांसदों में से सोनिया गांधी और राहुल गांधी की ओर से सिर्फ मुझे ही पार्टी का टिकट दिया गया है। उन्होंने कहा कि इसलिए अभी इंतजार करना चाहिए क्योंकि आगे बहुत कुछ होने वाला है।
बाजवा ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफा देने के बाद जब नए सीएम की दौड़ शुरू हुई तो चरणजीत सिंह चन्नी का नाम कहीं नहीं था। सीएम की रेस में जिन नेताओं का नाम चल रहा था, वे सभी पीछे छूट गए और चन्नी मुख्यमंत्री बनने में कामयाब रहे। इसलिए अभी समय का इंतजार किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि यदि राज्य कांग्रेस के नेताओं को देखा जाए तो कैप्टन अमरिंदर सिंह के बाद पार्टी का सबसे वरिष्ठ नेता मैं ही हूं। सीएम पद संभालने के लिए मुझमें कोई भी कमी नहीं है। शिक्षा, अनुभव और काम करने की क्षमता के मामले में भी मैं दूसरे किसी भी नेता से कम नहीं हूं। बाजवा के इस बयान से साफ हो गया है कि वे चन्नी और सिद्धू के सामने वॉकओवर देने को तैयार नहीं हैं।
चन्नी और सिद्धू ने बढ़ाया दबाव
राहुल गांधी की लुधियाना में पंजाब फतेह रैली के दौरान पार्टी के सीएम चेहरे का मुद्दा जोरदार ढंग से उठा था। पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष सिद्धू का कहना था कि लोगों की ओर से पार्टी के सीएम चेहरे को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं मगर हम उन सवालों का जवाब नहीं दे पा रहे हैं। इसलिए पार्टी को जल्द से जल्द ही इस मुद्दे पर अपना रुख साफ करना चाहिए।
दूसरी ओर चन्नी ने भी अपने संबोधन के दौरान सीएम चेहरे का मुद्दा उठाया था। उनका कहना था कि 111 दिनों के कार्यकाल के दौरान मैंने पंजाब के लोगों की भरपूर सेवा की है और मुझे सेवा के लिए 5 साल का पूरा मौका दिया जाना चाहिए। दोनों नेताओं के इस बयान के बाद ही राहुल गांधी ने जल्द ही सीएम चेहरे का ऐलान करने की बात कही थी।
चन्नी और सिद्धू की दावेदारी को झटका
वैसे सीएम चेहरे के दोनों दावेदार इन दिनों मुश्किलों में फंसे दिखाई दे रहे हैं। मुख्यमंत्री चन्नी के रिश्तेदार भूपिंदर हनी के ठिकानों पर हाल में ईडी ने छापे मारे थे जिसमें 10 करोड़ रुपए कैश बरामद किए गए थे। इसके बाद चन्नी पर अवैध खनन के मामलों में शामिल होने के आरोप लगाए जा रहे हैं। दूसरी और बड़ी बहन के आरोपों के बाद सिद्धू बड़े पारिवारिक विवाद में फंसते नजर आ रहे हैं।
बड़ी बहन ने सिद्धू पर मां को लावारिस हालत में छोड़ देने का बड़ा आरोप लगाया है। बड़ी बहन के इन आरोपों के बाद सिद्धू की दावेदारी को करारा झटका लगा है। इन दोनों नेताओं के विवाद में फंसने के बाद अब वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा की ओर से भी सीएम पद को लेकर दावेदारी पेश की गई है। अब सबकी नजर राहुल गांधी पर टिकी हुई है क्योंकि उन्हें जल्द ही इस सीएम चेहरे का ऐलान करना है।