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Punjab Rajya Sabha election 2022: आखिर कौन है प्रो.संदीप पाठक, जानिए क्यों आप ने दिया राज्यसभा का टिकट
Punjab Rajya Sabha election 2022: 'आप' प्रत्याशी प्रोफेसर संदीप पाठक दिल्ली आईआईटी के प्रोफेसर हैं छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले के लोरमी के रहने वाले हैं।
New Delhi: पंजाब (Punjab) में आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) की जीत में पर्दे के पीछे से बड़ी भूमिका निभाने वाले दिल्ली आईआईटी के प्रोफ़ेसर संदीप पाठक (Professor Sandeep Pathak, IIT Delhi) को अब पार्टी राज्यसभा (Rajya Sabha elections 2022) भेजने की तैयारी में जुट गई है।
पंजाब की पांच राज्यसभा सीटों के लिए पार्टी की ओर से घोषित प्रत्याशियों की सूची में प्रोफ़ेसर संदीप पाठक का भी नाम शामिल है। प्रोफ़ेसर पाठक के अलावा क्रिकेटर हरभजन सिंह (Cricketer Harbhajan Singh), दिल्ली के विधायक और पंजाब के सह इंचार्ज राघव चड्ढा, लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के चांसलर अशोक मित्तल और उद्योगपति संजीव अरोड़ा के नाम भी उम्मीदवारों की सूची में शामिल है।
प्रोफेसर पाठक को 'आप' की ओर से राज्यसभा उम्मीदवार घोषित किए जाने के बाद हर किसी की दिलचस्पी इस बात को जानने में है कि आखिर प्रोफेसर पाठक हैं कौन? छत्तीसगढ़ के रहने वाले प्रोफेसर पाठक को आम आदमी पार्टी का प्रमुख रणनीतिकार और दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप मुखिया अरविंद केजरीवाल (AAP chief Arvind Kejriwal) का काफी करीबी माना जाता है। हाल में हुए पंजाब विधानसभा के चुनाव (Punjab Assembly Election 2022 ) और इससे पूर्व दिल्ली के चुनावों में भी प्रो. पाठक पर्दे के पीछे से बड़ी भूमिका निभा चुके हैं। माना जा रहा है कि पार्टी की ओर से उन्हें इस काम का ही इनाम दिया गया है।
नाम की घोषणा के बाद गांव में जश्न
पंजाब में 7 में से 5 राज्यसभा सदस्यों का कार्यकाल 9 अप्रैल को समाप्त होने वाला है। इसके लिए राज्य में 31 मार्च को राज्यसभा चुनाव प्रस्तावित है। इस बार के विधानसभा चुनाव में आप ने प्रचंड जीत हासिल करते हुए 117 सदस्यीय विधानसभा की 92 सीटों पर कब्जा कर लिया है। इस प्रचंड जीत के बाद राज्य की 7 में से 6 राज्यसभा सीटों पर आप प्रत्याशियों का चुना जाना तय माना जा रहा है।
आप की ओर से घोषित किए गए प्रत्याशियों की सूची में प्रोफेसर संदीप पाठक का नाम भी शामिल है। दिल्ली आईआईटी के प्रोफेसर पाठक छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले के लोरमी के रहने वाले हैं। संदीप के नाम की घोषणा के साथ ही उनके बटाहा गांव में जश्न का दौर शुरू हो गया। अब उनके गांव के लोगों को जीत के बाद उनके यहां पर आने का इंतजार है।
किसान परिवार से है ताल्लुक
संदीप पाठक का ताल्लुक किसान परिवार (farmer family) से है और उनके पिता शिव कुमार पाठक का बटहा गांव में खेती किसानी का काम करते हैं। 4 अक्टूबर 1979 को पैदा होने वाले संदीप के एक और भाई प्रदीप पाठक और बहन प्रतिभा पाठक हैं। लोरमी में प्राइमरी शिक्षा ग्रहण करने वाले संदीप पाठक ने बाद की पढ़ाई ही बिलासपुर से पूरी की है। वहां से एमएससी करने के बाद वे ब्रिटेन चले गए थे और उन्होंने कैंब्रिज यूनिवर्सिटी (Cambridge University) से पीएचडी की है। बाद में वे भारत लौटे और मौजूदा समय में वे दिल्ली आईआईटी में प्रोफेसर के रूप में कार्यरत हैं।
पर्दे के पीछे निभाई बड़ी भूमिका
आम आदमी पार्टी की मजबूत होती सियासी पकड़ के पीछे प्रोफ़ेसर पाठक का बड़ा योगदान माना जाता है। उन्होंने चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर की टीम में रहकर दिल्ली विधानसभा चुनावों में भी आप की बड़ी जीत में बड़ी भूमिका निभाई थी। बाद में वे अरविंद केजरीवाल के सलाहकार टीम में शामिल हो गए थे। पंजाब में आप के संगठन को मजबूत बनाने में भी संदीप की बड़ी भूमिका रही है। पंजाब में भगवंत मान (Bhagvant Mann) को सीएम पद का चेहरा बनाने का सुझाव भी उन्हीं की ओर से दिया गया था जिसे बाद में अरविंद केजरीवाल ने भी स्वीकार करते हुए मान को सीएम चेहरा बनाया था।
दिल्ली के चुनाव में जीत के बाद आप लगातार दूसरे प्रदेशों में अपने संगठन को मजबूत बनाने की कोशिश में जुटी हुई है। माना जा रहा है कि अब छत्तीसगढ़ में भी पार्टी अपने संगठन को मजबूत बनाएगी और ऐसे में संदीप पाठक को छत्तीसगढ़ में पार्टी का चेहरा भी बनाया जा सकता है। आने वाले दिनों में आप की सियासत में संदीप और प्रमुख भूमिका निभाएंगे।