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राहुल ने नहीं खोले पत्ते: पंजाब में कांग्रेस के सीएम चेहरे पर सस्पेंस बरकरार, सिद्धू और चन्नी बनाए थे दबाव

राहुल गांधी ने आज पंजाब में विधानसभा चुनाव 2022 के लिए पहली बार राज्य में चुनावी रैली करने गए। इस वर्चुअल रैली में राहुल गांधी ने सीएम का चेहरा घोषित करने का बात तो कहा मगर नाम नहीं बताया।

Bishwajeet Kumar
Published By Bishwajeet KumarWritten By Anshuman Tiwari
Published on: 27 Jan 2022 3:43 PM GMT
राहुल ने नहीं खोले पत्ते: पंजाब में कांग्रेस के सीएम चेहरे पर सस्पेंस बरकरार, सिद्धू और चन्नी बनाए थे दबाव
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कांग्रेस नेता राहुल गांधी

Punjab Election 2022: पंजाब में कांग्रेस सीएम चेहरे को लेकर अभी तक कोई फैसला नहीं कर सकी है। गुरुवार को पंजाब में प्रचार के लिए पहुंचे कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने पंजाब चुनाव (Punjab Election) में सीएम चेहरे के साथ उतरने की बात तो कही मगर किसी नेता के नाम का ऐलान नहीं किया। जालंधर में आयोजित 'पंजाब फतेह' रैली में राहुल गांधी ने कहा कि इस बारे में अंतिम फैसला पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं से बातचीत करने के बाद ही लिया जाएगा।

रैली में सीएम चेहरे के दो बड़े दावेदार पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) और मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) भी मौजूद थे। सिद्धू ने पहले भी सीएम चेहरे को लेकर बयान दिया था कि बिना दूल्हे के कैसी बारात। जालंधर रैली में भी सिद्धू और चन्नी दोनों ने अपने-अपने तरीके से सीएम पद के लिए दावेदारी पेश की। अपने संबोधन के दौरान राहुल गांधी ने सीएम चेहरे के साथ उतरने की बात तो कही मगर किसी नाम का ऐलान न करते हुए सस्पेंस बनाए रखा। दरअसल कांग्रेस नेतृत्व को और सीएम चेहरे के ऐलान के साथ ही पार्टी में गुटबाजी और आरोप-प्रत्यारोप बढ़ने का डर सता रहा है। यही कारण है कि पार्टी नेतृत्व इस मामले में फूंक-फूंक कर कदम रख रहा है।

सीएम चेहरे के साथ उतरेगी पार्टी

पंजाब में 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस कैप्टन अमरिंदर सिंह (Capt Amarinder Singh) के चेहरे पर चुनाव मैदान में उतरी थी। पार्टी को उसका सियासी फायदा भी मिला था। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की ओर से समय-समय पर सीएम चेहरे को लेकर मांग की जाती रही है। उनका यह भी कहना है कि पिछले चुनाव में आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) को सीएम चेहरा घोषित न करने का खामियाजा भुगतना पड़ा था। इस बार आप ने पार्टी सांसद भगवंत मान को सीएम चेहरा बनाने की घोषणा पहले ही कर दी है। अब कांग्रेस में भी सीएम चेहरा घोषित करने के लिए दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है।

गुरुवार को जालंधर रैली में राहुल गांधी ने कहा कि यदि पंजाब पार्टी के सीएम चेहरे को जानना चाहता है तो निश्चित रूप से पार्टी की ओर से इसकी घोषणा की जाएगी। उन्होंने कहा कि वे पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से इस बाबत चर्चा करेंगे और उसके बाद ही अंतिम फैसला लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सिद्धू और मुख्यमंत्री चन्नी दोनों ने मुझसे वादा किया है कि जो भी नेता कांग्रेस को लीड करेगा, दूसरा उसकी मदद के लिए पूरी तरह तैयार रहेगा। उन्होंने पार्टी के सीएम चेहरे को लेकर जल्द ही फैसला किए जाने की बात भी कही। सियासी जानकारों का मानना है कि राहुल ने सीएम चेहरे की घोषणा की बात तो जरूर कही है मगर इसके बाद पार्टी में विवाद और बढ़ने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।

सिद्धू ने फिर उठाया सीएम चेहरे का सवाल

रैली को संबोधित करते हुए सिद्धू ने तीन सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि पंजाब के लोग इन तीन सवालों का जवाब मांग रहे हैं। लोगों का पहला सवाल है कि इस कीचड़ से हमें कौन निकालेगा? लोगों का दूसरा सवाल है कि इस कीचड़ से निकालने का रोडमैप क्या है? लोगों का तीसरा और सबसे बड़ा सवाल पार्टी के सीएम चेहरे को लेकर है। लोग जानना चाहते हैं कि पार्टी का सीएम चेहरा कौन होगा। सिद्धू ने कहा कि अगर इन तीन सवालों का जवाब मिल जाए तो पार्टी निश्चित तौर पर पंजाब में 70 सीटों पर जीत हासिल करने में कामयाब होगी। सिद्धू ने दर्शनीय घोड़ा न बनाने और फैसला लेने की ताकत देने की अपील भी की।

चन्नी ने सेवा के लिए पांच साल मांगे

सीएम पद के दूसरे दावेदार मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि पंजाब की सत्ता संभालने के बाद से मैं निरंतर लोगों की सेवा में जुटा हुआ हूं। मुझे लोगों की सेवा करने के लिए सिर्फ 111 दिन मिले, लेकिन इस दौरान मैंने बिना चैन लिए लोगों की भरपूर सेवा की है। उन्होंने कहा कि अब इस बाबत फैसला पार्टी को लेना है और यदि पार्टी को मेरा काम पसंद आया हो तो मुझे पांच साल का वक्त दिया जाना चाहिए।

उन्होंने शिकायती लहजे में कहा कि बाहर के लोगों को यह करने का मौका नहीं मिलना चाहिए कि हम लोगों के बीच आपस में ही कोई लड़ाई है। उनका इशारा साफ तौर पर नवजोत सिंह सिद्धू की ओर ही था। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि बाहर वालों को बार-बार यह सवाल नहीं खड़ा करना चाहिए कि इस बारात का दूल्हा किसे बनाया गया है। सत्ता संभालने के बाद से ही इस सिद्धू का चन्नी से छत्तीस का रिश्ता रहा है और अपने संबोधन के दौरान चन्नी ने इशारों में इसे जाहिर भी कर दिया।

राहुल ने अमृतसर में टेका मत्था

इससे पूर्व कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज अमृतसर में श्री दरबार साहिब, दुर्गयाणा मंदिर और बाल्मीकि तीर्थ में मत्था टेका। राहुल गांधी के साथ सिद्धू और चन्नी के अलावा कांग्रेस की ओर से घोषित किए गए प्रत्याशी भी मौजूद थे। राहुल गांधी ने जालियांवाला बाग जाकर शहीदों को श्रद्धांजलि भी अर्पित की। राहुल गांधी के साथ पार्टी के सांसद मौजूद नहीं थे। पहले सांसदों की ओर से कार्यक्रम के बाद कोर्ट की खबर सामने आई थी मगर बाद में सांसद रवनीत बिट्टू ने स्पष्ट किया कि राहुल के कार्यक्रम में सांसदों को आमंत्रित नहीं किया गया था।

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