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Bharatpur Bhiwani Incident: जली हुई बोलेरो में दो युवकों की डेड बॉडी मिलने से सनसनी, घटना पर गहलोत सरकार का बड़ा ऐलान
Bharatpur Bhiwani Incident: पुलिस ने अभी तक उसका नाम सार्वजनिक नहीं किया है। उधर, राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार मृतक दोनों युवकों के लिए मुआवजे का ऐलान किया है।
Bharatpur Bhiwani Incident: हरियाणा के भिवानी में राजस्थान के भरतपुर जिले के दो मुस्लिम युवकों की हत्या के मामले की जांच जारी है। इस मामले में ताजा अपडेट ये है कि पुलिस ने जिन पांच लोगों को आरोपी बनाया है, उनमें से एक की गिरफ्तारी हो गई है। हालांकि, पुलिस ने अभी तक उसका नाम सार्वजनिक नहीं किया है। उधर, राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार मृतक दोनों युवकों के लिए मुआवजे का ऐलान किया है। राज्य सरकार की ओर से दोनों पीड़ित परिवार को 15-15 लाख रूपये दिए जाएंगे।
क्या है पूरा मामला
बुधवार को भिवानी के लोहारू गांव के नजदीक एक जली हुई बोलेरो में दो युवकों की डेड बॉडी मिली। दो नर कंकाल जली हुई हालत में मिलने के बाद इलाके में सनसनी फैल गई थी। ग्रामीणों ने फौरन इसकी जानकारी डायल 112 पर पुलिस को दी। मृतकों की पहचान 25 वर्षीय नासिर और 35 वर्षीय जुनैद उर्फ जूना के रूप में हुई। दोनों राजस्थान के भरतपुर जिले की पहाड़ी तहसील के घाटमीका गांव के रहने वाले थे। ये गांव हरियाणा सीमा के समीप है। मृतक जुनैद के चचेरे भाई इस्माइल की शिकायत पर राजस्थान पुलिस एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। वहीं, इस मामले में हरियाणा पुलिस की जांच भी चल रही है।
परिवार का हरियाणा पुलिस पर गंभीर आरोप
मृतकों के परिजनों ने हरियाणा पुलिस पर इस घटना को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। परिजनों का आरोप है कि हरियाणा पुलिस ने जुनैद और नासिर की बोलेरो को टक्कर मार कर पकड़ा था। इसके बाद अधमरी हालत में उन्हें बजरंग दल के लोगों को सौंप दिया। इन्होंने गोतश्करी के शक में दोनों को गाड़ी सहित जिंदा जला दिया। हालांकि, पुलिस ने परिजनों के आरोपों को झूठा करार दिया है। उनका कहना है कि ना तो उन्होंने किसी को पकड़ा और न ही बजरंग दल के लोगों को सौंपा।
राजस्थान पुलिस ने 5 लोगों को बनाया आरोपी
राजस्थान पुलिस इस मामले की जांच गोरक्षा के एंगल से भी कर रही है। भरतपुर के आईजी गौरव श्रीवास्तव ने कहा कि मृतक नासिर का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है लेकिन जुनैद के खिलाफ गो तश्करी के पांच मामले दर्ज हैं। इसलिए पुलिस इस मामले को गोरक्षा के एंगल से भी जांच कर रही है। पुलिस ने इस घटना को लेकर पांच लोगों को आरोपी बनाया है। इनमें मोनू मानेसर, लोकेश सिंघिया, रिंकू सैनी, श्रीकांत और अंकित शामिल हैं।
बताया जा रहा है कि घटना के बाद से मोनू मानेसर जो कि हरियाणा के मानेसर का रहने वाला है, अंडरग्राउंड हो चुका है। वह बजरंगदल में गौरक्षा का प्रमुख है। इसलिए उसकी गिरफ्तारी सबसे अहम है। हालांकि, किसी अज्ञात जगह से उसने एक वीडियो संदेश भेज कर इस घटना से खुद को अलग करने की कोशिश की है।