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Covid 19 in Rajasthan: राजस्थान में हवाई रास्ते से आएगा कोरोना, एयरपोर्ट पर टेस्टिंग सुविधा नहीं, नई गाइडलाइन जारी

New COVID Variant BF-7 in Rajasthan: जयपुर एयरपोर्ट पर टेस्टिंग की कोई सुविधा नहीं होने से किसी भी यात्री की जाँच नहीं हो रही है। ऐसे में और खतरा बढ़ने का डर बना हुआ है।

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Newstrack Network
Published on: 23 Dec 2022 6:03 PM IST
coronavirus bf 7 variant Cases india
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coronavirus bf 7 variant Cases india (photo: social media )

Rajasthan News: राजस्थान में कांग्रेस व भाजपा के बीच कोरोना आपसी संग्राम का बड़ा मुद्दा बना हुआ है। पर किसी को इस बात की चिंता नहीं है कि एअरपोर्ट पर टेस्टिंग की कोई सुविधा नहीं होने से किसी भी यात्री की जाँच नहीं हो रही है। ऐसे में खतरा और बढने का भय राज्य की जनता को सताने लगा है।जयपुर के हवाई अड्डे पर कई विदेशी फ्लाइट्स रोजाना आती हैं। जिसमें सैंकड़ों यात्री राजस्थान की धरती पर आते हैं।

इनमें विदेशों में प्रवास कर रहे राजस्थानी नागरिकों के साथ ही साथ विदेशी पर्यटक भी शामिल हैं। सर्दी पर्यटकों के लिए बहुत अच्छा मौसम माना जाता है।बीते बाइस दिसंबर की बैठक के बाद केंद्र ने राज्यों को सतर्क होने के लिए कहा। सभी जरुरी गाइड लाइन फॉलो करने के लिए सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को भी सूचनाएं भेजी।पर केंद्र व राज्य सरकार की उच्चस्तरीय बैठकों के बाद भी एयरपोर्ट पर टेस्टिंग की सुविधा को लेकर कोई बंदोबस्त नहीं हुआ। दुनिया भर में कोरोना को लेकर फिर से सावधानी बरतने के निर्देश जारी हो रहे हैं। चीन में कोरोना ने तबाही मचानी शुरू की । ऐसे में केंद्र सरकार का चौकन्ना होना लाज़िमी है। तभी तो बीते 22 दिसम्बर को केंद्र सरकार ने एक उच्चस्तरीय बैठक की। जिसमें प्रधानमन्त्री, केन्द्रीय गृह मंत्री और स्वास्थ्य मंत्री समेत कई अधिकारी और विशेषज्ञ शामिल हुए।

केंद्र की कोरोना को लेकर गाइड लाइन भी जान लीजिए

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों को अलर्ट भेजने के साथ कोरोना के मरीजों के लिए कोरोना की पुरानी गाइडलाइन के मुताबिक प्रोटोकॉल को शुरू करने के निर्देश दिए हैं। स्वास्थ्य व्यवस्थाओं से सम्बन्धित सभी संसाधनों को तैयार रखने के लिए कहा गया है। राजस्थान में भी कोरोना को लेकर उच्चस्तरीय बैठकें शुरू हो गयीं हैं। 23 दिसम्बर को हुई मीटिंग में सभी जरुरी निर्देशों के साथ राजस्थान में नयी कोरोना गाइड लाइन भी जारी कर दी गयी है। इस गाइड लाइन में कुछ जरुरी निर्देश दिए गए हैं। जिनमें विशेषतः भीड़ वाली जगहों पर जाँच और सैम्पलिंग को बढ़ावा देना कहा गया है। मास्क और दूरी बनाए रखने के नियमों का भी पालन करने को कहा गया है।

8 बिन्दुओं में समझिए राजस्थान की कोरोना गाइड लाइन

1. रैंडम सैंपलिंग – रेलवे स्टेशन, स्कूल, सब्जी व अनाज मंडियां, बाज़ार और बस स्टैंड जैसी भीड़ वाली जगहों पर कोविड लक्षणों वाले व्यक्तियों की रेण्डम जांच की जाए, जांच के परिणाम अनुसार उन्हें चिन्हित कर जरुरी कदम उठाए जाएं।

2. रेपिड रेस्पोंस टीम - हर एक संस्थान पर आर आर टी यानी रेपिड रेस्पोंस टीम का गठन और पहले से गठित टीम को सक्रीय रहने के लिए जरुरी निर्देश दिए जाएं।

3. सरकारी अस्पतालों को निर्देश – जिला और ग्रामीण स्तरीय सभी सरकारी अस्पतालों में दवाइयों की पर्याप्त उपलब्धता और लोजिस्टिक्स की उपलब्धता पर जोर दिया जाए।

4. प्रचार कर जागरूकता – कोविड से सम्बन्धित सावधानियों के लिए हर तरह से प्रचार किया जाए, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों तक इसकी जानकारी पहुंचे। घर घर जा कर टीकाकरण का सर्वे किया जाए। जागरूकता ही सबसे सरल बचाव है।

5. नियंत्रण कक्ष – सभी जिला मुख्यालयों पर कोविड नियंत्रण कक्ष बनाए जाएं। एक हेल्प लाइन नंबर भी जारी किए जाएं जिस पर सूचनाओं को पहुंचाया जा सके और जन – समान्य भी अपनी समस्याओं का आसान निदान पा सकें।

6. गाइड लाइन – केंद्र और राज्य सरकार की गाइड लाइन और अन्य दिशा निर्देशों की पालन शक्ति से हो इसकी पूरी मोनिटरिंग की जाए। स्क्रीनिंग, रेंडम सैम्पलिंग, मरीजों का इलाज़, आइसोलेशन, डिस्चार्ज, सैम्पल कलेक्शन जैसी सभी प्रक्रियाओं का सही ढंग से क्रियान्वयन निर्धारित हो।

7. रिस्क ज़ोन – जहाँ पर कोई संक्रमित मरीज पाया जाए उसे हाई रिस्क जोन बना दिया जाए। एक्टिव सर्वे और ओपीडी में आने वाले मरीजों को भी उनके लक्षणों के अनुसार हाई रिस्क ग्रुप में रखा जाए।

8. जीनोम सिक्वेंसिंग – सभी सरकारी और गैर सरकारी मेडिकल कॉलेज, सरकारी और निजी अस्पतालों और लैबों में सम्पर्क स्थापित कर जीनोम सिक्वेंसिंग हेतु सैंपल लिए जाएं। जिससे सही समय पर सही उपचार की सुविधा मरीज तक पहुँच सके।



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Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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