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गहलोत ने खोला पायलट के खिलाफ मोर्चा, बोले:गद्दार कभी नहीं बन सकता राजस्थान का सीएम
राजस्थान के मुख्यमंत्री का यह बयान हाल के दिनों में पायलट पर उनका सबसे बड़ा हमला माना जा रहा है। पायलट इन दिनों पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हैं।
Ashok Gehlot Attacks Sachin Pilot: कांग्रेस में राजस्थान के मुख्यमंत्री पद को लेकर पैदा हुआ विवाद दिन-प्रतिदिन का रास्ता जा रहा है। राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाने की तेज होती मांग के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पायलट के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पायलट को लेकर कुछ दिनों से टिप्पणी करने से बच रहे गहलोत ने सचिन पायलट को गद्दार बताते हुए कहा की पार्टी के साथ गद्दारी करने वाला कभी राजस्थान का मुख्यमंत्री नहीं बन सकता।
राजस्थान के मुख्यमंत्री का यह बयान हाल के दिनों में पायलट पर उनका सबसे बड़ा हमला माना जा रहा है। पायलट इन दिनों पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हैं। आज उन्होंने मध्यप्रदेश में राहुल और प्रियंका के साथ काफी देर तक पदयात्रा भी की। उनके समर्थक लगातार उन्हें मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रहे हैं मगर इस बीच गहलोत ने पायलट पर हमला बोलकर आने वाले दिनों में विवाद और गहराने का संकेत दिया है।
गले की हड्डी बना राजस्थान का विवाद
राजस्थान में मुख्यमंत्री पद का विवाद कांग्रेस नेतृत्व के लिए गले की हड्डी बन गया है। सितंबर में गहलोत समर्थक विधायकों के बागी तेवर के बाद अभी तक पार्टी नेतृत्व इस मुद्दे पर कोई फैसला नहीं ले सका है। इस बीच पायलट और उनके समर्थकों ने हाल के दिनों में राज्य में नेतृत्व परिवर्तन के लिए दबाव बढ़ा रखा है।
पायलट समर्थकों के इस दबाव के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बड़ा बयान दिया है। एक न्यूज़ चैनल से बातचीत के दौरान गहलोत ने साफ तौर पर कहा कि एक गद्दार कभी मुख्यमंत्री नहीं बन सकता। गहलोत का यह बयान काफी तीखा माना जा रहा है क्योंकि हाल के दिनों में वह पायलट प्रकरण में कोई भी टिप्पणी करने से बच रहे थे। सियासी जानकारों का मानना है कि पायलट समर्थकों के बढ़ते दबाव के कारण अब गहलोत ने भी मोर्चा खोल दिया है।
गद्दारी करने वाला नहीं बन सकता सीएम
गहलोत ने कहा कि जिस आदमी ने पार्टी से विद्रोह किया,जिसके पास 10 विधायक भी नहीं है, उस सचिन पायलट को पार्टी हाईकमान कभी मुख्यमंत्री नहीं बना सकता। गहलोत ने कहा कि उसने पार्टी के साथ धोखा किया और वह गद्दार है। गहलोत ने कहा कि देश की सियासत में ऐसा नजारा पहली बार दिखा जब पार्टी के अध्यक्ष ने ही अपनी सरकार को गिराने की साजिश रची।
उन्होंने आरोप लगाया कि 2020 में राजस्थान कांग्रेस में हुई बगावत के लिए भाजपा की ओर से फंडिंग की गई थी। इस पूरे सियासी घटनाक्रम के पीछे अमित शाह और भाजपा के कई अन्य नेताओं का हाथ था। गहलोत ने कहा कि 2020 की बगावत के दौरान पायलट ने दो केंद्रीय मंत्रियों अमित शाह और धर्मेंद्र प्रधान के साथ बैठक की थी। हालांकि भाजपा की ओर से गहलोत के इस आरोप का खंडन किया जा चुका है।
गहलोत के हमले के क्या हैं सियासी मायने
गहलोत का यह बयान ऐसे समय में आया है जब सचिन पायलट लगातार राहुल गांधी और प्रियंका के संपर्क में बने हुए हैं। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा इन दिनों मध्यप्रदेश में हैं और आज प्रियंका गांधी ने भी पहली बार इस यात्रा में हिस्सा लिया है। सचिन पायलट आज राहुल और प्रियंका के साथ पदयात्रा करते हुए नजर आए थे। पदयात्रा के दौरान पायलट की राहुल गांधी से चर्चा भी हुई है। हालांकि अभी तक इस बात का खुलासा नहीं हो सका है कि पायलट और राहुल के बीच क्या चर्चा हुई है मगर माना जा रहा है कि राजस्थान में नेतृत्व के मुद्दे पर दोनों नेताओं ने बातचीत की है।
ऐसे में गहलोत की ओर से सचिन के खिलाफ मोर्चा खोले जाने के सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। गहलोत के बयान से साफ हो गया है कि वे और उनके समर्थक किसी भी कीमत पर पायलट को मुख्यमंत्री बनाने के लिए तैयार नहीं है। सियासी जानकारों का मानना है कि ऐसे माहौल में राजस्थान कांग्रेस का विवाद आने वाले दिनों में और गहरा सकता है।