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Mahipal Maderna Passed Away: चर्चित भंवरी केस के आरोपी और पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा का देहांत, CM ने जताई संवेदना
महिपाल मदेरणा का नाम जोधपुर जिले की एएनएम भंवरी देवी के अपहरण और हत्या केस में सुर्खियों में आया था।
Mahipal Maderna Passed Away: राजस्थान सरकार में पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा (Bhanwari Devi Case Aaropi Mahipal Maderna passed away) का रविवार 17 अक्टूबर सुबह देहांत हो गया। उनहत्तर वर्षीय महिपाल मदेरणा लंबे समय से कैंसर से पीड़ित थे (cancer se pidit) । महिपाल मदेरणा का नाम जोधपुर जिले की एएनएम भंवरी देवी के अपहरण और हत्या केस में सुर्खियों में आया था। उस वक्त मदेरणा तत्कालीन राजस्थान सरकार ( Rajasthan Government) में जल-संसाधन मंत्री थे (jal sansadhan mantry) । भंवरी देवी केस (Bhanwari Devi Case Kya Hai) के तूल पकड़ने के बाद उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था। बता दें कि भंवरी देवी मामले में महिपाल मदेरणा को 10 साल की सजा हुई थी ।कुछ समय पहले ही उन्हें हाईकोर्ट से जमानत मिली थी।
उल्लेखनीय है, कि महिपाल मदेरणा के परिवार का राजस्थान की राजनीति से लंबे नाता रहा है। उनके पिता परसराम मदेरणा की प्रदेश राजनीति में बड़ी धमक हुआ करती थी। जबकि स्व. महिपाल मदेरणा भी लंबे समय तक राज्य की राजनीति का सक्रिय हिस्सा रहे। अपने पिता और दिग्गज कांग्रेसी नेता परसराम मदेरणा से राजनीतिक के गुर सीखने के बाद महिपाल मदेरणा भी राजनीति में आए। साल 1982 में वह पहली बार जिला प्रमुख बने। इसके बाद यही स्थिति वर्ष 2003 तक चली। बाद में महिपाल मदेरणा ने विधानसभा का चुनाव लड़ा और विधायक बने।
महिपाल फंसे थे भंवरी देवी कांड में (Bhanwari Devi Case me fanse Mahipal Maderna)
साल 2011 के सितंबर महीने में भंवरी देवी कांड ने उस वक्त देश की राजनीति में खलबली मचा दी थी। यह केस ख़बरों की दुनिया में नित नई सुर्खियां बटोर रहा था। उस वक्त महिपाल मदेरणा अशोक गहलोत सरकार में जल संसाधन मंत्री थे। बाद में भंवरी देवी के साथ उनकी सीडी सामने आने के बाद उन्हें उनके पद से हटा दिया गया था। इस केस के बाद से ही महिपाल मदेरणा लगातार जेल में रहे। वहीं, मदेरणा की मौत के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर अपनी शोक-संवेदना व्यक्त की है।
19 वर्ष तक रहे थे जिला प्रमुख ( jila pramukh Mahipal Maderna)
महिपाल मदेरणा 19 वर्षों तक जिला प्रमुख के पद पर रहे। राजनीति में जिला प्रमुख के पद पर उनकी जीत का तिलिस्म कोई नहीं तोड़ पाया। लगातार लंबे समय तक वह इस पद पर काबिज रहे। बाद में वह प्रदेश की राजनीति में आए।
ऐसा रहा राजनीतिक करियर
महिपाल मदेरणा राजस्थान के दिग्गज कांग्रेस नेता परसराम मदेरणा के बेटे थे। जोधपुर में उनकी राजनीतिक पकड़ जबरदस्त रही है। उनके परिवार में उनकी पत्नी लीला मदेरणा और दो बेटियां हैं। मदेरणा की पत्नी फिलहाल जोधपुर की जिला प्रमुख हैं। जबकि उनकी एक बेटी दिव्या, ओसियां से विधायक है। महिपाल मदेरणा खुद 19 साल तक जोधपुर के जिला प्रमुख रहे थे। वह दो बार ओसियां से विधायक चुने गए थे।
कानून का था विशेष ज्ञान (Mahipal Maderna ko kanun ka gyan)
महिपाल मदेरणा ने अपनी शिक्षा जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय से प्राप्त की थी। उन्होंने बीए एलएलबी तक की पढ़ाई (BA LLB )की थी। महिपाल मदेरणा को पढ़ाई का बेहद शौक था। वह अक्सर बैठे-बैठे विभिन्न कानूनों और उससे जुड़े किस्सों को पढ़ते रहते थे। विशेषकर उनके पकड़ प्रशासनिक विधि पर थी। यही वजह थी कि किसी भी बड़े अधिकारी की गलतियों को उनके सामने ही दुरुस्त करने की क्षमता रखते थे। इसके चलते कई बार अधिकारियों को उनके सामने जाने में भी डर लगता था।