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Punjab Politics: कैप्टन की पाकिस्तानी दोस्त अरूसा आलम को लेकर सियासत गरमाई, जांच के आदेश पर पूर्व CM का तीखा जवाब

Punjab Politics: पंजाब कांग्रेस के नेताओं ने कैप्टन की पाकिस्तानी मित्र अरूसा आलम का मुद्दा उठाकर पंजाब की सियासत गरमा दी है। सिद्धू के पाकिस्तान कनेक्शन को लेकर सवाल उठाने वाले कैप्टन की घेरेबंदी के लिए कांग्रेस ने यह नया मुद्दा उठाया है।

Anshuman Tiwari
Written By Anshuman TiwariNewstrack Shreya
Published on: 23 Oct 2021 3:16 AM GMT
Punjab Politics: कैप्टन की पाकिस्तानी दोस्त अरूसा आलम को लेकर सियासत गरमाई, जांच के आदेश पर पूर्व CM का तीखा जवाब
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कैप्टन अमरिंदर सिंह- सुखजिंदर सिंह रंधावा (फोटो साभार- सोशल मीडिया) 

Punjab Politics: पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Amarinder Singh) के खिलाफ पंजाब कांग्रेस के नेताओं (Punjab Neta) ने मोर्चा खोल दिया है। कैप्टन के अलग सियासी दल बनाकर भाजपा से गठजोड़ (Amarinder Singh and BJP Alliance) करने की घोषणा के बाद कांग्रेस नेताओं का रुख और भी तीखा हो गया है। पंजाब कांग्रेस के नेताओं ने कैप्टन की पाकिस्तानी मित्र (Captain Amarinder Singh Pakistani Friend) अरूसा आलम (Aroosa Alam) का मुद्दा उठाकर पंजाब की सियासत (Punjab Politics) गरमा दी है। सिद्धू के पाकिस्तान कनेक्शन (Sidhu Ka Pakistani Connection) को लेकर सवाल उठाने वाले कैप्टन की घेरेबंदी के लिए कांग्रेस ने यह नया मुद्दा उठाया है। अरूसा आलम को लेकर पंजाब की सियासत में बवाल मच गया है।

पंजाब के गृहमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा (Sukhjinder Singh Randhawa) के अरूसा आलम के पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी (Pakistan Ki Khufiya Agency) आईएसआई से रिश्तों (ISI Se Connection) की जांच के आदेश पर पंजाब की सियासत में हंगामा मच गया है। पंजाब सरकार (Punjab Government) के इस कदम पर कैप्टन ने जवाबी हमला बोला है। उन्होंने कहा कि अरूसा 16 सालों से भारत आ रही हैं और उस समय तो केंद्र में यूपीए की सरकार थी। कैप्टन ने सवाल पूछा कि क्या रंधावा अपनी ही सरकार की कार्यप्रणाली और फैसले पर सवाल उठा रहे हैं।

अरूसा के आईएसआई कनेक्शन की होगी जांच

पंजाब की सियासत में पाकिस्तानी पत्रकार (Pakistani Journalist) और कैप्टन की महिला मित्र अरूसा आलम को लेकर पहले भी खूब चर्चाएं होती रही हैं मगर अब यह मामला सियासी रूप से गरमा गया है। पंजाब के डिप्टी सीएम और गृहमंत्री रंधावा ने शुक्रवार को अरूसा के आईएसआई कनेक्शन (Aroosa Alam Ka ISI Connection) की जांच का आदेश देकर कैप्टन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। शुक्रवार को अरूसा को लेकर दिन भर आरोप-प्रत्यारोप का दौर चलता रहा।

रंधावा ने इस बाबत एक ट्वीट कर जांच के आदेश के संबंध में जानकारी दी मगर बाद में उन्होंने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया। रंधावा ने अपने ट्वीट में कहा था कि अरूसा और आईएसआई के कनेक्शन की जांच के लिए डीजीपी इकबाल प्रीत सिंह सहोता को आदेश जारी कर दिए गए हैं।

रंधावा ने पहले भी अरूसा और आईएसआई के कनेक्शन (ISI Connection) की जांच को लेकर बयान दिया था। सूत्रों के मुताबिक रंधावा को हाईकमान की ओर से दिल्ली भी तलब किया गया है। इसे लेकर भी काफी चर्चाएं हो रही हैं कि रंधावा को दिल्ली तलब किए जाने के पीछे क्या कारण है। हालांकि रंधावा के इस कदम को लेकर कैप्टन के साथ ही अकाली दल (Shiromani Akali Dal) ने भी हमला बोला है।

अरूसा आलम से सोनिया गांधी मुलाकात करते हुए (फोटो साभार- ट्विटर)

कैप्टन का रंधावा को तीखा जवाब

इसके बाद कैप्टन के मीडिया एडवाइजर रवीन ठुकराल (Raveen Thukral) की ओर से कैप्टन का बयान (Amarinder Singh Ka Bayan) जारी किया गया। कैप्टन ने रंधावा को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि अरूसा पिछले 16 सालों से भारत आती रही हैं और इस दौरान केंद्र में कांग्रेस की गठबंधन सरकार भी रही है। अरूसा केंद्र सरकार की मंजूरी लेने के बाद ही भारत आती थीं। कैप्टन ने सवाल किया कि रंधावा अपनी ही कांग्रेस सरकार के मंजूरी देने के फैसले पर अंगुली उठा रहे हैं या फिर उन्होंने केंद्र में सत्तारूढ़ मौजूदा सरकार पर सवाल उठाए हैं, उन्हें यह स्पष्ट करना चाहिए।

कैप्टन ने कहा कि मौजूदा त्योहारी सीजन (Festive Season) में पंजाब की सीमा की सुरक्षा को लेकर हाई रिस्क (Punjab Border High Alert) है और ऐसे समय में पंजाब के डीजीपी को जांच में उलझाने के पीछे रंधावा का क्या मकसद है।

अकाली दल ने भी रंधावा को घेरा

अरूसा आलम के मुद्दे को लेकर शिरोमणि अकाली दल के मुखिया सुखबीर सिंह बादल (Sukhbir Singh Badal) ने भी रंधावा पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि जब मैंने पहले यह मुद्दा उठाया था तो कैप्टन के कैबिनेट मिनिस्टर के रूप में रंधावा ने इस बात का विरोध किया था। अब डिप्टी सीएम बनने के बाद रंधावा को अरूसा आलम के आईएसआई कनेक्शन की याद कैसे आने लगी। पहले अरूसा के आने पर कैप्टन की ओर से दी जाने वाली पार्टियों में रंधावा भी शिरकत किया करते थे। अब वे किस मुंह से अरूसा को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी का एजेंट बताने लगे।

कैप्टन की घोषणा के बाद कांग्रेस हमलावर

सियासी जानकारों के मुताबिक कैप्टन की ओर से अलग सियासी दल बनाने और भाजपा से गठजोड़ करने की घोषणा से कांग्रेस बौखलाई हुई है। कांग्रेस को अपने वोट बैंक (Congress Vote Bank) में सेंध लगने का डर सता रहा है। यही कारण है कि कांग्रेस नेताओं ने कैप्टन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) ने पहले ही कैप्टन के खिलाफ हमलावर रुख अपना रखा है।

अब कांग्रेस के अन्य नेता भी खुलकर कैप्टन पर हमला करने लगे हैं। माना जा रहा है कि कैप्टन के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में उतरने से सबसे ज्यादा सियासी नुकसान कांग्रेस (Congress Ko Nuksan) को ही उठाना पड़ेगा। कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर सतर्क हो गई है और उसने कैप्टन पर खुलकर हमले शुरू कर दिए हैं। अरूसा आलम प्रकरण इस मामले की सबसे ताजा कड़ी है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में इसे लेकर सियासत और गरमाएगी।

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