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Rajasthan: RCA के नए निर्विरोध अध्यक्ष चुने गए CM पुत्र वैभव, सीपी जोशी के आदेश पर विरोधियों ने वापिस लिए नामांकन
Rajasthan: राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के लिए होने वाले चुनावों का नतीजा निर्विरोध आ गया है। वैभव गहलोत पहली बार निर्विरोध अध्यक्ष पद के लिए चुने गए हैं।
Rajasthan: राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के लिए होने वाले चुनावों का नतीजा निर्विरोध आ गया है। वैभव गहलोत पहली बार निर्विरोध अध्यक्ष पद के लिए चुने गए हैं। इस पूरी प्रक्रिया में विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी का दख़ल मुख्य भूमिका में रहा। जोशी की समझाइश के बाद बाकी उम्मीदवारों ने अपना नामांकन वापिस ले लिया। राजस्थान क्रिकेट के इतिहास में पहली बार किसी अध्यक्ष का निर्विरोध चयन हुआ है।
वैभव गहलोत चुने गए आरसीए के नए निर्विरोध अध्यक्ष
राजस्थान क्रिकेट की राजनीती में पहली बार ऐसा हुआ है कि कोई उम्मीदवार बिना चुनाव के ही चुना गया। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत और उनके 6 प्रत्याशी अब अपने पदों को संभालेंगे। आरसीए यानी राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के शनिवार 24 दिसम्बर को चुनाव होने थे। जिसके लिए सभी प्रत्याशियों ने अपने अपने नामांकन दाखिल कर दिए थे। चुनाव अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, कोषाध्यक्ष, सचिव, संयुक्त सचिव और कार्यकारिणी सदस्य पद के लिए होने तय हुए थे। जिसमें अध्यक्ष पद के लिए सीपी जोशी के गुट वैभव गहलोत, नांदू गुट के प्रत्याशी मुकेश शाह के बीच मुकाबला होना था। वैभव गहलोत के गुट से बाग़ी हुए गिरिराज सनाढ्य भी इसी पद के लिए नामांकन भर चुके थे।
सीपी जोशी ने ऐसा क्या किया जो निर्विरोध चुना गया अध्यक्ष
सीपी जोशी से मुलाकात करने के बाद सभी प्रत्याशियों ने अपने नामांकन वापिस ले लिए। जिसकी वजह पूछने पर नांदू गुट के प्रत्याशी मुकेश ने बताया कि, विधानसभा अध्यक्ष और आरसीए के संरक्षक सीपी जोशी से मुलाकात में हमारी सभी मांगों को मान लिया गया और अध्यक्ष जी ने ये वादा किया है कि बिना भेदभाव राजस्थान में क्रिकेट के विकास के लिए काम किया जाएगा। इसलिए हमने अपने अपने नामांकन वापिस ले लिए। हम भी यही चाहते हैं कि हर बार निर्विरोध ही इन पदों के लिए चयन हो, जिससे बिना विवाद और भेदभाव के पूरे राजस्थान में क्रिकेट को ले कर विकास कार्य किए जा सके।
कौन कौन था मैदान में?
सबसे पहले सीपी जोशी और वैभव गहलोत गुट की बात करें तो अध्यक्ष पद के लिए खुद वैभव गहलोत नामांकन भर चुके थे। अब उपाध्यक्ष पद के लिए रतनसिंह और शक्ति सिंह का पद पक्का हो गया है। सचिव पद के लिए भवानी समोता, कोषाध्यक्ष के लिए रामपाल शर्मा, संयुक्त सचिव पद के लिए राजेश भड़ाना और कार्यकारिणी सदस्य के लिए फारुख अहमद ने अपनी दावेदारी पेश की है। राजेंद्र सिंह नांदू गुट की तरफ से अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के लिए मुकेश शाह, सचिव पद के लिए खुद राजेन्द्र सिंह नांदू, कोषाध्यक्ष पद के लिए विनोद सहारण, संयुक्त सचिव और कार्यकारिणी सदस्य के लिए अरुण सिंह ने नामांकन भरे थे।
विरोधी गुट की शर्तें जिन पर सहमती बनी
राज्य के सभी जिलों के खिलाड़ियों को सामान रूप से खेलने का मौका नहीं दिए जाने से विरोधी नांदू गुट नाराज़ था। जिसके चलते सीपी जोशी ने वादा किया कि भविष्य में ऐसी कोई शिकायत नहीं आएगी। नागौर, भरतपुर, अलवर, धौलपुर और श्रीगंगानगर जिलों को डिसक्वालिफाई किया गया था, जिन्हें फिर से मौका दिया जाएगा और पूरे राज्य में क्रिकेट को लेकर जरुरी कदम उठाए जाएंगे. नये खिलाड़ियों को भी मौका दिया जाएगा। क्रिकेट के विकास में आने वाली सभी बाधाओं को भी दूर किया जाएगा। सभी जिला क्रिकेट संघों से समन्वय बना कर उनको मदद पहुंचाई जाएगी।
अब जल्दी ही बनेगी कार्यकरिणी
चुनाव 24 दिसम्बर को होना तय था और इसी दिन मतगणना भी होनी थी। पर अब जब निर्विरोध ही सभी पदों के लिए चयन किया जा चुका है तो उम्मीद जताई जा रही है कि 24 दिसम्बर को ही नयी कार्यकारिणी निश्चित की जा सकती है। कल गहलोत – जोशी गुट की एजीएम यानी वार्षिक जनरल मीटिंग होनी है। इसी मीटिंग में सभी पदों के लिए घोषणा की जाएगी। इसमें बदलाव की भी सम्भावना दिखाई दे रही है। हो सकता है मीटिंग में कुछ नए चेहरे भी शामिल हों और पदों के लिए नामांकन भरने वालों के अलावा भी कोई नया सदस्य चयनित किया जाए।