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Punjab New CM: कांग्रेस सरकार बनाने का फॉर्मूला तय, सुनील जाखड़ बन सकते हैं CM

पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद सुनील जाखड़ (Sunil Jakhar) प्रदेश को अगला सीएम (Punjab New CM) हो सकते हैं।

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Newstrack NetworkPublished By Deepak Kumar
Published on: 19 Sept 2021 8:43 AM IST (Updated on: 19 Sept 2021 8:47 AM IST)
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सुनील जाखड़ बन सकते हैं CM।

कैप्टन अमरिंदर सिंह (Amarinder Singh) के इस्तीफे के बाद पंजाब में कौन बनेगा कांग्रेस का नया सीएम (Punjab New CM) इसको लेकर अटकलें खत्म हो गई। बीते दिन हुई विधायक दल की बैठक में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को फैसला लेने का अधिकार दे दिया गया है। इस बीच, सूत्रों के मुताबिक पंजाब में सरकार बनाने का फॉर्मूला तय कर लिया है। बताया जा रहा है कि सुनील जाखड़ को सीएम बनाया जा रहा है जबकि दो डिप्टी सीएम बनाए की खबर है।

कौन-कौन बन सकता है डिप्टी सीएम?

सूत्रों के अनुसार, जिन दो डिप्टी सीएम के नाम पर मुहर लग सकती है, उमसें दलित समुदाय से डिप्टी सीएम की रेस में पूर्व कैबिनेट मंत्री चरणजीत सिंह और पार्टी के वरिष्ठ विधायक राजकुमार वेरका का नाम सबसे आगे चल रहा है। दोनों में से किसी एक को डिप्टी सीएम बनाया जा सकता है। इसके अलावा, दूसरा डिप्टी सीएम सिख समुदाय से होगा। इसमें नवजोत सिंह सिद्धू के करीबी और कैप्टन के खिलाफ बगावत का बिगुल बजाने वाले पूर्व कैबिनेट मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा का नाम सबसे आगे चल रहा है।

अगले चुनाव के लिए फिर चुना जाएगा सीएम उम्मीदवार?

सूत्रों के अनुसार, कैप्टन अमरिंदर सिंह की जगह अब जो चेहरा कांग्रेस की ओर से कल या आने वाले दिनों में पंजाब का मुख्यमंत्री बनाया जाएगा, उसकी अगुवाई में अगले साल पार्टी चुनाव नहीं लड़ेगी। सूत्रों का कहना है कि पार्टी नवजोत सिंह सिद्धू को बतौर मुख्यमंत्री आगे नहीं करना चाहती है। मालूम हो कि सिद्धू कुछ साल पहले ही बीजेपी से कांग्रेस में आए हैं और उन्हें हाल ही में पंजाब कांग्रेस का चीफ बनाया गया है।

चुनाव से पहले सीएम नहीं बनना चाहते सिद्धू!

वहीं, सिद्धू भी चुनाव से ठीक पहले खुद सीएम भी नहीं बनना चाहते हैं। पार्टी और सिद्धू नहीं चाहती है कि पंजाब कांग्रेस प्रमुख पर आरोप लगे कि उनकी वजह से कैप्टन अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री का पद छोड़ना पड़ा। वहीं, नवजोत सिंह सिद्धू भी आने वाले विधानसभा चुनाव में बतौर पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष आलाकमान को परफॉर्मेंस दिखाना चाहते हैं।

जानिए कौन हैं सुनील जाखड़

पूर्व सांसद सुनील जाखड़ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के काफी करीबी माने जाते रहे हैं। वह साल 2002 से 2017 तक अबोहर विधानसभा सीट से तीन बार लगातार विधायक रह चुके हैं। इसके अलावा वह 2012 से 2017 के बीच में पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता भी रहे हैं। पंजाब के गुरदासपुर से जाखड़ लोकसभा में भी चुन कर जा चुके हैं। साल 2017 में हुए उप-चुनाव में सुनील जाखड़ को जीत मिली थी। हालांकि, फिर 2019 लोकसभा चुनाव में जाखड़ को बीजेपी नेता और अभिनेता सनी देओल ने पराजित कर दिया था। जाखड़ को मुख्यमंत्री बनाकर कांग्रेस जाट व हिंदू वोटों पर अपना निशाना साध सकती है।

अमरिंदर के 'दोस्त' भी सीएम पद की रेस में

इसके अलावा राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा का नाम भी सीएम की रेस में शामिल है। कभी अमरिंदर सिंह के दोस्त रहे बाजवा के रिश्ते बाद में कैप्टन से खराब हो गए थे। बाजवा ने राज्य विधानसभा चुनाव लड़ने की इच्छा भी जताई है। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री पद की रेस में वह डार्क हॉर्स हो सकते हैं। क्योंकि कैप्टन और पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के बीच अभी विवाद थमा नहीं है। कैप्टन ने इस्तीफा देने के बाद साफ-साफ कह दिया है कि वह सिद्धू के सीएम बनने का विरोध करते हैं। उनका रिश्ता पाकिस्तान के पीएम से है और वह राज्य का बंटाधार कर देंगे।

सिद्धू खेमा भी तैयारी में जुटा

इस बीच, सिद्धू खेमा भी अपनी पूरी तैयारी में जुटा है। सिद्धू कैप्टन के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले अपने करीबी विधायकों के साथ रणनीति बनाने में जुटे हैं। पंजाब के पूर्व कैबिनेट मिनिस्टर सुखजिंदर सिंह रंधावा को सिद्धू खेमा 'केयरटेकर' सीएम बनाने की जुगत में जुटा है। ताकि चुनाव होने तक सिद्धू कैंप के पास ताकत बनी रहे। इधर, कांग्रेस पार्टी वोट बैंक का भी पूरा ध्यान रखते हुए कोई फैसला करना चाहती है। राज्य में बड़ी संख्या में हिंदू वोटर भी हैं।



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Deepak Kumar

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