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Rajasthan News: क्या एक ही विमान में सवार हो गए गहलोत और पायलट, शपथ ग्रहण में पहुंचे एक साथ
Rajasthan News: सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट एक ही विमान में सवार हो कर हिमाचल में कांग्रेस की जीत का परचम लहराने के बाद सुखविंदर सिंह सुक्खू के मुख्यमंत्री रूप में शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने पहुंचे।
Rajasthan News: एक ही नाव में सवार होना... ये मुहावरा तो आपने सुना ही होगा। दरअसल, ये मुहावरा राजस्थान से जारी हुई तस्वीरों पर एकदम सटीक बैठ रहा है। इस मुहावरे में नाव की जगह विमान कर दिया जाए तो सभी समझ जाएंगे कि बात राजस्थान राजनीति की हो रही है। राजस्थान में भी गहलोत (Ashok Gehlot) और पायलट (Sachin Pilot) की जो, रविवार को एक ही विमान (नाव) में सवार हो कर हिमाचल में कांग्रेस की जीत का परचम लहराने के बाद सुखविंदर सिंह सुक्खू के मुख्यमंत्री रूप में शपथ ग्रहण समारोह (Oath taking ceremony) में शामिल होने गए हैं। इससे ये कयास लगाए जा रहें हैं कि क्या अशोक गहलोत और सचिन पायलट एक साथ हो गए।
राजस्थान में भारत जोड़ो यात्रा में शामिल अशोक गहलोत और सचिन पायलट बूंदी से रवाना हो कर हिमाचल जाएंगे वो भी एक ही विमान में। भयंकर राजनीतिक उठापटक के बीच ये यात्रा काफी मायने रखती है। यात्रा के दौरान आपस में होने वाली बातचीत भी अहम मानी जा रही है। सियासी खींचतान जो जगजाहिर हुई, खुले में बयानबाज़ी हुई, आरोप प्रत्यारोप का लम्बा दौर चला, बाग़ी होने का भी दौर चला, बाड़े बंदी हुई और जैसे ही भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी राजस्थान पहुंचे दोनों एक दूसरे का हाथ पकड़ कर नाचते भी दिखे। अब इसे राजनैतिक नाच कहा जाए या राजनैतिक दावपेच, लेकिन वर्तमान परिस्थितियों में राजस्थान में कांग्रेस के वापस एक होने के आसार बनते दिखाई दे रहे हैं।
गहलोत - पायलट की विमान यात्रा
पायलट और गहलोत बूंदी के कापरेन से हेलिकॉप्टर में सवार हो कर जयपुर आए और जयपुर से चार्टर प्लेन में दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं और वहां से शिमला, हिमाचल शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे। राहुल गांधी भी आज की यात्रा का लक्ष्य पूरा होने के बाद, 11 बजे के बाद शिमला के लिए रवाना हो गए। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी सवाई माधोपुर से तय समय पर शिमला के लिए व्यक्तिगत प्लेन में हवाई यात्रा के जरिये शिमला पहुंचेंगे।
आज पूरी कांग्रेस शिमला में
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में बूंदी जिले में यात्रा का आज आखिरी दिन है, इसके बाद राहुल गांधी के साथ साथ कांग्रेस के लगभग सभी बड़े नाम आज शिमला में होंगे। हिमाचल में बड़ी जीत हासिल करने के बाद इस दिन को ऐतिहासिक माना जा रहा है। वहां राजनीतिक जलसा होगा, जिसमें कोशिश की जाएगी दो निशाने साधने की, पहला तो ये कि उसमें हिमाचल में जीत के जश्न में गुजरात की हार को दबाया या छुपाया जा सके और दूसरा, आगामी राजस्थान में होने वाले चुनाव से पहले कांग्रेस अपना पराक्रम दिखा सके। इसी जुगत में एक ही पार्टी के दोनों खेमे एक साथ होने का सन्देश देने में लगे हैं। राहुल, प्रियंका गाँधी, अशोक गहलोत, सचिन पायलट पर सभी की निगाहें जमी रहेंगी।
अब राजस्थान में क्या होगा?
भारत जोड़ो यात्रा से पहले राजस्थान में कांग्रेस के सभी विधायकों और नेताओं के लिए एक सूचना जारी की गयी थी, कि कोई भी विधायक और नेता ऐसा कोई बयान नहीं देगा। जिसका असर भारत जोड़ो यात्रा पर पड़े या कांग्रेस में फूट का काम करे। इसका पालन होता हुआ भी दिखाई दे रहा है। अगर इसी बात पर अमल रहा तो राजस्थान में कांग्रेस अपनी आन्तरिक लड़ाई को ख़तम करने में कामयाब होती दिखाई दे रही है। परन्तु ये शांति भारत जोड़ो यात्रा के राजस्थान प्रवास के बाद खत्म हो जाती है तो मामला फिर से डांवाडोल होता दिखाई दे सकता है। अभी की स्थितियां देखते हुए कांग्रेस में एकता बढती नज़र आ रही है। लेकिन राजनैतिक विद्वानों की मानें तो ये शांति तूफ़ान से पहले की शान्ति बताते हैं।