Rajasthan BJP Protest: वीरांगनाओं के समर्थन में जयपुर में बीजेपी का जंगी प्रदर्शन, पुलिस-कार्यकर्ताओं के बीच भीषण झड़प

Rajasthan BJP Protest:पुलवामा हमले के शहीदों के विधावाओं ने पिछले कई दिनों से सूबे की गहलोत सरकार के खिलाफ अपनी मांगों को लेकर मोर्चा खोले हुए हैं।

Krishna Chaudhary
Published on: 11 March 2023 1:45 PM GMT (Updated on: 11 March 2023 1:41 PM GMT)
BJPs protest with widows of martyrs of Pulwama attack in Jaipur
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वीरांगनाओं के समर्थन में जयपुर में बीजेपी का जंगी प्रदर्शन, पुलिस-कार्यकर्ताओं के बीच भीषण झड़प: Photo- Social Media

Rajasthan BJP Protest: पुलवामा हमले के शहीदों के विधावाओं के प्रदर्शन का मुद्दा राजस्थान की सियासत को गरमाया हुआ है। जवानों की वीरांगनाएं पिछले कई दिनों से सूबे की गहलोत सरकार के खिलाफ अपनी मांगों को लेकर मोर्चा खोले हुए हैं। वीरांगनाओं के समर्थन में अब विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी भी मैदान में कूद पड़ी है। जयपुर में आज सैंकड़ों की संख्या में भाजपा कार्यकर्तआ सड़कों पर उतरे हुए हैं। सहकार भवन की ओर जाने के दौरान उनकी पुलिस से झड़प हो गई।

पुलिस ने जब भाजपा कार्यकर्ताओं को रोकने की कोशिश तो बवाल खड़ा हो गया। दोनों पक्षों के बीच जमकर धक्का-मुक्की हुई। देखते ही देखते पूरा इलाका रणक्षेत्र में तब्दील हो गया। कुछ कार्यकर्ताओं ने पुलिस की गाडियों पर भी पथराव किया। प्रदर्शन में शामिल बीजेपी विधायक जवानों के पैर में लेट गए। प्रदेश में बीजेपी के स्टेट चीफ सतीश पुनिया, उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र सिंह राठौर और सांसद घनश्याम तिवाड़ी जैसे वरीय नेता भी मौजूद हैं।

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष हुए चोटिल

बीजेपी नेताओं ने कल यानी 10 मार्च को ही शनिवार को जयपुर में बड़ा विरोध-प्रदर्शन करने का ऐलान कर दिया था। लिहाजा सुबह से ही पुलिस मुस्तैद दिखी। भारी संख्या में तैनात पुलिसफोर्स ने सीएम दफ्तर की ओर कार्यकर्ताओं को नहीं जाने दिया। इस दौरान बैरिकेड पर चढ़कर इसे पार करने की कोशिश के दौरान प्रदेश अध्यक्ष सतीश पुनिया चोटिल हो गए। उनके पैर में चोट लग गई। करीब आधे-घंटे के विरोध प्रदर्शन के बाद नेताओं ने गिरफ्तारियां दीं।

बीजेपी सांसद किरोड़ीलाल मीणा से हुई थी बदसलूकी

बीजेपी सांसद और वरिष्ठ नेता किरोड़ीलाल मीणा वीरांगनाओं के समर्थन में काफी पहले से डटे थे और धरने पर बैठे थे। शुक्रवार को धरना खत्म के दौरान उनके साथ बदसलूकी और मारपीट की गई। बीजेपी नेताओं ने राजस्थान पुलिस पर यह आरोप लगाया है। जिसके बाद मीणा की तबियत बिगड़ गई और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। बीजेपी सांसद अभी भी अस्पताल में एडमिट हैं। हालांकि, उनकी हालत पहले से अच्छी है। बताया जा रहा है कि इसे लेकर भाजपा और मीणा समर्थकों में में काफी आक्रोश है। शनिवार को प्रदर्शन में दौसा और करौली जिले से किरोड़ीलाल के समर्थक खास तौर पर बड़ी संख्या में पहुंचे थे।

बीजेपी विधानसभा में उठाएगी मुद्दा

प्रदर्शन के दौरान गिरफ्तार किए गए उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौर ने कहा कि बीजेपी इस मुद्दे को विधानसभा में उठाएगी। उन्होंने कहा कि हमने आज आंदोलन का आगाज किया है, अब इसे और आगे लेकर जाएंगे। सरकार जिस तरह का बर्ताव कर रही है, ये लोकतंत्र का अपमान है।

वीरांगनाओं को लेकर घर में ही घिरे गहलोत

पुलवामा हमले के तीन शहीदों के वीरांगनाओं की मांग को लेकर राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत घर में ही घिरते नजर आ रहे हैं। उनके सियासी प्रतिद्वंदी और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने मुख्यमंत्री पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि इस मामले को संवेदनशील तरीके से हैंडल करना चाहिए। अगर नौकरी नहीं भी देना चाहते हैं तो बात करके समझाना चाहिए। उन्होंने साथ ही वीरांगनाओं के साथ पुलिस द्वारा किए गए व्यवहार को भी गलत करार दिया।

वहीं, गहलोत सरकार में मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने बीजेपी पर मुद्दे का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार इस मुद्दे पर शहीद के परिवारों के साथ खड़ी है। खाचरियावास ने कहा कि यदि उन्हें इस मामले में मुख्यमंत्री से बात करनी पड़ेगी तो वे करेंगे।

गौरतलब है कि वीरांगनाओं की मांग है कि चूंकि उनके बच्चे अभी काफी छोटे हैं, इसलिए परिवार में उनके देवर को नौकरी दिया जाए। राजस्थान सरकार शुरू में इस मांग को मान गई। फिर अचानक सीएम अशोक गहलोत ने से नियमों का हवाला देते हुए ऐसा करने से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि शहीदों के बच्चों को नौकरी दी जाएगी, जब वो बालिग होंगे। इसी पर वीरांगनाओं और सरकार के बीच गतिरोध कायम है।

Shashi kant gautam

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