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क्या है चिरंजीवी योजना? जो 2023 चुनाव में कांग्रेस की दोबारा सत्ता में वापसी का कर सकती है मार्ग प्रशस्त
Chiranjeevi Swasthya Bima Yojana:कोरोना के बाद देश भर में स्वाथ्य का ग्राफ तेज़ी से गिरता जा रहा था, कोरोना काल में भी कोरोना से लड़ने की नीति में राजस्थान मॉडल का जिक्र पूरे देश भर में हुआ। इसी दौरान राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक नयी योजना की शुरुआत की। योजना का नाम रखा, “मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना”।
Chiranjeevi Swasthya Bima Yojana: कोरोना के बाद देश भर में स्वाथ्य का ग्राफ तेज़ी से गिरता जा रहा था, कोरोना काल में भी कोरोना से लड़ने की नीति में राजस्थान मॉडल का जिक्र पूरे देश भर में हुआ। हालांकि इस समय कुछ घटनाएं ऐसी थी जो राजनीति के मैदान में गहलोत सरकार की साख पर सवाल उठा रही थी। इसी दौरान राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक नयी योजना की शुरुआत की। योजना का नाम रखा, "मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना"। इस योजना के धरातल पर आने में ज्यादा समय भी नहीं लगा।
क्या है पूरी योजना?
गरीब तबके के लिए स्वास्थ्य पर आने वाला खर्च उठाना भारी हो जाता है और बिमारी उस कुँए का नाम है जिसमें खर्च का कोई सीमित अनुमान नहीं हो सकता। इसको ध्यान में रखते हुए ये योजना बनाई गयी थी। सरकारी अस्पतालों में पहले से फ्री इलाज़ जैसी सुविधाएं चल रही थी। पर वहां की व्यवस्थों के चलते सभी का वहां इलाज़ संभव नहीं था। तो राजस्थान सरकार ने प्राइवेट अस्पतालों में भी मुफ्त इलाज़ की नयी योजना शुरू की। जो राजस्थान की जनता के लिए वरदान साबित हो रही है। इस योजना में पहले तो आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए किफायती स्वास्थ्य बीमा पैकेज था। पर इसके बाद इसे बदल कर प्रदेश के हर परिवार के लिए लागू कर दिया गया। इसको लागू करने के बाद अमीर, गरीब, बेरोजगार, किसान नौकरी करने वाला या व्यवसायी भी इसके लिए आवेदन कर सकता है। जिसके तहत पात्र आवेदक को 10 लाख तक का इलाज़ बिलकुल मुफ्त मिल पाएगा।
कब लागू हुई योजना और क्या था शुरूआती बजट
24 फरवरी 2021 को बजट की घोषणा करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस योजना के बजट का भी ऐलान किया था। जिसमें 3500 करोड़ के बजट की सौगत राजस्थान की जनता के नाम की थी। इस योजना के तहत ना सिर्फ बीमा किया जाता है बल्कि 5 लाख तक का इलाज़ भी बिलकुल मुफ्त किया जाता है। 1 मई 2021 को इस योजना को धरातल पर भी ले आया गया। इस बात के लिए राजस्थान सरकार की राष्ट्र भर में खूब तारीफें हुई। राज्य के गरीब तबके के लोगों को शामिल करते हुए उस समय 1 करोड़ 10 लाख लोगों को इस लाभ के लिए चिन्हित किया गया था। अब ये संख्या और बढ़ गयी है। ये योजना सालाना है। जिससे अब बढ़ा कर हर साल 10 लाख का इलाज़ फ्री में पा सकते हैं। इसके लिए राजस्थान के ज्यादातर अस्पतालों को इसका सेंटर घोषित किया गया।
कौन - कौन से रोगों का इलाज़ इसके अंतर्गत
वैस तो इस योजना में करीब एक हज़ार छः सौ के करीब रोगों का इलाज़ शामिल किया गया है। पर मोटे तौर पर देखेंगे तो कैंसर, किडनी और हार्ट ट्रांसप्लांट, बायपास सर्जरी जैसी बीमारियों का इलाज़ भी इस योजना के अंतर्गत हो जाएगा। इसमें डॉक्टर की कंसल्टेंसी फीस से ले कर दवाइयां और 15 दिनों तक अस्पताल में भर्ती होने का खर्च भी शामिल किया गया था। अब दिनों की सीमा हटा दी गयी है और सीधा 10 लाख का खर्च वहां पारित कर दिया गया है।
कैसे और कौन कर सकते हैं आवेदन?
छोटे किसान, सामाजिक गणना के पात्र और आर्थिक गणना के पात्र भी अर्थात सामान्य से कम आय की श्रेणी में आने वाले परिवार, राष्ट्रिय खाद्य सुरक्षा का लाभ उठाने वाले, दूसरों पर आश्रित और असहाय परिवारों, संविदाकर्मीयों को इस योजना में शामिल होने के लिए कोई प्रीमियम नहीं देना होगा। वहीं जो परिवर और लोग इस श्रेणी में नहीं आते हैं उन्हें भी बहुत नाम मात्र प्रीमियम के साथ इस योजना का पूर्ण लाभ मिल सकता है। मात्र 850 रूपये वार्षिक प्रीमियम देने पर इस योजना में शामिल हो कर इलाज़ा के लिए सालाना 10 लाख रूपये का लाभ प्राप्त किया जा सकेगा।
अब तक कितने लाभार्थी?
अब तक राजस्थान के 25 लाख से ज्यादा परिवारों ने इस योजना का लाभ उठाया है। आवेदन इससे भी कहीं ज्यादा हैं। ये गणना लगातर बढ़ रही है। इसके तहत अभी तक 2963 करोड़ रूपये का लाभ आम जनता को इलाज़ स्वरुप मिल गया है। जो पूरा इलाज राजस्थान सरकार ने वहन किया है। शुरुआती दौर में इस योजना के लिए पास बजट योजना को लागू करने में ज्यादा बताया गया। पर अब इस योजना का सीधा लाभ आम जनता को जाता है। ये स्कीम कैशलेस बीमा की तरह काम करती है। जिसमें आवेदक किसी भी आकस्मिक बिमारी के तहत तुंरत इसका लाभ ले सकता है।
देशभर में लागू हो ये योजना: गहलोत
इस योजना की तारीफ़ पूरे देशभर में हो रही है। इसके लाभार्थियों की कहानियाँ तो और भी भावुक कर देने वाली हैं। इस योजना को देश भर में लागू करने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से सीधे संवाद में भी जिक्र किया। गहलोत ने कहा कि इस योजना की प्रधानमंत्री अपने स्तर पर परिक्षण और जांच करवाएं और ये केंद्र सरकार के सारे मापदंडों पर सही साबित हो तो इसे पूरे देश में लागू कर दिया जाए। जिससे न सिर्फ राजस्थान में बल्कि पूरे देश की जनता इसका लाभ ले सके।
भारत जोड़ो यात्रा के समय राजस्थान में राहुल कर रहे हैं इस योजना का जिक्र
भारत जोड़ो यात्रा राजस्थान में अंतिम चरण में है। आज अलवर में जनसभा में भी राहुल गांधी ने एक विशाल सभा में राजस्थान की इस चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना का न सिर्फ जिक्र किया बल्कि तारीफ़ करते हुए भी कहा कि ये योजना अशोक गहलोत की दूरदर्शिता का परिणाम है। इससे पहले भी मीडिया से बातचीत के दौरान राहुल गांधी और जयराम रमेश भी इस योजना की खासियत बता चुके हैं। राजस्थान की जनता के लिए सच में ये योजना जीवनदायनी योजना के तौर पर देखी जा रही है। इस योजना के साथ कांग्रेस आगामी चुनाव में बड़ा दाव खेलने की तैयारी कर रही है।
आवेदन के लिए दस्तावेजों को जान लीजिए
इस योजना में आवेदन दो तरीकों से किया जा सकता है। ऑनलाइन आवेदन स्वयं कर सकते हैं या किसी भी ई – मित्र पर जा कर करवा सकते हैं। आवेदन ऑफलाइन भी करवाया जा सकता है। दोनों ही स्थितियों में आपके पास कुछ व्यक्तिगत जानकारी हेतु कागजात होने जरुरी है। इसके तहत जनाधार कार्ड या आधार कार्ड, पासपोर्ट साइज़ photo, एड्रेस प्रूफ, आय प्रमाणपत्र, बैंक में रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर, राशन कार्ड, मूल निवास प्रमाण पत्र और बैंक सम्बन्धी पासबुक और अकाउंट नम्बर।