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Jaipur Hotel Firing Case: कौन है वो 20 साल का बॉक्सर, जिसने हराम कर रखी है राजस्थान पुलिस की नींद, बिश्नोई गैंग से संबन्ध!
Jaipur Hotel Firing Case: इस फायरिंग की घटना की जिम्मेदारी लेने वाले शख्स का नाम है ऋतिक बॉक्सर। इतनी कम उम्र में ऋतिक के नाम का दहशत राजस्थान के अलावा हरियाणा में भी है।
Jaipur Hotel Firing Case: शनिवार को राजस्थान की राजधानी जयपुर के एक पॉश इलाके में तोबड़तोड़ फायरिंग की एक घटना न पूरे शहर में दहशत पैदा कर दिया था। जानकारी के मुताबिक, बदमाशों ने जी क्लब नामक एक होटल पर 17 राउंड फायरिंग की थी। अगर होटल में लगा कांच मजबूत नहीं होता तो अंदर बैठकर खाना खा रहे कुल लोगों की मौत निश्चित थी। इस घटना के दो दिन होने को हैं लेकिन पुलिस के हाथ अब भी खाली हैं। जबकि एक 20 साल के बॉक्सर ने खुलेआम सोशल मीडिया पर घटना की जिम्मेदारी लेने की मुनादी कर दी है।
इस फायरिंग की घटना की जिम्मेदारी लेने वाले शख्स का नाम है ऋतिक बॉक्सर। इतनी कम उम्र में ऋतिक के नाम का दहशत राजस्थान के अलावा हरियाणा में भी है। इसके नाम दोनों राज्यों के कई थानों में मुकदमे दर्ज हैं लेकिन अब तक पुलिस इसे हाथ नहीं लगा पाई है। ऋतिक इस इलाके में लॉरेंस बिश्नोई गैंग का बड़ा चेहरा बन चुका है।
सोशल मीडिया पर घटना की ली जिम्मेदारी
इस गोलीकांड की जिम्मेदारी कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई गैंग के गैंगस्टर ऋतिक बॉक्सर ने सोशल मीडिया पर ली। रविवार सुबह बॉक्सर ने अपने सोशल मीडिया पेज पर लिखा – राम-राम जयपुर। यह जी क्लब जयपुर पर जो फायरिंग हुई है, यह मैंने ऋतिक बॉक्सर, अनमोल बिश्नोई (लॉरेंस बिश्नोई गैंग) ने करवाई है। याद रहे सबका नंबर आएगा.... जय बलकार एलबी गैंग।
बता दें कि इससे पहले पिछले साल पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद भी इसी तरह लॉरेंस बिश्नोई गैंग के गोल्डी बरार ने सोशल मीडिया पर घटना की जिम्मेदारी ली थी।
कौन है ऋतिक बॉक्सर
20 वर्षीय ऋतिक बॉक्सर राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले का रहने वाला है। पुलिस अधिकारी इस गैंगस्टर के उम्र से हैरान हैं। इसने काफी कम उम्र में अपराध की दुनिया में कदम रख दिया था। इसके विरूद्ध अब तक 8 मुकदमे दर्ज हैं। जिनमें तीन जयपुर, दो-दो श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ में और हरियाणा के गोहाना में दर्ज है। ऋतिक के खिलाफ सबसे पहला मुकदमा 2019 में जवाहर सर्किल थाने में दर्ज हुआ था।
बिश्नोई गैंग से कैसे जुड़ा ?
राजस्थान पुलिस के क्राइम ब्रॉन्च के मुताबिक, दो साल पहले ऋतिक बॉक्सर की मुलाकात लॉरेंस बिश्नोई से हुई थी। बिश्नोई का साथी रोहित गोदारा उस दौरान भारत छोड़कर भाग चुका था। उसके चले जाने के बाद बिश्नोई को एक लड़के की तलाश थी, जो उसका सारा काम संभाले। ऋतिक ने वह जिम्मेदारी ले ली और कुछ ही समय में वह गैंग का चेहरा बन गया। गैंग के लिए फिरौती वसूली का काम अब वही देखता है। एक सीनियर पुलिस अधिकारी की माने तो वह काफी शातिर है और बड़ी तेजी से अपनी लोकेशन चेंज करते रहता है। इसलिए पुलिस की कई टीमों को लगाने के बावजूद उसे अभी तक नहीं पकड़ा जा सका है।